स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है

स्टॉक मार्किट क्या है – What is Stock market in Hindi
स्टॉक मार्किट या शेयर बाजार वह जगह है जहां आप किसी भी कारोबारी दिन खरीद, बिक्री और व्यापार कर सकते हैं। इसे स्टॉक एक्सचेंज भी कहा जाता है, और यह एक नीलामी की तरह काम करता है जहां निवेशक स्टॉक के शेयरों को खरीदते हैं और बेचते हैं।
स्टॉक आपको एक सार्वजनिक निगम का हिस्सा होने की अनुमति देते हैं। स्टॉक की कीमतें आमतौर पर निवेशकों की राय को दर्शाती हैं कि कंपनी की कमाई क्या होगी। विक्रेता प्रत्येक शेयर के लिए जितना संभव हो उतना पाने की कोशिश करते हैं, खरीदार सबसे कम कीमत पाने की कोशिश करते हैं ताकि वे इसे बाद में लाभ के लिए बेच सकें।
स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है?
इससे पहले कि आप व्यापार की मूल बातें सीखें, यह जानना आवश्यक है कि स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है? यहाँ इसके काम के बारे में विस्तार से बताया गया है:
Participants (प्रतिभागियों):
स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI), स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर और व्यापारी/निवेशक
स्टॉक एक्सचेंज वित्तीय उत्पादों में व्यापार के लिए एक मंच प्रदान करता है। कंपनियों (उनके शेयरों की सूची), दलालों, व्यापारियों और निवेशकों को ट्रेडिंग से पहले सेबी (SEBI) और एक्सचेंज (BSE, NSE, या क्षेत्रीय एक्सचेंज) के साथ पंजीकरण करना चाहिए।
भारतीय शेयर बाजार में निवेश के लिए प्रक्रिया
IPO:
कंपनियां सेबी के साथ एक प्रारूप प्रस्ताव दस्तावेज दायर करती हैं। इस दस्तावेज़ में कंपनी के बारे में जानकारी शामिल है – शेयर, मूल्य और अन्य विवरण। अनुमोदन पर, कंपनी प्राथमिक बाजार पर IPO के माध्यम से निवेशकों को अपने शेयर प्रदान करती है।
वितरण:
कंपनी आईपीओ के दौरान कुछ या सभी निवेशकों को शेयर इश्यू और अलॉट करती है, जिन्होंने बोली लगाई है। शेयरों को फिर शेयर बाजार (द्वितीयक बाजार) पर सूचीबद्ध किया जाता है ताकि व्यापार को सक्षम किया जा सके। यह मंच शुरुआती निवेशकों के लिए अपने शेयर बाजार के निवेश को बाहर निकलने का एक माध्यम है। इसके अलावा, जो निवेशक आईपीओ के दौरान आवंटन प्राप्त करने में असफल रहे, उन्हें द्वितीयक बाजार पर शेयर खरीदने का अवसर दिया जाता है।
स्टॉक ब्रोकर:
ब्रोकिंग एजेंसियों (सेबी और स्टॉक एक्सचेंज के साथ पंजीकृत) निवेशकों और भारतीय शेयर बाजार के बीच मध्यस्थ हैं। ग्राहकों से निर्देश प्राप्त करने पर, दलाल बाजार पर अपने आदेश देते हैं। एक खरीदार और विक्रेता के मिलने पर, व्यापार को सफलतापूर्वक निष्पादित किया जाता है। स्टॉक एक्सचेंज से एक पुष्टि प्राप्त की जाती है और खरीदार और विक्रेता दोनों को भेजी जाती है।
ऐतिहासिक रूप से, यह प्रक्रिया मैनुअल थी और इस तरह समय लेने वाली और बोझिल थी। हालांकि, ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के साथ, खरीदारों और विक्रेताओं के मिलने की पूरी प्रक्रिया इंटरनेट के माध्यम से की जाती है। इससे लेनदेन का समय कुछ मिनटों के लिए कम हो गया है।
हजारों संभावित निवेशक हैं और उन सभी को एक स्थान पर परिवर्तित करना असंभव है। स्टॉक एक्सचेंज और ब्रोकिंग एजेंसियां इस स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
आदेश प्रसंस्करण:
यह तब होता है जब दलालों द्वारा अपने ग्राहकों की ओर से एक्सचेंज पर एक ऑर्डर दिया जाता है जहां इसे संसाधित किया जाता है। पूरे प्रसंस्करण में कई दल शामिल हैं। जब खरीदारों और विक्रेताओं मिलते है, तो स्टॉक एक्सचेंज डिफॉल्ट से बचने के लिए दोनों पक्षों को एक पुष्टि भेजता है। निष्पादित ट्रेडों को निपटाया जाता है, जो कि वह प्रक्रिया है जहां खरीदार शेयरों को प्राप्त करता है और विक्रेता अपने फंड को प्राप्त करते हैं। भारतीय शेयर बाजार T + 2 निपटान को अपनाता है, जहां लेनदेन के दिन से दो कार्य दिवसों के भीतर निपटान होता है।
शेयर बाजार निवेश को लाभदायक बनाने और निवेशकों को अनावश्यक जोखिम लेने से रोकने में मदद करता है।
Stock Exchange क्या है तथा भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं?
भारत में पैसे कमाने के बहुतायत तरीके हैं लेकिन कम समाया में ज्यादा पैसा कामना हो तो लगभग सभी लोग स्टॉक मार्केट की तरफ ही रुख करते हैं। लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि स्टॉक मार्केट जितना अधिक पैसा देता है उतना ही अधिक जोखिम भी होती है।
स्टॉक मार्केट की शुरुआत स्टॉक एक्सचेंज से होती है। अब ये स्टॉक एक्सचेंज किस बला का नाम है। तो इसी की जानकारी आज इस लेख में मिलने वाली है। क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज शेयर बाजार का एक महत्त्वपूर्ण भाग होता है। बिना इसके कोई भी पैसों का लेन देन नहीं कर सकता है।
Table of Contents
Stock Exchange क्या है (What is Stock Exchange in Hindi)
स्टॉक एक्सचेंज एक प्रकार की संस्था है जहाँ पर निवेशक और खरीददार का जमावड़ा रहता है। यहाँ पर कोई भी निवेशक अपने पसंद के शेयर में में इन्वेस्ट कर सकता है। लेकिन आपको बता दें कि किसी कंपनी के शेयर को लेने के लिए सबसे पहले उस कंपनी के शेयर को स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर करना पड़ता है।
स्टॉक एक्सचेंज से अगर कोई डायरेक्ट शेयर लेना चाहता है तो यह असंभव कार्य होता है क्योंकि किसी भी कंपनी में निवेश करने के लिए एक ब्रोकर की आवश्यकता होती है। जिसके माध्यम से डीमैट तथा ट्रेडिंग अकाउंट खोला जाता है। यह प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद ही हम कंपनी के शेयर को खरीद व बेंच सकते हैं।
Stock Exchange के प्रकार (Types of Stock Exchange)
स्टॉक एक्सचेंज के प्रकार की बात करे तो यह दो प्रकार का होता है। Bombay Stock Exchange (BSE) तथा National Stock Exchange (NSE) दोनों के नाम हैं। शेयर मार्केट में सभी नियम फॉलो होते हैं जो SEBI के द्वारा बनाये जाते हैं। स्टॉक एक्सचेंज का नियामक SEBI ही होता है।
Bombay Stock Exchange (BSE)
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे पुराण स्टॉक एक्सचेंज हैं जहाँ से कागजों के माध्यम से खरीद व बिक्री होती थी। इसकी स्थापना 1875 में की गयी थी। BSE को ही भारत में Equity Derivatives का जन्मदाता कहा जाता है। वर्तमान समय में 5000 से भी अधिक कंपनियां BSE में लिस्टेड है. BSE का सूचकांक Sensex 30 है।
National Stock Exchange (NSE)
कागजी लेन देन को डिजिटल करने के लिए NSE की स्थापना 1992 में की गयी थी। इसका मुख्यालय मुंबई महाराष्ट्र में स्थित है। इस समय NSE में 2000 से अधिक कम्पनियां लिस्टेड है। NSE का सूचकांक Nifty 50 है। NSE के माध्यम से ही सबसे पहले भारत में इलेक्ट्रानिकली खरीद व विक्री की गयी।
स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है
अगर भारत में कोई स्टॉक मार्किट में पैसा लगाना चाहता है तो वह स्टॉक एक्सचैंज किसी भी कंपनी में पैसा लगा सकता है। स्टॉक एक्सचेंज का नियामक SEBI होता है जिसके बनाये गए नियम यहाँ लागू होते हैं। आपको शेयर में निवेश करने के लिए किसी ब्रोकर की आवश्यकता होगी जोकि आपको डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट प्रोवाइड करेंगे।
ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक बीच बिचौलिया का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी स्टॉक में इन्वेस्ट नहीं कर सकता है। स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनी में ही निवेश संभव है। इसलिए जिस कंपनी में पैसा लगाए पहले देख लें वह लिस्टेड है या नहीं।
By BABA JI
This is Raghvendra Pratap Pandey Founder of Technoyukti, I am a student also. I completed my graduation in 2018 from Lucknow University. I am from Gonda which is in UP. I do Blogging by passion,Study by culture.I like to share my knowledge and want to share our views, ideas.
Nifty: क्या होता है निफ्टी, कैसे करता है ये काम? आसान भाषा में समझें सबकुछ
What Is Nifty: शेयर मार्केट का जब भी जिक्र होता है। उस दौरान निफ्टी का नाम अवश्य लिया जाता है। हम में से कई लोगों ने निफ्टी शब्द को कहीं न कहीं जरूर सुना होगा। अक्सर निफ्टी सूचकांक का जिक्र समाचार पत्रों और टीवी चैनलों पर किया जाता है। वहीं क्या आपको इस बारे में पता है कि आखिर निफ्टी होता क्या है? अगर नहीं, तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं। निफ्टी में हो रहे उतार चढ़ाव से इस बारे में आसानी से जाना जा सकता है कि स्टॉक मार्केट का व्यवहार कैसा है? भारत में कई लोग निफ्टी के इंडेक्स फंड में निवेश करते हैं। इसमें होने वाले उतार चढ़ाव से निवेशकों को फायदा और नुकसान होता है। इसी वजह से बड़े बड़े निवेशकों की नजर इस सूचकांक पर हमेशा बनी रहती है। अगर निफ्टी में एक बड़ी गिरावट आती है। उस दौरान निवेशकों को बड़े घाटे का सामना करना पड़ता है। इसी सिलसिले में आइए जानते हैं क्या होता है निफ्टी और कैसे करता है ये काम?
क्या होता है निफ्टी
निफ्टी, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आता है। निफ्टी में देश की कुल 50 कंपनियों को इंडेक्स किया जाता है। इन कंपनियों का चुनाव देश के 12 अलग अलग सेक्टर से किया जाता है। निफ्टी शब्द नेशनल और 50 से मिलकर बना है। निफ्टी को निफ्टी 50 के नाम से भी जाना जाता है।
इसकी शुरुआत साल 1994 में की गई थी। निफ्टी में हो रहे उतार चढ़ाव से बाजार के विषय में पता चलता है कि उसका रुख किस दिशा में जा रहा है। निफ्टी की गणना भी सेंसेक्स की तरह फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर की जाती है।
निफ्टी का पूरा नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 50 है। यह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का एक इंडेक्स है। निफ्टी में इंडेक्स कंपनियां जब अच्छा प्रदर्शन करती हैं। उस दौरान देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ता है। इससे देश की उत्पादन क्षमता बढ़ती है। इस कारण देश के भीतर रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं और लोगों को नौकरियां मिलती हैं।
इस इंडेक्स में लिस्टेड कंपनियों के शेयर को सबसे ज्यादा खरीदा और बेचा जाता है। निफ्टी में लिस्टेड कंपनियों के शेयर प्राइस को जब सबसे ज्यादा खरीदा जाता है। उस दौरान निफ्टी की वैल्यू बढ़ती है। वहीं जब उसे ज्यादा बेचा जाता है। उस दौरान उसकी वैल्यू नीचे गिरने लगती है।
National Stock Exchange in Hindi नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
National Stock Exchange in Hindi नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है और इसके क्या काम हैं। यह कब बना और दुनिया के शेयर बाजारों के मुकाबले इसका क्या स्थान है। NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की सरंचना, उद्देश्य और मुख्य कार्य। एनएसई पर किस तरह से काम होता है और किस तरह की प्रतिभूतियों का व्यापार होता है। NSE की जानकारी, इसका इतिहास और वर्तमान में अर्थव्यवस्था में इसका योगदान आसान हिंदी में। यहां पढ़ें निफ्टी क्या है और सेंसेक्स और निफ्टी में अंतर हमारी साइट पर।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
National Stock Exchange in Hindi नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) भारत का सबसे बड़ा वित्तीय बाजार है। 1992 में स्थापित एनएसई एक परिष्कृत, इलेक्ट्रॉनिक तरीके से व्यापार करने वाला स्टॉक एक्सचेंज है। यह 2015 में इक्विटी ट्रेडिंग वॉल्यूम के अनुसार दुनिया में चौथे स्थान पर रहा। आज यह एक्सचेंज थोक ऋण, इक्विटी और डेरिवेटिव मार्केट में लेनदेन करता है। इसका लोकप्रिय बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स है, जो भारतीय इक्विटी बाजार में सबसे बड़ी संपत्तियों को ट्रैक करता है। यहां पढ़ें भारत में शेयर मार्केट कैसे काम करते हैं हमारी साइट पर।
Functions of National Stock Exchange नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कार्य
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) भारत का अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है और वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज (डब्लूएफई) की रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से जून 2018 के पीरियड में यह पुरी दुनिया में सौदों की संख्या के अनुसार दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। एनएसई ने 1994 में इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन-आधारित व्यापार लॉन्च किया, डेरिवेटिव ट्रेडिंग (इंडेक्स फ्यूचर्स के रूप में) और इंटरनेट ट्रेडिंग 2000 में शुरू करने वाला यह भारत में अपनी तरह का पहला एक्सचेंज था।
NSE नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है प्रौद्योगिकी में अग्रणी
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज प्रौद्योगिकी में अग्रणी है और प्रौद्योगिकी में नवीनीकरण और निवेश की संस्कृति के माध्यम से अपने सिस्टम की विश्वसनीयता और प्रदर्शन को नियमित रूप से सुनिश्चित करता है। यहां पढ़ें शेयर बाजार में सर्किट ब्रेकर क्या है।
Big and Automated स्वचालित और बड़ा
NSE भारत में पहला आधुनिक और पूरी तरह से स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है व्यापार प्रदान करने वाला स्टॉक एक्सचेंज है। भारतीय पूंजी बाजार में अधिक पारदर्शिता लाने के लक्ष्य के साथ भारतीय वित्तीय संस्थानों के एक समूह ने इसे स्थापित किया था। मार्च 2016 तक NSE कुल बाजार पूंजीकरण के आकार से दुनिया का 12 वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बन गया था। इसका फ्लैगशिप इंडेक्स निफ्टी 50 इस एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कुल बाजार पूंजीकरण के 63% का प्रतिनिधित्व करता है।
Index of National Stock Exchange नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक
निफ्टी 50 इंडेक्स के अलावा, NSE के बाजार सूचकांक विभिन्न बाजार पूंजीकरण, वॉलेटिलिटी, विशिष्ट क्षेत्रों और कारक स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है रणनीतियों को ट्रैक करते है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर डेरिवेटिव्स और ईटीएफ व्यापार
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारतीय वित्तीय बाजारों में अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है पूरी तरह से डेरिवेटिव्स और ईटीएफ व्यापार को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से करता है। एक्सचेंज के 3,000 से अधिक वीएसएटी टर्मिनल हैं जिसके कारण एनएसई देश में सबसे बड़ा निजी वाइड-एरिया नेटवर्क है।
Listing on National Stock Exchange नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के लाभ
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एक प्रमुख बाजार है जहां कंपनियां अपने शेयरों को सूचीबद्ध करने के लिये तैयार रहतीं है। यहां की व्यापारिक गतिविधि की बड़ी मात्रा और स्वचालित प्रणाली के अनुप्रयोग, व्यापार मिलान और निपटान प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता को बढ़ावा देते है। यह अपने आप में बाजार में निवेशक के आत्मविश्वास को बढ़ाता है। अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने से ऑर्डर को अधिक कुशलता से निपटान की सुविधा मिलती है जिसके परिणामस्वरूप ट्रेडिँग में अधिक तरलता और सटीक कीमतें मिलतीं हैं।
भारत में सिक्योरिटी ट्रेडिँग का एक ऐसा आधार है NSE जिस पर हर भारतीय को गर्व होना चाहिये। आधुनिक भारत के ऐसे संस्थान भारत के प्रगति और विकास के प्रतीक हैं।
स्टॉक मार्केट क्या है और इससे पैसे कैसे कमाए ?
नमस्कार दोस्तों , मैं आज आपको बताने वाला हू कि Stock Market क्या है? बहुत से लोग Stock Market में Invest करना तो चाहते है लेकिन पूरी जानकारी न होने के कारण वो Invest नहीं कर पाते है। तो मैं आज आपको को Stock Market के बारे मैं बताने वाला जिससे आपको इन्वेस्ट करने में बहुत मदत होगी।
कई लोगो इन्वेस्ट करना तो चाहते है लेकिन पूरी जानकारी न होने के कारण उन्हें डर लगा रहता है की कही वो अपने लगाए हुए भी पैसे खो ना दे। स्टॉक मार्किट या शेयर मार्किट इसके बहुत से नाम है और अलग अलग लोगो द्वारा अलग नाम से जानते है। ‘SHARE‘ जो इंग्लिश भाषा है और इसका हिंदी मैं मतलब ‘हिस्सा’ होता है। स्टॉक मार्किट हिस्से के सिद्धांत पर काम करता है।
BSE (Bombay Stock Exchange) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज माना जाता है। इसकी स्थापना 1875 में भारत के पहले स्टॉक एक्सचेंज के रूप मैं की गयी थी। भारत का दूसरा स्टॉक एक्सचेंज NSE (National Stock Exchange) है। इसकी स्थापना 1992 मैं भारत के पहले Demutualized इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज के रूप में की गयी थी।
तो आइये जानते है की आखिर ये स्टॉक मार्किट क्या होता है ? और यह किस प्रकार से काम करता है। तो आज की हमारी पोस्ट स्टॉक मार्किट से जुडी सारी जानकारी देगी और हमारी कोशिश रहेगी की आपको पूरी जानकारी मिले और आप स्टॉक मार्किट नुकसान से बचे और आपका सिर्फ मुनाफा ही हो। तो चलिए जानते है की S क्या है ?
स्टॉक मार्केट क्या है? (what is stock market)
जैसे की मेने आपको अभी बताया की stock market या share market को अलग अलग नाम से जानते है और शेयर का सीधा अर्थ होता है “हिस्सा” स्टॉक मार्किट मैं किसी कंपनी के हिस्से को शेयर कहते है।
उदहारण के तौर पर मन लीजिये की एक कंपनी ने एक लाख शेयर जारी किये है। अब अगर कोई व्यक्ति उस कंपनी में जितने शेयर खरीदता है वो उस कंपनी में उतने का मालिक हो जाता है। जैसे किसी व्यक्ति ने कंपनी में 1 लाख में से 40000 शेयर खरीद लिए तो उसका हिस्सा उस कंपनी मैं 40% हो जायेगा। और वो उस कंपनी मैं 40% हिस्से का मालिक हो जायेगा।
Stock किसी भी कंपनी मैं व्यक्ति की हिस्सेदारी को दिखता है। और वो व्यक्ति जब चाहे तब अपने शेयर किसी दूसरे को बेच सकता है या उससे कंपनी के और शेयर ख़रीदे के उस कंपनी का मालिक बन सकता है। या उस शेयर को रख के उस कंपनी मैं अपना नाम ऐड करा सकता है। और दूसरे कंपनी के शेयर भी खरीद सकता है।
कंपनी के शेयर या स्टॉक का मूल्य BSE मैं दर्ज होता है। सभी कम्पनियो के स्टॉक का मूल्य कंपनी की लाभदायक क्षमता के अनुसार कम या फिर जयादा होता रहता है। पुरे बाजार मैं नियन्तण बनाये रखने का काम भारतीय प्रतिभूति एव विनिमय स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है बोर्ड (SEBI) क्र द्वारा की जाता है। जब सेबी किसी कंपनी को अनुमति देती है तब ही कोई कंपनी अपना Initial Public Offering जारी कर सकती है बिना SEBI की अनुमति के कोई भी कंपनी IPO जारी नहीं कर सकती है।
स्टॉक मार्केट मैं कंपनी कब दिखती है ?
Stock market में listed होने या फिर दिखने के लिए कंपनी को exchange से लिखत रूप में कोई समझौते करने पड़ते है, उस समझोते के तहत कंपनी को अपनी हर गतिविधि की जानकारी बाजार को समय समय पर देनी पड़ती ,इन जानकारियों मैं ऐसी जानकारी भी होती है जिससे निवेशकों के हितो पर असर होता है।
कंपनी द्वारा दी गयी जानकारीयो के आधार पर कंपनी का मुख्यांकन किया जाता है और इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने पर उस कंपनी के शेयरयो की कीमतों में उतर-चढ़ावो आता रहता है अगर कोई भी कंपनी लिस्टिंग समझौते के नियमो का पालन नहींकरती और नियमो के उलंघन की दोषी पायी जाती है तो उसे एक्सचेंज से हटने करने की कारवाही SEBI द्वारा की जाएगी
इसके अलवा भी कंपनी को स्टॉक मार्किट मे दिखने के लिए कभी चीज़ो से गुजरना पड़ता है। जैसे की पिछले 3 साल का कंपनी का पूरा रिकॉर्ड ,कंपनी का मार्किट मैं 25 करोड़ से ऊपर हिस्सा, IPO के लिए आवेदक कंपनी की पूँजी कम से कम 10CR. और FPO के लिए Rs 3Cr. होनी चाइये। इन सब चीज़ो के अलवा भी कई चीज़ो पर ध्यान दिया जाता है जब कंपनी की listing की जाती है किसी कंपनी की listing होने के लिए उसके कड़े नियमो का पालन करना होता है।
शेयर कैसे ख़रीदे।
स्टॉक ख़रीदेने के लिए सबसे पहले आपको निर्माण लेना होगा की आप खुद stock खरीदना चाहेंगे या किसी ब्रोकर की सहायता लेंगे। उसकेबाद ही आगे बढ़ सकता है।
यदि आप ब्रोकर की सयहता लेते है तो सबसे पहले आपको आपना अन्कॉउंट खोलना होगा। जिसे Demat Account कहते है। ये अकाउंट ब्रोकर खोल देता है। ब्रोकर के जरिये स्टॉक मार्किट करने मैं कभी फायदा होता है। जैसे आपको स्टॉक मार्किट के बारे मैं अछि जानकारी मिल जाती है। ब्रोकर आपकी मदत और जानकारी आदि के लिए पैसे या स्टॉक मार्किट में मुनाफा का हिस्सा लेते है।
जब आप स्टॉक मार्किट में मुनाफा करते है तो वह पैसा आपके Demat अकाउंट में जाता है। और आपका Demart अकाउंट आपके बैंक अकाउंट से लिंक होता है। जिसे आप अपना पैसे अपने बैंक अकाउंट मैं भेज सकते है। और फिर दोबारा इन्वेस्ट करने के लिए अपने बैंक अकॉउंट से Demat अकाउंट add कर सकते है।
आज कल तो बहुत सारी इन्वेस्टमेन्ट करने के लिए app आया गई है जैसे Grow, Upstocks आदि जैसे ऐप्प है आप Playstore से Download कर इन्वेस्ट कर सकते है।