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सप्ताहांत व्यापार

सप्ताहांत व्यापार

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन सप्ताह आयोजित करेगा

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग डीपीआईआईटी), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय 10 जनवरी से 16 जनवरी 2022 तक स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक आयोजित करने के लिए तैयार है। इस सप्ताह चलने वाले वर्चुअल इनोवेशन उत्सव का उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को मनाने का है। 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' और इसे पूरे भारत में उद्यमिता के प्रसार और गहराई को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

ग्वालियर व्यापार मेला सप्ताह में 3 दिन रात 10 बजे तक खुलेगा

ग्वालियर व्यापार मेला सप्ताह में 3 दिन रात 10 बजे तक खुलेगा

ग्वालियर। ग्वालियर व्यापार मेला के संबंध में संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना की अध्यक्षता में सोमवार को व्यापारी संघ के साथ बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि ग्वालियर व्यापार मेला सप्ताह में चार दिन रात 10 बजे तक खुला रहेगा। इसी प्रकार तीन दिन रात 11 बजे तक खुला रहेगा। यह निर्णय व्यापारी संघ द्वारा की गई मांग के कारण लिया गया।

ग्वालियर व्यापार मेला वर्तमान में सप्ताह में तीन दिन रात 10 बजे तक तथा चार दिन रात 9 बजे तक खुला रहता है। बैठक में व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने अवगत कराया कि मेला में आने वाले सैलानी गर्मी का मौसम होने के कारण रात्रि में देर तक मेला घूमते हैं। इसके बाद व्यापारी आरती करने के पश्चात अपनी दुकानें बंद करते हैं। इस कारण निर्धारित समय पर दुकानें बंद नहीं हो पाती हैं। इसलिये मेला के बंद होने का समय बढ़ाया जाए। व्यापारियों की इस समस्या के समाधान के लिये निर्णय लिया गया कि अब सप्ताह में चार दिन मेला रात्रि 10 बजे तक एवं तीन दिन रात्रि 11 बजे तक खुला रहेगा। दिन में मेला शुरू होने का समय दोपहर 12 बजे से रहेगा।

इसके अलावा पीने के पानी एवं पानी के छिडक़ाव की भी समस्या रहती है। इस संबंध में कमिश्नर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठेले वालों को सख्ती से हॉकर्स जोन में भेजा जाए। साथ ही उनके व्यवसाय का भी पूरा ध्यान रखा जाए। इसी प्रकार पीने के पानी एवं छिडक़ाव के संबंध में उन्होंने समुचित व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। नगर निगम के अधिकारियों को उन्होंने निर्देशित किया कि सफाई व्यवस्था पर नगर निगम के अधिकारी नियंत्रण रखें। यदि मेला प्रांगण में ठीक से सफाई नहीं होती है तो संबंधितों के विरूद्ध कार्रवाई करें। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि मेला सप्ताहांत व्यापार में बड़े कार्यक्रम कराए जाएँ।

पेशेवरों के लिए सप्ताहांत फोन कॉल और ईमेल शिष्टाचार

कुछ लोग अपने समय के दौरान व्यावसायिक कॉल और ईमेल की अपेक्षा करते हैं, लेकिन यदि आप उनमें से एक नहीं हैं, तो आप निराश हो सकते हैं जब आप आराम करने वाले होने पर अपने मालिक या सहकर्मियों से सुनना शुरू कर देते हैं। यह एक आम समस्या है जो निराशा पैदा कर सकती है और अंततः आपको फोन उठाकर डर सकती है।

यदि आप सप्ताह के दौरान 40 से अधिक घंटे काम करते हैं, तो आपको शायद लगता है कि आप सप्ताहांत के हकदार हैं, तो आप लगातार क्या करते हैं जब आप लगातार व्यवसाय ईमेल प्राप्त करते हैं और उन दिनों पर कॉल करते हैं जिन्हें आप काम करने के लिए निर्धारित नहीं हैं?

क्या आप उन्हें अनदेखा करते हैं, तुरंत जवाब देते हैं, या सोमवार को कार्यालय वापस आने तक प्रतीक्षा करें?

जब यह आपके सहकर्मी या ईमेलिंग के बराबर स्थिति में एक सहकर्मी है, तो इस बात से बात करने में संकोच न करें कि काम से समय निकालना कितना महत्वपूर्ण है। उसे बताएं कि आप सोमवार को उसके साथ वापस आ जाएंगे। इस व्यक्ति के साथ सकारात्मक व्यापार संबंध बनाए रखने के लिए दयालु रहें। हालांकि, जब यह आपका मालिक होता है, तो आपको अगली बार प्रचार या उठाने के लिए याद नहीं करना चाहिए, तो आपको बेहद सावधान रहना होगा।

जब आप ऑफ ड्यूटी होते हैं तो बॉस ईमेल या कॉल करते हैं तो क्या करें

आपका मालिक दो श्रेणियों में से एक के अधीन आ सकता है: वह शायद ही कभी आपको अपने ऑफ-ड्यूटी घंटों के दौरान बुलाती है , सप्ताहांत व्यापार या वह आपके समय पर घुसपैठ करने का लगातार उल्लंघन करने वाला है। अगर वह आपको अक्सर फोन नहीं करती है, तो शायद आप जो चाहें उसका जवाब देने और उससे निपटने के लिए तैयार हैं। हालांकि, अगर उसकी संख्या हर शनिवार सुबह 9:00 बजे आपके कॉलर आईडी पर आती है, तो आप अपनी आंखें घुमा सकते हैं और कॉल को अनदेखा कर सकते हैं।

ऐसा करने में समस्या यह है कि यह आपको पूरे सप्ताहांत के दौरान परेशान करेगा।

उन अवांछित कॉल से निपटने के लिए यहां कुछ युक्तियां दी गई हैं:

  • हमेशा फोन का जवाब दें क्योंकि यह आपातकाल हो सकता है। यदि यह केवल थोड़ी देर में होता है, तो आगे बढ़ें और इस मामले को व्यावसायिक रूप से संभालें जैसा आप कर सकते हैं ।
  • यदि आप अपने समय के संबंध में बॉस कॉलिंग के साथ एक पैटर्न देखते हैं, तो अगले कारोबारी दिन पर खुली और स्पष्ट चर्चा करें। हो सकता है कि आपने अपनी स्थिति में जो कुछ भी अपेक्षित है उस पर कुछ याद किया हो। सब कुछ स्पष्ट रूप से वर्तनी की जरूरत है।
  • जितनी जल्दी हो सके अपने व्यक्तिगत खाते में आने वाले किसी भी ईमेल का उत्तर दें। जब तक आपके पास कोई विशिष्ट कारण न हो तब तक अपना कार्य ईमेल जांच न करें।

क्या कहना है या नहीं जब आपका बॉस कॉल करता है

जब आप इन परेशान सप्ताहांत फोन कॉल प्राप्त करते हैं तो शायद आपके दिमाग से चलने वाली दर्जनों चीजें हैं। आप कुछ व्यंग्यात्मक या विनोदी कहने के बारे में सोच सकते हैं, या आप प्रतिशोध करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। इनमें से कोई भी प्रतिक्रिया आपको पेशेवर रूप से चोट पहुंचाएगी।

देश में कोविड प्रतिबंधों से व्यापार में एक सप्ताह में 30 फीसदी की गिरावट, बाजारों में फुटफाल 50 फीसदी तक गिरा

थोक व्यापार में आई लगभग 15 से 20 प्रतिशत के व्यापार की गिरावट

नई दिल्ली, (आईएएनएस)| देश में बढ़ते कोरोना के कारण देश के उपभोक्ताओं के मन में डर बिठा दिया है। वहीं इस पर रोकथाम पाने के लिए उठाए गए कदमों से अब बाजारों और व्यापार में नुकसान होने लगा है। कैट के अनुसार पिछले एक सप्ताह में देश सप्ताहांत व्यापार के विभिन्न राज्यों के रिटेल व्यापार में 30 प्रतिशत की कमी आई है, वहीं रात्रि कर्फ्यू लगने से एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले व्यापार की काम ढुलाई होने के कारण लगभग 15 से 20 प्रतिशत के व्यापार की गिरावट थोक व्यापार में आई है।

दूसरी ओर देश के अनेक राज्यों में कई प्रकार के प्रतिबन्ध लगने तथा कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने के कारण बाजारों में उपभोक्ताओं का आना -जाना लगभग 50 प्रतिशत कम हो गया है। कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की, "पिछले एक सप्ताह में कोविड के आंकड़ों के एक गहन विश्लेषण ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कर्फ्यू और लॉकडाउन कोरोना मामलों को नियंत्रित करने के वांछित परिणाम प्राप्त करने में बिल्कुल व्यर्थ साबित हुए हैं।"

कैट ने महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के व्यापारियों से बातचीत के आधार पर यह आंकड़े जारी करते हुए कहा की देश भर में लोगों के बीच अनेक किंवदंतियों से देश में तेजी से बढ़ते कोविड मामलों के कारण लोगों ने अब घर से बाहर निकलना काफी हद तक कम कर दिया है, जिसका असर रिटेल बाजारों पर साफ दिखाई पड़ रहा है।

वहीँ लगभग सारे देश में दिन में मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबन्ध है जो रात्रि 9 बजे खुलता है लेकिन तब तक अधिकांश राज्यों में रात्रि कर्फ्यू लग जाता है इसलिए थोक माल की आवा जाही पर भी 15 से 20 प्रतिशत कमी आयी है है। कैट के मुताबिक रात्रि कर्फ्यू अथवा लॉकडाउन कोविड से निपटने का कोई हल नहीं है। इस बार कोविड महामारी से निपटने के लिये कैट ने लगातार सरकार से सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत करते हुए सबके सहयोग से एक मजबूत रणनीति बनाये जाने पर जोर दिया है !

Zomato के को-फाउंडर मोहित गुप्ता ने दिया इस्तीफा, दो सप्ताह में यह तीसरा इस्तीफा

Paytm की राह पर Zomato, 6 माह में शेयर 66 फीसदी गिरे, निवेशकों के 87,000 करोड़ साफ

LagatarDesk : ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो को बड़ा झटका लगा है. कंपनी के को-फाउंडर मोहित गुप्ता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मोहित गुप्ता के इस्तीफे देने की वजह सामने नहीं आयी है. मोहित गुप्ता ने 2018 में जोमैटो के हेड के तौर पर जुड़े थे. उन्हें 2021 में को-फाउंडर के तौर पर प्रोमोट किया गया था. लेकिन साढ़े चार सालों के बाद अचानक उन्होंने कंपनी से इस्तीफा दे दिया. हालांकि वे बतौर निवेशक कंपनी के साथ जुड़े सप्ताहांत व्यापार रहेंगे. जोमैटो ज्वाइन करने से पहले मोहित गुप्ता ट्रैवल पोर्टल Makemytrip के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर थे. (पढ़ें, नालंदा : बीम चढ़ाने के दौरान गिरा निर्माणधीन पुल, कई दबे, एक की मौत)

नवंबर माह में तीसरा सबसे बड़ा इस्तीफा

नवंबर माह में जोमैटो में हुआ यह तीसरा बड़ा इस्तीफा है. इससे पहले भी कंपनी के दो बड़े अधिकारी अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं. 7 नवंबर को जोमैटो के न्यू इनीशिएटिव हेड और पूर्व फूड डिलीवरी राहुल गंजू ने इस्तीफा दिया था. वो कंपनी के साथ बीते 5 सालों से जुड़े हुए थे. वहीं जोमैटो के इंटरसिटी लीजेंड्स सर्विस के हेड सिद्धार्थ झावर ने भी कंपनी से इस्तीफा दिया था. कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज के पास फाइस किये गये रेग्युलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी है.

जोमैटो के आईपीओ में मोहित गुप्ता की रही थी बड़ी भूमिका

गौरतलब है कि जुलाई 2021 में जोमैटो का आईपीओ आया था और उसमें मोहित गुप्ता की बड़ी भूमिका रही थी. जोमैटो की स्टॉक एक्सचेंज पर शानदार लिस्टिंग रही थी. 76 रुपये के आईपीओ वाले शेयर 169 रुपये के लेवल तक जा पहुंचा था. लेकिन सप्ताहांत व्यापार अभी शेयर अपने आईपीओ प्राइस 76 रुपये से नीचे ट्रेड कर रहा है. लिस्टिंग के एक साल पूरे होने पर बड़े निवेशकों ने शेयर में बिकवाली की, जिसकी वजह से शेयरों में गिरावट देखी गयी.

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कई चुनौतियों से जूझ रही है कंपनी

फिलहाल जोमैटो कई तरह की चुनौतियों से जूझ रही है और काम करने के तरीकों को लेकर बड़े फैसले ले रही है. कंपनी ने हाल ही में ऐलान किया सप्ताहांत व्यापार है कि 24 नवंबर से यूएई में उनकी डिलीवरी सेवाएं बंद हो जायें. जो भी ग्राहक उनके एप पर यूएई में ऑर्डर करेंगे उनके ऑर्डर एक दूसरे एप पर ट्रांसफर कर दिए जायेंगे. इतना ही नहीं सितंबर तिमाही में कंपनी का घाटा कम होकर 251 करोड़ हो गया है. जो पिछले साल सितंबर सप्ताहांत व्यापार तिमाही में 430 करोड़ था. इसके अलावा कंपनी की आय भी सितंबर तिमाही में 62 प्रतिशत बढ़कर 1661 करोड़ हो गयी. जबकि पिछले साल ही कंपनी को 1024 करोड़ का मुनाफा हुआ था. वहीं तिमाही के दौरान कंपनी के फूड डिलीवरी कारोबार का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़ गया है.

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