क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी

भारत में कैसे और कहां से खरीदें क्रिप्टोकरेंसी, यहां पाएं सारी जानकारी
भारत में करीब 55 लाख लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है और यह संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है
हालिया रिपोर्टों के मुताबिक कोरोना लॉकडाउन के दौरान भारत में लोगों ने जमकर क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग की। यह सच भी है कि क्रिप्टोकरेंसी अब लोगों के लिए नया कॉन्सेप्ट नहीं रह गया है। इसमें निवेश के लिए लोगों की दिलचस्पी अपने उफान पर है।
इसके अलावा, RBI की तरफ क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी से २०१८ में लगाए क्रिप्टो बैन के हटने के बाद, अब ट्रेडर्स भी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में पार्टिसिपेट करने से हिचक नहीं रहे हैं।
फिलहाल क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले भारतीयों की संख्या ५५ लाख के करीब है और यह हर दिन बढ़ती जा रही है।
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देश के पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने भी एक हालिया वेबिनार में इस बात को स्वीकार किया। इसलिए अब क्रिप्टो एसेट्स को एक कमोडीटिज के रूप में रेग्युलेट करने की चर्चा भी शुरू हो गई है।
अगर आपके अंदर भी इस तेजी से बढ़ते क्रिप्टो समुदाय का हिस्सा बनने की इच्छा हो रही है, तो आपको अभी कुछ क्रिप्टोकरेंसी खरीदकर इसकी शुरुआत करनी चाहिए।
अपनी मनपसंद क्रिप्टोकरेंसी को कहां से और कैसे खरीदें?
क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए भारत में वजीरएक्स (WazirX) एक आसान और सहज तरीका ऑफर करता है, जहां आपको कई सारी क्रिप्टोकरेंसी को चुनने का विकल्प मिलता है।
सबसे पहले, आपको इस प्लेटफॉर्म पर अपना एक अकाउंट खोलना होगा। इसके लिए आपको एक वैलिड ID प्रूफ की जरूरत होगी, जिसके जरिए अनिवार्य KYC की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। साथ ही लेनदेन के लिए आपको अपने बैंक खाते कि जानकारी भी देनी होगी।
आपकी दी गई जानकारियों को सत्यापित करने में कुछ घंटे लगते हैं, जिसके बाद आपका अकाउंट खुल जाता है।
आप अपने बैंक खाते में जमा राशि का इस्तेमाल कर सीधे कोई भी अपनी पसंद की क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं।
आपको WazirX से क्यों क्रिप्टोकरेंसी खरीदनी चाहिए?
बिनांस के हाथों अधिग्रहण
नवंबर २०१९ में Binance (बिनांस) द्वारा WazirX का अधिग्रहण किया गया। बिनांस दुनिया की सबरसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है।
इस डील ने WazirX को क्रिप्टोकरेंसी दुनिया का इंटरनेशनल एक्सचेंज बना दिया। इसका मतलब है कि अब पूरी दुनिया के क्रिप्टो ट्रेडर और निवेशक WazirX के डिजिटल एसेट प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अधिकतम सुरक्षा
WazirX भारत का सबसे सुरक्षित एक्सचेंज है। वह भारत में सुरक्षित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मुहैया कराने के लिए नियमित सिक्योरिटी ऑडिट में निवेश कर रहा है।
ट्रांजैक्शन की रफ्तार
WazirX का सिस्टम लाखों की संख्या में पैसों से क्रिप्टो, क्रिप्टो से पैसों और क्रिप्टो से क्रिप्टो ट्रांजैक्शन को संभाल सकता है। उनका इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए कुछ ही सेकेंड में अपनी क्षमता को बढ़ाने में सक्षम है।
यूजर-फ्रेंडली डिजाइन
WazirX प्लेटफॉर्म पर क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेंडिग स्पीड बहुत तेज है, जो उपभोक्ताओं को अच्छा अनुभव देती है। इसके क्रिएटर्स पहले ही ऐसी टेक्नोलॉजी विकसित कर चुके हैं, जिसे दुनिया भर में लाखों लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। इस अनुभव ने WazirX को अच्छे फीचरों से लैस और कुशल क्रिप्टो एक्सचेंज बनाने में मदद की।
ब्लॉकचेन एक्सपर्ट की टीम
WazirX के साथ एक विशुद्ध ट्रेडर्स और जुनूनी ब्लॉकचेन एक्सपर्ट की टीम है। वह इस चीज को अच्छी तरीके से समझते हैं कि क्रिप्टो को किस चीज की जरूरत है। वजीरएक्स पर शुरुआत से ही शानदार ग्राफ, मोबाइल ऐप जैसे फीचर रहे हैं।
5 प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध
WazirX सभी प्लेटफॉर्म पर एक शानदार और सहज क्रिप्टो ट्रेडिंग अनुभव देता है। यह वेब, एंड्रॉयड, iOS,विंडोज और मैक ऐप प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
WazirX Token (WRX) पाने का मौका
WazirX Token या WRX, वजीरएक्स की अपनी क्रिप्टोकरेंसी है। WRX खरीदकर या क्रिप्टो ट्रेडिंग करने पर आप WRX में रिवॉर्ड पा सकते हैं।
इसके अलावा भविष्य में फीस में छूट, मार्जिन फीस चुकाने या दूसरे कार्यों में भी WRX उपयोगी साबित हो सकता है।
एक शानदार रेफरल प्रोग्राम
WazirX के ट्रेड कमीशन प्रोग्राम के जरिए आप जितनी चाहे, उतनी कमाई कर सकते हैं। आप अपने दोस्तों को रेफर कर सकते हैं और उनके हर ट्रेड पर ५०% कमीशन हासिल कर सकते हैं। सभी कमीशन २४ घंटे के अंदर आपके खाते में क्रेडिट हो जाएगी।
खैर अब आपको यह पता चल गया है कि क्रिप्टो को कैसे खरीदते हैं। लेकिन सिर्फ खरीदना ही अहम नहीं है। आपको यह भी पता होना चाहिए कि क्रिप्टो का भारत और पूरी दुनिया में क्या भविष्य है।
भारत और दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य
ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में भारत एक अहम प्लेयर के रूप में उभर रहा है। भारत के पास अंतराष्ट्रीय डिजिटल करेंसी मार्केट में १२.९ अरब डॉलर तक का योगदान देने की संभावना है।
Deutsche Bank की एक रिपोर्ट के मुताबिक २०३० तक भारत में कामकाजी लोगों की आबादी में तेजी आएगी।
इसका मतलब है कि क्रिप्टोकरेंसी के मुख्यधारा में आने के साथ-साथ देश के कामकाजी लोग तेजी से क्रिप्टोकरेंसी को अपनाएंगे।
इसके अलावा कुछ स्टडी यह भी कहती हैं क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी कि आने वाले समय में कुछ देश भी क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट देना शुरू कर सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने वाले रिटेल कंज्यूमरों की संख्या बढ़ने के साथ ही, ब्लॉकचेन वॉलेट की डाउनलोड संख्या में भी तेजी आएगी। इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ने से यह दर भी बढ़ सकती है।
अगर मौजूदा ट्रेंड आगे भी जारी रहता है, तो २०३० तक ब्लॉकचेन वॉलेट का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर २० करोड़ हो सकती है, जो २०३५ तक ३५ करोड़ पहुंच सकती है।
Forecast of Cryptocurrency and Internet Users, Source: Deutsche Bank
सिर्फ इतना ही नहीं, ब्लूमबर्ग की जून २०२० में जारी क्रिप्टो आउटलुक में कहा गया था कि आने वाले समय में Tether (USDT) जैसी स्टेबल क्वाइन की मार्केट वैल्यूएशन में भारी उछाल आ सकता है।
MoneyControl News
First Published: Sep 30, 2021 8:07 AM
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China Cryptocurrency: चीन ने लॉन्च की खुद की क्रिप्टोकरंसी, कैसे काम करेगा और क्या होगा इसका असर … पढ़ें इसकी पूरी जानकारी
चीन में डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी को लॉन्च कर दिया गया है. इसका कंट्रोल पीपुल्स ऑफ चाइन के पास होगा. इस क्रप्टोकरेंसी के लॉन्च होने के बाद चीनी अर्थव्यवस्था के लिए कई तरह कर संभावनाएं खुल गईं हैं.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: निलेश कुमार
Updated on: Apr 07, 2021 | 10:05 PM
अमेरिका से भी ज्यादा विशालकाय अर्थव्यवस्था का सपना देख रहे चीन ने अब खुद की क्रिप्टोकरेंसी भी लॉन्च कर ली है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि चीनी सरकार द्वारा लॉन्च किए गए इस डिजिटल करेंसी को केंद्रीय बैंक कंट्रोल कर रहा है. हालांकि, क्रेडिट कार्ड्स और पेमेंट ऐप्स के ज़माने में पैसों से जुड़ा लेनदेन तो पहले ही वर्चुअल हो गया है. लेकिन, इस क्रिप्टोकरेंसी के लॉन्च के साथ ही चीन अब करेंसी को भी कम्प्युटर कोड के जरिए इस्तेमाल होने को कानूनी मान्यता दे रहा है
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी एक रिपोर्ट में चीन की क्रिप्टोकरेंसी का नाम डिजिटल युआन बताया है. इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि डिजिटल युआन में बिटकॉइन की सबसे बड़ी कमी को दूर किया गया है. दरअसल, बिटकॉइन के इस्तेमाल करने वाले यूजर के बारे में पता नहीं लगाया जा सकता है. लेकिन, डिजिटल युआन में ऐसा नहीं होगा.
पीपुल्स बैंका ऑफ चाइन (PBOC) समेत दुनियाभर के कई केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी तैयार करने में जुटे हुए हैं. दुनियाभर में कई दिग्गजों और जानकारों का मानना है कि आने वाले समय में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेमेंट्स को तेज और सस्ता बनाने के लिए डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल जरूरी होगा. इसके जरिए खुदरा ग्राहकों से लेकर बड़े स्तर पर भी पेमेंट करना आसान हो जाएगा. साल 2014 से ही पीबीओसी खुद के डिजिटल करेंसी तैयार करने में जुटा हुआ था.
कैसे काम करेगा चीन का डिजिटल युआन?
डिजिटल युआन को यूजर के लिहाज से देखें तो यह चीन के मौजूदा डिजिटल पेमेंट तरीकों जैसा ही होगा. वर्तमान में यूजर्स डिजिटल वॉलेट ऐप डाउनलोड करते हैं और अपने पैसे इसमें रखते हैं. इसके बार एक क्यूआर कोड को स्कैन करके पेमेंट पूरा कर लिया जाता है. डिजिटल युआन को कुछ इस तरह से तैयार किया गया है ताकि सिक्के और बैंक नोट्स जैसे कैश के इस्तेमाल को घटाया जा सके.
चीन में आम लोगों तक डिजिटल करेंसी को पहुंचाने में यहां के कॉमर्शियल बैंकों की सबसे बड़ी भूमिका है. लेकिन, इन बैंकों को ऐसा करने के लिए उतनी ही रकम पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के पास रिज़र्व भी रखनी होगी.
बिटकॉइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी के तरह डिजिटल युआन के लिए ब्लॉकचेन और डिस्ट्रीब्युटेड लेजर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. इस तकनीक का इस्तेमाल तब किया जाता है, जब पेमेंट्स के लिए किसी बैंक से मंजूरी नहीं लेनी होती है.
क्या होगा डिजिटल युआन का असर?
डिजिटल युआन के बड़े स्तर पर इस्तेमाल करने का मतलब होगा कि चीन में क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी नीतियों को तैयार करने वाले लोगों को यह स्पष्ट पता चल सकेगा कि चीन की अर्थव्यवस्था में पैसों का फ्लो क्या है. इससे वे किसी गलत या अवैध काम में आने वाले लेनदेन को ट्रैक कर सकेंगे. साथ ही उन्हें मौद्रिक नीति के मोर्चे पर भी काम करने में सहूलियत मिलेगी. किसी भी गड़बड़ी वाले स्थानों या क्षेत्रों को दुरुस्त करने के लिए विशेष मौद्रिक नीति तैयार की जा सकेगी. अर्थव्यवस्था के खराब दौर में चीन सरकार कैश पर ब्याज दर को निगेटिव भी कर सकेगी.क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी
बीते लंबे समय से चीन इस तैयारी में है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी करेंसी को खास दर्जा मिले. ऐसे में डिजिटल युआन से उसका यह सपना पूरा भी हो सकता है. इस लॉन्च के बाद दूसरे देशों में भी डिजिटल युआन का इस्तेमाल संभव हो सकेगा.
कब आएगा डिजिटल डॉलर?
अमेरिका के ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन ने इस बात के संकेत दी हैं जो बाइडन प्रशासन डिजिटल डॉलर की संभावनाओं पर रिसर्च को बढ़ावा देगी. स्टीवन म्युनिक के दौर में इसे लेकर कुछ खास तत्परता नहीं दिखाई देती थी. येलेन के हवाले से इसी साल फरवरी में न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट में लिखा था कि केंद्रीय बैंक को सॉवरेन डिजिटल करेंसी जारी करने के बारे में सोचना चाहिए.
बीते कुछ महीनों में डिजिटल करेंसी को लेकर कई देशों में एक्सिपेरिमेंट किए जाने की खबरें आ चुकी हैं. बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट के पास उपलब्ध आंकड़ों से इस बारे में जानकारी मिलती है. स्वीडन में डिजिटल क्रोना का ट्रायल हो चुका है.
रूस ने कहा अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी बैन की मांग
रूस के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को रूसी क्षेत्र में क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल और माइनिंग पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है. इसके पीछे उन्होंने वित्तीय स्थिरता, नागरिकों की भलाई और इसकी मौद्रिक नीति संप्रभुता के लिए खतरों का हवाला दिया है.
रूस ने उठाई क्रिप्टोकरेंसी पर बैन की मांग
gnttv.com
- नई दिल्ली ,
- 21 जनवरी 2022,
- (Updated 21 जनवरी 2022, 2:36 PM IST)
रूस के केंद्रीय बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया.
इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर एक्स्ट्रा पेनाल्टी लगाने पर जोर.
दुनियाभर में इन दिनों क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की काफी चर्चा है. कई देश जहां इस वर्चुअल करेंसी के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहे हैं, वहीं कुछ देशों ने इसपर बैन भी लगा दिया है. कई जगहों पर क्रिप्टोकरेंसी के फ्यूचर को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. एक के बाद एक देश इस वर्चुअल मुद्रा को किसी न किसी तरह से प्रतिबंधित कर रहे हैं. इस कड़ी में नया नाम जुड़ा है रूस का. रूस के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को रूसी क्षेत्र में क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल और माइनिंग पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है. इसके पीछे उन्होंने वित्तीय स्थिरता, नागरिकों की भलाई और इसकी मौद्रिक नीति संप्रभुता के लिए खतरों का हवाला दिया है.
सेंट्रल बैंक ने इसके वॉलेटाइल और इलीगल एक्टिविटीज में इस्तेमाल होने का आरोप लगाया. "क्रिप्टोकरेंसीज: ट्रेंड्स, रिस्क्स, मीजर्स" नाम की इस रिपोर्ट में, सेंट्रल बैंक ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के जरिए लोगों को अपना पैसा देश की इकोनॉमी से बाहर ले जाने का मौका मिलता है, जिससे इकोनॉमी कमजोर हो रही है. इसके साथ ही देश के लिए अपनी मॉनिटरी पॉलिसीज को बेहतर बनाए रखना मुश्किल हो रहा है. कुछ समय पहले ही सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया ने देश और विदेश में क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करने वाले क्लाइंट्स की डिटेल सहित कुछ प्राइवेट मनी ट्रांसफर के संबंध में कमर्शियल बैंकों से जानकारी जुटाने की योजना का ऐलान किया था.
नियम तोड़ने पर एक्स्ट्रा पेनाल्टी
देश ने भले ही 2020 में क्रिप्टो को लीगल स्टेटस दे दिया था, लेकिन रूस गुड्स और सर्विसेज के लेनदेन में पेमेंट के लिए क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करने पर रोक लगा चुका है. हालांकि ताजा रिपोर्ट इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर एक्स्ट्रा पेनाल्टी लगाने पर जोर देती है. खबरों के मुताबिक सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया अपनी डिजिटल करेंसी या डिजिटल रूबल पेश करने की योजना पर काम कर रहा है. रिपोर्ट रूस के लिए बेहतर समाधान मानकर क्रिप्टो पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की बात करती है. साथ ही इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि खनन से गैर-उत्पादक बिजली खर्च बढ़ता है. जिसकी वजह से आवासीय भवनों, सामाजिक बुनियादी ढांचे और औद्योगिक वस्तुओं में ऊर्जा की आपूर्ति के साथ ही रूसी संघ का पर्यावरण एजेंडा कमजोर होता है.
इन देशों में लगा क्रिप्टोकरेंसी पर बैन
चीन, बांग्लादेश, रूस, मिस्र, मोरक्को, तुर्की, ईरान, अल्जीरिया, बोलीविया, कोलंबिया, इंडोनेशिया, नेपाल और उत्तरी मैसेडोनिया जैसे देशों ने भी क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है.
क्रिप्टो करेंसी क्या है पैसे कैसे कमाए | Crypto Currency Kya Hai
CryptoCurrency Kya Hai In Hindi: इंटरनेट के माध्यम से आपने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में तो आपने सुना ही होगा. पर क्या आप जानते हैं Cryptocurrency क्या है और काम कैसे करती है, क्रिप्टोकरेंसी का अबिष्कार कब हुआ, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे करें, क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कैसे कमाए, क्रिप्टोकरेंसी के फायदे व नुकसान क्या हैं तथा भारत में क्रिप्टोकरेंसी का क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी भविष्य क्या होगा.
अगर आपके मन में भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर इसी प्रकार के सवाल आते रहते हैं तो आज के इस लेख के द्वारा हम आपके सवालों का जवाब देने की कोशिस करेंगे.
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है जिसे हम छु नहीं सकते हैं, अपने पास नहीं रख सकते या फिर बैंक या तिजोरियों में छुपा नहीं सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी को हम अपने डिजिटल Wallet में रख सकते हैं और ऑनलाइन Transaction के साथ – साथ क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग भी कर सकते हैं .
कई विशेषज्ञ कहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य में स्थाई तौर पर उपयोग में लाया जाएगा, और कई कहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई भविष्य नहीं है. इसी कारण से दुनिया के कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी को illegal माना जाता है तो कई सारे क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी देशों में क्रिप्टोकरेंसी को Legal कर दिया गया है. भारत भी उन्हीं देशों की सूची में है जहाँ क्रिप्टोकरेंसी लीगल है.
क्रिप्टोकरेंसी के बारे में विस्तृत जानकरी प्राप्त करने के लिए इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें. तो चलिए शुरू करते हैं बिना किसी देरी के आज के इस लेख – क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी.
करेंसी क्या है (What is Currency in Hindi)
करेंसी एक ऐसी धन – प्रणाली होती है जिसे किसी देश के द्वारा मान्यता प्राप्त होती है और उसकी कोई Value होती है. करेंसी को उस देश के लोगों द्वारा धन के रूप में प्रयोग किया जाता है, लोग करेंसी के इस्तेमाल से वस्तुएं खरीद सकते हैं.
Currency को हिंदी में मुद्रा कहा जाता है. आजकल लगभग सभी देशों के पास खुद की करेंसी होती है जैसे भारत की करेंसी रुपया है और अमेरिका की डॉलर इसी प्रकार अन्य देशों की भी अलग – अलग करेंसी होती है.
करेंसी को कागज़ या धातु के टुकड़ों (सिक्कों) पर प्रिंट किया जाता है. करेंसी भौतिक रूप में होती है, मतलब कि हम इसे छु सकते हैं, अपने पास रख सकते हैं. इसलिए करेंसी को फिजिकल करेंसी भी कहते हैं. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी इससे बहुत अलग है.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है जो कंप्यूटर के अल्गोरिथम पर बनी होती है. यह एक डिजिटल asset है जिसके द्वारा ऑनलाइन चीजों की खरीददारी का काम कर सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक स्वतंत्र मुद्रा है, Decentralized होने के कारण इसका मालिक कोई नहीं है और न ही दुनिया के किसी भी देश के सरकार का अधिकार क्रिप्टोकरेंसी में है.
क्रिप्टोकरेंसी Peer to Peer इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के रूप में कार्य करती है जिसके द्वारा हम इंटरनेट के माध्यम से Service या Good को खरीदते हैं. क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने के लिए किसी बैंक या सरकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है.
Digital Form में होने के कारण क्रिप्टोकरेंसी को छु नहीं सकते हैं और ना ही हम इसे भौतिक रूप में अपने पास रख सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी के द्वारा लोग ऑनलाइन खरीदकारी करने के साथ – साथ क्रिप्टो में ट्रेड करने का काम सकते हैं.
तकनीकी रूप से कहें तो क्रिप्टोकरेंसी Blockchain Technology पर आधारित एक वर्चुअल करेंसी है जो कि Cryptography के द्वारा सुरक्षित है. Cryptocurrency को Digital Currency, Virtual Currency या Electronic Currency के नामों से भी जाना जाता है.
क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास (History of Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टोकरेंसी की शुरुवात 2009 में हुई थी जिसका नाम बिटकॉइन था. जापान के इंजिनियर सतोषी नाकमोतो ने बिटकॉइन को बनाया था. शुरुवात में यह इतना ज्यादा Popular नहीं था, लेकिन धीरे – धीरे क्रिप्टोकरेंसी के रेट बहुत अधिक बढ़ने लगे और देखते ही देखते क्रिप्टोकरेंसी बहुत अधिक महंगी हो गयी जिसके बाद से लोगों का ध्यान क्रिप्टोकरेंसी पर गया और लोग इसमें निवेश करने लगे.
2009 में क्रिप्टोकरेंसी की Value 1 रूपये थी लेकिन आज 45 लाख 1 बिटकॉइन की Value है. शुरुवात में क्रिप्टोकरेंसी को illegal कर दिया था लेकिन धीरे – धीरे क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता को देखकर कुछ देशों ने इसे Legal कर दिया. अभी भी बहुत सारे ऐसे देश हैं जहाँ क्रिप्टोकरेंसी illegal है. भारत की बात करें क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी तो यहाँ क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से Legal है
कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम
वैसे तो सैकड़ों क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं पर इनमें से कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी जो अच्छा Perform कर रहे हैं उनके नाम निम्न हैं –
- बिटकॉइन (Bitcoin)
- इथेरयम (Ethereum)
- रेडकॉइन (Redcoin)
- सोलाना (Solana)
- रिप्पल (Ripple)
- लाइटकॉइन (Litecoin)
- मोनेरो (Monero)
- तेथेर (Tether)
- डोज़ कॉइन (Dogecoin)
- शीबा एनु (Shiba Coin)
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे (Advantage of Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टोकरेंसी के अनेक सारे फायदे हैं जिनमें से कुछ के बारे में हमने लेख में बताया है –
- क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है, इसमें fraud होने की संभावना बहुत कम है.
- क्रिप्टोकरेंसी फिजिकल फॉर्म में उपलब्ध नहीं रहती है, इसे हम तिजोरी या बैंक में नहीं रख सकते हैं, जिसके कारण क्रिप्टोकरेंसी के चोरी होने, कट – फट जाने या खो जाने की संभावना नहीं होती है.
- क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करना बहुत आसान है. आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं.
- क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना अच्छा विकल्प है, क्योंकि इसकी कीमतों में तेजी से उछाल आते हैं.
- क्रिप्टोकरेंसी को किसी बैंक, सरकार या देश के द्वारा संचालित नहीं किया जाता है. यह एक स्वतंत्र करेंसी है.
- क्रिप्टोकरेंसी बहुत Secure है क्योंकि इसमें Cryptography Algorithm का इस्तेमाल किया गया है.
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान (Disadvantage of Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टोकरेंसी के अनेक सारे फायदे होने के कारण इसके कुछ नुकसान भी हैं जो नीचे बताये गए हैं –
Cryptocurrency क्या है? जानिए क्रिप्टोकरेंसी के फायदे और नुकसान
वर्तमान में क्रिप्टो मार्किट में लगभग 10,000 से भी अधिक क्रिप्टोकोर्रेंसी उपलब्ध है। जिनमे से ज्यादातर क्रिप्टोकोर्रेंसी को कोई नहीं जनता और जानते भी होंगे तो इनमे निवेशकों ने बहुत ही कम पैसे निवेश किये है। लेकिन इन्ही में से शीर्ष के ऐसे क्रिप्टोकोर्रेंसी है जो काफी लोकप्रिय हो चुके है। और लोग इनमे अधिक से अधिक पैसे निवेश किये है। जैसे बिटकॉइन, एथेरियम, टेथर, शीबा इनु इत्यादि।
Cryptocurrency लगभग पिछले चार-पांच सालों से देश में काफी लोकप्रिय होते जा रहा है और इसमें निवेशकों की संख्या बहुत ही तेजी से बढ़ते जा रही है। हालाँकि इसकी शुरुवात 2008 से क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी हो चूका था। परन्तु नए लोगो के लिए Cryptocurrency को समझने में थोड़ी परेशानी तो होती ही है। जो की स्वाभाविक है। तो आइये जाने क्रिप्टोकोर्रेंसी क्या है।
Table of contents
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What Is Cryptocurrency?)
क्रिप्टोकररेंसी या क्रिप्टोग्राफिक मनी एक डिजिटल प्रकार की मुद्रा है। यह कोई भौतिक धन (Physical currency ) नहीं है और न ही असल सिक्के या नोट है जिसे हम अपने पास या बैंक अकाउंट में जमा कर सकें। मतलब बिटकॉइन,एथेरियम और दूसरे क्रिप्टो करेंसी जैसे कोई भी भौतिक मुद्रा के रूप में उपलब्ध नहीं है जिसे लोग बाजार में असली पैसे के रूप में उपयोग कर सके। इसलिए यह पारम्परिक मुद्रा से बिलकुल ही अलग तरीके से संचालित होती है।
हमारे देश की करेंसी के नोट सरकार और रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के आदेश पर छापे जाते है। लेकिन क्रिप्टोकोरेंसी को अलग तरीके से बनाया और जारी किया जाता है। किसी भी क्रिप्टोकररेंसी को तकनीकी प्रक्रिया के माध्यम से प्रचलन में लाया जाता है जिसमे दुनिया भर के क्रिप्टो समुदाय के लोगो की भागीदारी शामिल होती है। यानि इसे दुनियाभर के क्रिप्टो तकनीक के जानकार लोग अपने अपने कम्पूटरो के माध्यम से तैयार करने के भागीदार होते है। वर्तमान में क्रिप्टो करेंसी प्रमुख दो प्रोटोकॉल Proof of Work और Proof of Stake पर आधारित होते है।
क्रिप्टो करेंसी पूरी तरह डिजिटल यानि सिर्फ आभाषी मुद्रा है जो ब्लॉक चैन पर संग्रहित होते है। ब्लॉकचैन पर आधारित क्रिप्टोकरेंसी की सुरक्षा बनाये रखने के लिए डाटा और सूचनाओ को एन्क्रिप्ट करने की जरुरत होती है जो क्रिप्टोग्राफ़ी प्रणाली पर चलती है। इसलिए इसे क्रिप्टोग्राफ़ी मनी भी कहते है। इसे किसी भी देश के सरकार या संस्था द्वारा नियंत्रित या संचालित नहीं किया जा सकता जिसके कारण ही इसे विकेन्द्रीकृत (decentralized) परिभाषित किया जाता है।
क्रिप्टोग्राफ़ी, क्रिप्टोकररेंसी एक्सचेंस के डिसेंट्रलाइज़्ड माध्यम के रूप में कार्य करता है जंहा ये डिजिटल हस्तांतरण (transaction) का सत्यापन, जाँच करके पूर्ण करने का कार्य करता है। और साथ ही नए क्रिप्टो करेंसी के निर्माण में उनके अंतर को चिन्हित करने का कार्य क्रिप्टोग्राफ़ी से ही होता है।
क्रिप्टोकररेंसी में आदान प्रदान (एक्सचेंस) मुख्य रूप से ब्लॉकचैन तकनीक पर आधारित होते है जो क्रिप्टोकररेंसी को डिसेंट्रलाइज़्ड रूप में रखता है। ब्लॉकचैन, एक सार्वजनिक बही खाता की तरह है जिसमे अब तक उस नेटवर्क में किये गए सभी लेन देन की जानकारी होती है। इसलिए उस नेटवर्क के हर कोई सभी लेन देन की जानकारी देख क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी सकता है।
क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत कब हुई थी?
क्रिप्टो करेंसी का अविष्कार साल 2008 में बिटकॉइन के रूप में हुआ जिसे सतोशी नाकामोतो नाम के अज्ञात व्यक्ति या समूह ने बनाया था। हालाँकि इसकी शुरुवात साल 2009 में हुआ क्योकि लगभग एक साल तक यह ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर की तरह डेवलपमेंट स्टेज पर था।
पूरी दुनिया में सबसे पहले किसी क्रिप्टोकरेंसी का एक्सचेंज साल 2009 में बिटकॉइन के ट्रांसेक्शन के साथ हुआ, जिसे सातोशी नाकामोतो ने ही किया था।उन्होंने पुरे क्रिप्टो करेंसी के नेटवर्क (ब्लॉकचैन) की शुरुवात की। जिसे फाइनेंसियल मार्किट में सबसे बड़े अविष्कार के रूप में देखा जाता है।
बिटकॉइन के शुरुवात के साथ ही डिजिटल मुद्रा के क्षेत्र में एक नए युग का आरम्भ हुआ। जिसके बाद से ही लंबे या बड़े वर्ग, आपूर्ति और नई गणनाओं के साथ भविष्य की अर्थव्यवस्था के अनुकूल परिस्थितियों को ध्यान में रखकर डिजिटल मुद्रा बनाई जा रही है। जो की भविष्य में धन के रूप में भी इस्तेमाल हो सकता है।
क्रिप्टोकररेंसी का इस्तेमाल वर्तमान में पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ते जा रहा है। अगर किसी क्रिप्टोकरेंसी की तुलना फ़िएट मनी या नकद से उसके विनिमय दर यानी एक्सचेंज रेट पर की जाए तो यह उपयोगी और लाभकारी हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे | Benifits of Cryptocurrency
अगर आप क्रिप्टो में निवेश की सोच रहे है तो इसके फायदों के बारे में जरूर जान लें। सबसे पहले तो यह एक विकेन्द्रीकृत (Decentralized) डिजिटल मनी है। इसलिए इस पर किसी भी संस्था, संगठन या सरकार का कोई भी हस्तक्षेप नहीं रहता यानी आपके निवेश पर आपका पूरा नियंत्रण रहेगा।
इसमें अपने एसेट्स के साथ कुछ भी करने के लिए आपको किसी से भी अनुमति की जरुरत नहीं होती, इसमें पूरा हक़ आपका होता है। चूँकि यह क्रिप्टोग्राफ़ी और ब्लॉकचैन पर आधारित है इसलिए सुरक्षा के मामले में बेहद सुरक्षित है।
दूसरा यह निवेश के नजरिये से काफी फायदेमंद साबित हो सकता है क्योकि यह तेजी से घटता बढ़ता है। और ऐसे कॉइन जिनकी सप्लाई सिमित है, समय समय में कॉइन बर्न किये जाते है और मजबूत आधार है ऐसे एसेट्स आपको मुद्रास्फीति (inflation) या महँगाई दर से बचा सकती है।
इनके आलावा, क्रिप्टो के माध्यम रेगुलर इनकम कमाने के भी बहुत से तरीके है, जैसे आप क्रिप्टो माइन कर सकते हैं, इसे उधार देकर कमा सकते हैं, क्रिप्टो उधार भी ले सकते हैं और क्रिप्टो स्टेकिंग कर एक निश्चित आय भी कमा सकते है।
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान | Disadvantages of Cryptocurrencies
ढेरो खुबिया होने के बावजूद इसमें बहुत सी खामिया भी है। इसे इस्तेमाल करना यानी इसके वॉलेट का प्रयोग, ट्रांसेक्शन करना, अपने क्रिप्टो को सुरक्षित करना आदि सीखने में थोड़ा समय लगता है यानि वर्तमान में यह पूरी तरह से यूजर फ्रेंडली नहीं है। पर जिस तेजी से लोग इसमें जुड़ते जा रहे है इसमें बहुत तेजी से सुधर हो रहा है।
और इसमें आपके क्रिप्टो के साथ कुछ भी होने पर केवल आप ही जिम्मेदार होंगे क्योकि आपके एसेट्स पर आपका पूरा नियंत्रण रहता है इसलिए आपको इसकी सुरक्षा भी खुद ही करनी होगी। थोड़ी सी भी चूक होने पर आप अपना पूरा क्रिप्टो (एसेट्स) हमेशा के लिए खो सकते है। और इन सबकी शिकायत के लिए ग्राहक सहायता जैसी कोई भी सुविधा नहीं होती। यानी थोड़ी सी चूक नुकसान दायक हो सकता है। इसलिए क्रिप्टो और विकेन्द्रीकृत में सिक्योर रहने के लिए आपको सुरक्षा प्रोटोकॉल का ध्यान से पालन करें।
और अंत में बात करते है इसकी अस्थिरता (volatility) की। क्रिप्टो करेंसी बेहद अस्थिर है, इनमे बहुत तेजी से उतर चढ़ाव होता है। जिस कारण इसमें अधिक मुनाफा भी होता है लेकिन उसी तरह अधिक नुकसान भी हो सकता है। लेकिन अगर आप क्रिप्टो में ट्रेडिंग करते हो तो जानते ही होंगे की यह बड़ी समस्या नहीं है। और इससे बचने के बहुत से तरीके है। जैसे स्टेबल कॉइन में निवेश कर सकते है या पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई किया जा सकता है। और तो और क्रिप्टो मार्किट की अस्थिरता समय के साथ कम होते जा रहा है। यानि इसकी अस्थिरता भविष्य में ज्यादा मायने नहीं रखेगी।