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ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है

ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है
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What is Blockchain Technology in Hindi | ब्लॉकचेन क्या है? कैसे काम करता है?

नमस्कार दोस्तों, क्या आपको पता है की ब्लॉकचैन क्या है? (Blockchain Kya Hai) और ब्लॉकचेन तकनीक क्या है? आपने बिटकॉइन ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है का नाम तो सुना होगा! यह एक क्रिप्टोकरेंसी यानी की डिजिटल पैसा है! बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी दरअसल ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर ही आधारित है! तो यदि आप ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है? (What is Blockchain Technology in Hindi) जानना चाहते है तो इस पोस्ट में हमारे साथ अंत तक बने रहे!

अभी वर्तमान में 1 बिटकॉइन की कीमत लगभग 35 हजार अमेरिकी डॉलर यानी की 26 लाख भारतीय पैसा है! और एक समय था जब बिटकॉइन को कोई जानता भी नहीं था! और एक बिटकॉइन की कितम 2 से 3 रुपये हुआ करती थी!

बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी बहुत Secure मानी जाती है क्युकी इसके पीछे Blockchain Technology का उपयोग किया गया है! Blockchain Technology में बहुत सारे डाटा ब्लॉक्स होते है! और ये ब्लॉक्स एक दूसरे से जुड़े होते है और एक ब्लॉकचैन बनाते है!

तो चलिये आगे बढ़ते है और ब्लॉकचैन क्या है? (Blockchain Kya Hai) ब्लॉकचेन तकनीक क्या है? (What is Blockchain Technology in Hindi) और इस टेक्नोलॉजी के फ़ायदे क्या है? विस्तार से जानते है!

What is blockchain in Hindi

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी से पहले ब्लॉकचैन को समझना जरुरी है तो चलिए सबसे पहले जानते है की आखिर ब्लॉकचैन क्या है?

ब्लॉकचैन क्या है – What is Blockchain in Hindi

Blockchain in Hindi: ब्लॉकचैन शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है! पहला Block और दूसरा Chain यानी की श्रृंखला! पहले शब्द ब्लॉक का मतलब ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में बहुत सारे डाटा ब्लॉक से होता है! इन सारे Data Blocks में Cryptography Technology का उपयोग करके डाटा को Encode किया जाता है! और ये ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े होते है और एक लम्बी चैन बनाते है!

प्रत्येक ब्लॉक में उसके पिछले ब्लॉक का एक क्रिप्टोग्राफ़िक हैश, एक टाइमस्टैम्प और लेन-देन डेटा होता है! और इस तरह हर एक ब्लॉक से संबधित डाटा उसके आगे वाले ब्लॉक में होता है!

इसलिए एक बार डाटा इन ब्लॉक में रिकॉर्ड होने के बाद इस डाटा को डिलीट या फिर हटाया नहीं जा सकता!

ब्लॉकचेन तकनीक क्या है – What is Blockchain Technology in Hindi

Blockchain Technology in Hindi: ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी एक बहुत पुरानी टेक्नोलॉजी है! इस तकनीक को सबसे पहले 1991 में स्टुअर्ट हैबर और डब्ल्यू स्कॉट स्टोर्नेटा द्वारा समझाया गया! ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का मुख्य उदेश्य Digital Documents को Timestamp करना था! ताकि कोई इसके साथ छेड़छाड़ या इसमें बदलाव ना कर सकें!

2009 में एक रहस्य्मय जापानी व्यक्ति सतोशी नाकामोतो ने ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बिटकॉइन का आविष्कार किया! और तब से ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी बहुत ज्यादा चर्चा का विषय बन चूका है!

ब्लॉकचैन कैसे काम करता है – How Blockchain Works in Hindi

अभी तक Blockchain Kya Hai और Blockchain Technology Kya Hai जानने के बाद आप सोच रहे होंगे की आखिर ब्लॉकचैन कैसे काम करता है? तो चलिए जानते है!

ब्लॉकचैन में कई Block होते है और इन Blocks में Data जैसे की पिछले ब्लॉक का हैश (Prev_Hash) टाइमस्टैम्प (Timestamp) और लेनदेन का डेटा (Transaction Data) स्टोर होता है! इसके बाद ये बहुत सारे ब्लॉक, Nodes जो की Computes या फिर Servers होते है में Store होते है!

अब एक Blockchain में सभी Nodes एक दूसरे से जुड़े होते है! और ये लगातार नये डाटा ब्लॉक को एक दूसरे के साथ आदान प्रदान करते है ताकि सभी Nodes नवीनतम डाटा के साथ Up to Date रहें!

आसान भाषा में कहे तो, ब्लॉकचैन एक ऐसा बहीखाता है या फिर बहीखाते की तरह कार्य करता है जो वितरित मतलब की Distributed होता है! और जिसके हर नोड के पास नवीनतम डाटा की अपडेटेड कॉपी होती है! और जब भी कोई नयी ट्रांजेक्शन होती है तो नया डाटा ब्लॉक सभी नोड्स द्वारा स्वीकारा जाता है जिससे सभी नॉड्स के पास ब्लॉकचेन के लेनदेन इतिहास की पूरी प्रति होती है!

Cryptocurrency in Hindi

लेकिन नया डाटा ब्लॉक तब स्वीकारा जाता है जब ब्लॉकचैन के सारे Nodes यानी की Pairs एक Agreement को राजी होते है!

ब्लॉकचेन तकनीक के फ़ायदे – Benefits of Blockchain in Hindi

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के आने वाले भविष्य में अनेको फ़ायदे है! यह अद्भुद टेक्नोलॉजी सुरक्षा, हमारे अस्पताल और पुरे बैंकिंग सिस्टम को पूरी तरह से बदलने की क्षमता रखती है!

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के फ़ायदे निम्नलिखित है!

👉 सुरक्षा (Security)

यह एक बहुत ही सुरक्षित तकनीक है और ब्लॉकचैन में रखे डाटा को चुराना हैकर के लिए मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है क्युकी किसी भी तरह के ट्रांसेक्शन के लिए सभी नोड्स में पहले एग्रीमेंट होता है!

हर एक लेन-देन Cryptography Technique से Encrypt होता है! और साथ ही प्रत्येक Block के बिच में हैशिंग तकनीक का उपयोग करके लिंकिंग होती है!

👉 पारदर्शिता (Transparency)

ब्लॉकचैन में एक बार ट्रांसेक्शन वेरीफाई होने के बाद जब डाटा इन ब्लॉक में रिकॉर्ड हो जाता है! उसके बाद डाटा को डिलीट या फिर हटाया नहीं जा सकता है इससे डाटा की पारदर्शिता बनी रहती है! और इसके साथ ही नेटवर्क में सभी नोड्स नवीनतम डाटा के साथ Up to date रहते है!

👉 कम लागत (Low Cost)

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में किसी तीसरे व्यक्ति यानी की Third-parties की आवश्यकता नहीं होती है! उदहारण के लिए दो अलग अलग बैंको के बिच में RBI (Reserv Bank of India). इसे ही ट्रस्ट स्थापित करने के लिए किसी भी तरह के कोई नियम और कानून बनाने की जरुरत नहीं होती है!

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का भविष्य में उपयोग – Blockchain Technology Future Use in Hindi

अभी के समय में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग Cryptocurrency जैसे की Bitcoin इत्यादि में किया जा रहा है! लेकिन भविष्य में इस तकनिकी का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जा सकता है!

  • बैंकिंग और बीमा सेक्टर (Banking and Insurance Sectors)
  • साइबर सिक्योरिटी (Cyber Security)
  • स्वास्थ्य (Health)
  • ई-गवर्नेंस (E-governance)
  • सूचना प्रौद्योगिकी और डाटा प्रबंध (Information Technology and Data management)
  • शिक्षा (Education)
  • डाटा स्टोरेज और डाटा ट्रांसफर (Data Storage and Data Transfer)
  • सरकारी योजनाओं (Government Schemes)
  • इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau)

निष्कर्ष – Conclusion

आज के इस हिंदी आर्टिकल में हमने ब्लॉकचैन क्या है? (Blockchain Kya Hai) और ब्लॉकचेन तकनीक क्या है? (What is Blockchain Technology in Hindi), ब्लॉकचैन कैसे काम करता है? इस टेक्नोलॉजी के फ़ायदे और साथ ही ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का भविष्य में उपयोग के बारे में विस्तार से जाना!

उम्मीद है आपको इस आर्टिकल से ब्लॉकचैन के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा! जानकारी अच्छी लगी तो पोस्ट को जरूर लाइक करें और ऐसे ही इंफोर्मटिव जानकारी सबसे पहले प्राप्त करने के लिए हमारे इस ब्लॉग को निचे दाई ओर दिख रहे लाल घंटी 🔔 को दबाकर अवश्य सब्सक्राइब करें!

हमारी यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद!

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Blockchain Technology kya he hindi | blockchain development कैसे सीखें ।

नमस्कार 🙏 दोस्तों आज हम एक ऐसे टॉपिक पर बात करने वाले हैं जो आज के समय में सबसे ज्यादा उभरता हुआ career है , उभरता हुआ हुआ कैरियर तो है ही साथ ही साथ यहां पर रिक्वायरमेंट भी बहुत ज्यादा है । आज हम बात करेंगे blockchain Technology के बारे में 🧐

  1. blockchain Technology क्या होती है । What is blockchain technology
  2. बनेब्लॉकचेन सिक्योर क्यों है
  3. ब्लॉकचेन में फ्यूचर में कितना स्कोप है
  4. ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कैसे सीखें
  5. Future in blockchain technology
  6. Blockchain Technology scope in India
  7. ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कैसे सीखें
  8. ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कोर्स फॉर बिगनर्स blockchain development course for beginners

ऊपर दिए गए सारे टॉपिक को आज हम इस आर्टिकल में कंप्लीट करेंगे इस आर्टिकल को आप पूरा ध्यान पूर्वक 🧐 पूरा पढ़ें, अगर आप अधूरा पड़ेंगे तो आपको सिर्फ अधूरी जानकारी मिलेगी और वह किसी काम की नहीं होगी 😏 ।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या होती है यह कैसे काम करती है। What is blockchain technology and how does it work?

Blockchain Technology एक Decentralized system है। Decentralized system सिस्टम का मतलब यह है कि इस सिस्टम के ऊपर किसी एक व्यक्ति का स्वामित्व नहीं है जितने भी लोग इस नेटवर्क से कनेक्ट है उन सभी के पास इस सिस्टम में होने वाले changes का data है। जैसे मान लीजिए कोई व्यक्ति Ethereum नेटवर्क से कनेक्ट है और इसी में वह माइनिंग कर रहा है तो उसके पास एथेरियम नेटवर्क की सारी जानकारी है कि पहले ट्रांजैक्शन कितने किए गए हैं और अभी माइनिंग कितनी हुई है। और यह यही डाटा उस नेटवर्क से कनेक्टेड लोगों के कंप्यूटर में सेव है।

दोस्तों blockchain Technology यहां block+chain जो blocks हैं इसी से क्लियर होता है कि blocks को connect कर के बनाया गया है Network , i think इतना तो क्लियर हो गया है ।

जैसा कि मैंने आपको बताया कि यह blocks का एक network होता है पर सवाल यह आता है कि blockchain में block के अंदर क्या है ? दोस्तों इन blocks के अंदर ट्रांजैक्शन data / information डेटाबेस के तौर पर सेव की जाती है। Example – जैसे हमारे पास एक बुक रहती है उसमें 200 pages है हर 200 pages में अलग-अलग इंफॉर्मेशन है और हम Cover से कनेक्ट करके रखा जाता है ।

ठीक इसी प्रकार blockchain Technology में blocks होते हैं और इन block के अंदर information /data सेव करके रखा जाता है। और यह blocks हर व्यक्ति के कंप्यूटर के सिस्टम से जोड़ते हुए चले जाते हैं। अगर पूरी चैन में से कोई एक ब्लॉक के साथ भी छेड़खानी करता है तो वह पूरी चैन बेचैन 😋 हो जाती है । मेरा मतलब blocked जाती है। अगर कुछ परिवर्तन करना है तो इसके लिए आपको नेटवर्क में कनेक्ट सारे लोगों से परमिशन लेनी होगी कि वह यह परिवर्तन कर रहे हैं और यह परिवर्तन नेटवर्क के लिए सही है इसके बाद में ही वह चेंज आप कर सकते हैं यह पूरा टेक्नोलॉजी आधारित है। Bitcoin transaction या other cryptocurrency transaction का डाटा भी safe रखा जाता है । ब्लॉकचेन के अंदर बने हुए ब्लॉक्स में डाटा सेव रहता है यहां पर डाटा निम्न प्रकार से सेव होता है ।

Hash – इसके अंदर ट्रांजैक्शन संबंधित टाटा सेव किया जाता है और यह अपना एक (hash code ) यूनिक कोड जनरेट करता है यही यूनिक कोड आगे के ब्लॉक्स को भी मेंटेन करता है।

Previous Hash – ब्लॉक्स में किए गए परिवर्तन का डाटा इसके अंतर्गत रहता है पिछले जो भी परिवर्तन हुए हैं prev hash से पता लगता है।

Data – transaction data ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है दोस्तों इनके बारे में आपको अधिक जानकारी तभी मिलेगी जब आप ब्लॉकचेन डेवलपमेंट सीखेंगे हम आपको नीचे बता रहे हैं कि आप किन-किन रिसोर्सेज के जरिए blockchain development beginning to advanced तक सीख सकते हैं ।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कितनी सिक्योर है blockchain Technology को हैक किया जा सकता है ? Can blockchain technology be hacked?

दोस्त अगर बात करें blockchain Technology में security की तो अभी सबसे ज्यादा सिक्योरिटी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में ही है , दोस्तों आज के समय में जो भी बड़ी-बड़ी कंपनियां जो अपने डाटा को बहुत ही सिक्योर करके रखना चाहते हैं ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को Priority दे रहे हैं -Microsoft , Amazon , Walmart , paypal , Alibaba , Samsung, etc एवं यह सारी कंपनियां ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में आगे भी कंटिन्यू रिसर्च कर रहे हैं। नई टेक्नोलॉजी होने के कारण अभी इसमें अनुभवी लोगों की कमी है अभी जिसे भी यह टेक्नोलॉजी आती है उसे बहुत अच्छी सैलरी मिल रही है।

ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कैसे सीखें Blockchain development roadmap

दोस्तों blockchain development सीखने के लिए आपके पास blockchain डेवलपमेंट में उपयोग किए जाने वाले सारे tools and software की जानकारी होनी चाहिए । अगर आप web development अच्छे तरीके से जानते हैं तो यह कोर्स आपके लिए 3 महीने (maximum ) का रहता है अगर आपको वेब डेवलपमेंट की भी जानकारी नहीं है तो आपको लगभग 6 महीने लग सकता है अब यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप इसे कितना टाइम दे रहे हैं।

👉 अगर आप स्टार्ट करना चाहते हैं तो सबसे पहले आप वेब डेवलपमेंट सीखें । Blockchain development में आपको front end डिजाइन भी करना रहता है क्योंकि यूजर इंटरफ़ेस अगर अच्छा रहेगा तो हर कस्टमर अच्छे तरीके से communicate कर पाएगा।

👉 Node JS भी आपको अच्छी करनी होगी।

👉 Solidity – सॉलिडिटी स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट लिखने के लिए एक ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। Solidity का यूज़ बहुत से प्लेटफार्म पर किया जा रहा है और विशेष रूप से एथेरियम नेटवर्क में।

👉 Truffle – Truffle world class development environment है यह हमें टेस्टिंग का फ्रेमवर्क प्रदान करती है यहां पर आपको Ethereum Virtual Machine (EVM) मिलेगी जिससे कि आप अपने डेवलपमेंट की टेस्टिंग कर सकते हैं ।

👉 Web3 js – web3.js library का एक संग्रह है जो आपको HTTP, IPC या WebSocket का उपयोग करके front end या wakened एथेरियम नोड के साथ communicate करने की permission देता है।

👉 MetaMaskमेटामास्क एक सॉफ्टवेयर cryptocurrency wallet वॉलेट है जिसका उपयोग एथेरियम ब्लॉकचेन के साथ communication करने के लिए किया जाता है। यह users को ब्राउज़र एक्सटेंशन या मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने एथेरियम वॉलेट तक पहुंचने की permission देता है,

Fundamental of mathematics ➗✖️

Blockchain development में मैथमेटिक्स का भी यूज किया जाता है तो सबसे पहले मैं आपको जो नीचे यूट्यूब 📽️ चैनल दे रहा हूं इनके फुल वीडियो देखें जो जो ब्लॉकचेन में मैथ के रिक्वायरमेंट लग रही है उन मैथ को सीख ले।

ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कोर्स फॉर बिगनर्स blockchain development course for beginners | Blockchain development tools & software

दोस्तों हमने आपको ऊपर बताया कि blockchain Technology क्या होती है , यह कैसे काम करते हैं और कौन-कौन सी कंपनियां हैं जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को अपना रही है । अब हम जान लेते हैं हम blockchain development कैसे सीख सकते हैं How to learn blockchain development कौन कौन से ऐसे रिसोर्सेज हैं जहां से हम फ्री में block chain डबलमेंट सीख सकते हैं। दोस्तों सबसे पहले तो मैं आपको यूट्यूब प्रेफर करूंगा क्योंकि youtube पर ऐसे बहुत से चैनल है जहां पर आपको फ्री में बहुत ही सिंपल तरीके से ब्लॉक्स एंड डेवलपमेंट सिखाया जा रहा है। मैं आपको नीचे उन ब्लॉकचेन डेवलपमेंट सिखाने वाले चैनल्स का नाम दे रहा हूं आप इन्हें सर्च 🔎 कर सकते हैं।

ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कहां से सीखें

youtube channel for blockchain development
  1. 3blue1brown
  2. Dap University
  3. Free code comp.org

इसी के साथ अगर आप चाहते हैं कि आप ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट्स पर भी काम करें तो इसके लिए GitHub आपके लिए बहुत ही बेहतरीन प्लेटफार्म है जहां पर आप blockchain development का एक्सपीरियंस भी ले सकते हैं और ऐसे लोगों से भी कम्युनिकेट कर सकते हैं जिन्हें ब्लॉकचेन डेवलपमेंट की अच्छी खासी नॉलेज है।

दोस्तों किस आर्टिकल में ब्लॉकचेन डेवलपमेंट के बारे में हमने बेसिक जानकारियां आपको प्रोवाइड कराइए आगे और फिर इस पर आर्टिकल बनाएंगे इस आर्टिकल में बस इतना ही आशा है आपको blockchain development के बेसिक सवालों के जवाब मिल गए होंगे आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेंट करके बताएं । 😊

Blockchain Technology , Hash , Data , Mining in Hindi | ब्लॉकचैन तकनीक , हैश ,डाटा माइनिंग क्या होते है ?

ब्लॉकचैन दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला ब्लॉक (Block) और दूसरा चेन (Chain) | ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी ( Blockchain Technology) में बहुत सारे डेटा ब्लॉक होते है| इन ब्लॉक्स में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) यानी की डेटा रखा जाता है| अलग-अलग बॉक्स में अलग-अलग करेंसी यानी डेटा होते हैं, और ये एक-दूसरे से जुड़े होते हैं|

यहां हम आपको cryptocurrency के उस तकनीक के बारे में बतायेगे जिसके जरिए यह चलती है| यानी Blockhain के बारे में |

बिटकॉइन क्या है ( What is Bitcoin )

यह एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है| क्रिप्टोकरेंसी यानी वर्चुअल करेंसी, क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर कार्य करती है | ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है पिछले कुछ समय से बिटकॉइन नाम हर किसी ने सुना है| आप यह जानकर हैरान होंगे कि साल 2020 जहां देश-दुनिया के लिए परेशानियों भरा साल था वहीं दूसरी और बिटकॉइन होल्डर के लिए यह साल बहुत अच्छा रहा | Bitcoin के वैल्यू का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि 2010 में 1 Bitcoin की कीमत महज 0.06 अमेरिकी डॉलर ( 2.85 रुपये) से भी कम थी, लेकिन अब एक Bitcoin की कीमत 50 लाख रुपये है| हमारे एक्सपर्ट बताते हैं कि यह Blockchain की वजह से हो पाया है क्योंकि ब्लॉकचेन की वजह से ही बिटकॉइन इतना कीमती, सुरक्षित और प्रसिद्ध हुआ|

ब्लॉकचेन दो शब्दों से मिलकर बना है| पहला ब्लॉक (Block) और दूसरा चेन (Chain) | ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ( Blockchain Technology) ब्लॉक का मतलब डेटा ब्लॉक से है| इन ब्लॉक्स में क्रिप्टोकरेंसी यानी की डेटा ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है रखा जाता है| ये एक-दूसरे जुड़े होते हैं| और डेटा की एक लंबी चैन बनते जाती है| जैसे ही नया डेटा आता है, उसे एक नए ब्लॉक में दर्ज किया जाता है| एक बार जब ब्लॉक डेटा से भर जाता है तो उसे पिछले ब्लॉक से जोड़ दिया जाता है| इसी तरह सभी ब्लॉक्स एक-दूसरे जुड़ते जाते हैं|

डेटा क्या होता है ( What is Data )

हर एक ब्लॉक में डेटा, हैश और पिछले ब्लॉक का हैश होता है| अब ये तीनों चीजें क्या होती हैं? ब्लॉकचेन में जो डेटा store रहता है उसमें ट्रांजैक्शन की डीटेल्स होती हैं| इसमें सेंडर, रीसिवर और अकाउंट से सम्बंधित जानकारियां दर्ज रहती हैं| इन Data Blocks में क्रिप्टोग्राफी टेक्नोलॉजी के जरिए डेटा को Encode किया जाता है और ये ब्लॉक एक-दूसरे से जुड़कर लंबी चैन बनाते हैं| प्रत्येक Block में उससे पिछले Block का एक क्रिप्टोग्राफी हैश, एक टाइमस्टैम्प और लेनदेने का डेटा इत्यादि होता है| हर ब्लॉक अपने से अगले ब्लॉक से जुड़ा रहता है|

हैश क्या होता है ( What is Hash )

हैश को आप एक तरह से बायोमेट्रिक समझ सकते हैं जो हर किसी के लिए युनीक होता है| यह एक तरह का कोड होता है, जो आपके Thumb इम्प्रेशन की तरह युनीक होता है| अगर आप Block में किसी तरह का छेड़छाड़ करते है, तो ये हैश यानी कोड बदल देता है| ये सभी ब्लॉक्स एक दूसरे से वर्चुअली कनेक्टेड होते हैं| यह ऐसा सिस्टम होता है, जिसमें छेड़छाड़ की गुंजाइश नहीं होती | अगर आप एक ब्लॉक का डेटा बदलते है, तो फिर आपको दूसरे ब्लॉक का भी डेटा बदलना होगा|

हैश खोजने के बाद क्या करते है

जब कोई माइनर कोई solid hash खोजकर उससे ब्लॉक को सिक्योर कर देता है तो उस हैश को ब्लॉकचेन से जोड़ देते है और नेटवर्क में दूसरे नोड के जरिए उसे वेरिफाई करते है| इस प्रक्रिया को आम सहमति कहते है|

आम सहमति मिलने के बाद क्या करते है?

अगर आम सहमति हो गया तो समझिए ब्लॉक के सिक्योर होने की पुष्टि हो गई| यदि वह सही पाया जाता है तो उसे सिक्योर करने वाले माइनर को क्रिप्टोक्वॉइन दिए जाते हैं| यह एक तरह का रिवार्ड होता है जिसे काम का सबूत माना जाता है|

माइनिंग क्या होती है ( What is Mining)

क्रिप्टोग्राफी के जरिए खरीदी को क्रिप्टो माइनिंग कहते है यहां पर हर जानकारी का डिजिटल रूप से डेटाबेस तैयार करना पड़ता है| तथा जिनके द्वारा यह माइनिंग की जाती है, उन्हें माइनर्स कहते है|

Blockchain Technology क्या है

यह एक तरह का एक्सचेंज प्रोसेस है| जोकि डेटा ब्लॉक पर काम करता है| प्रत्येक ब्लॉक को एंक्रिप्शन के द्वारा सुरक्षित किया जाता हैं| ये ब्लॉक एक दूसरे से इलेक्ट्रॉनिक के माध्यम से कनेक्ट रहते हैं| इस तकनीक को सबसे पहले स्टुअर्ट हबर और डब्ल्यू स्कॉट स्टोर्नेटो ने 1991 में अपनाया था| इस तकनीक का मुख्य उद्देश्य डिजिटल डॉक्यूमेंट्स को टाइमस्टैम्प करना था, ताकि इन डॉक्यूमेंट्स के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ न की जा सके| सतोशी नाकामोतो ने 2009 में ब्लॉकचेन का इस्तेमाल से Bitcoin का आविष्कार करके दुनिया में क्रांति ला दी|

Bitcoin और Blockchain में अंतर

Blockchain Technology और Bitcoin दोनों में जमीन-आसमान का फर्क है| दरअसल, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, एक तरह का प्लेटफॉर्म है जहां हम ना सिर्फ डिजिटल करेंसी बल्की किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रख सकते है| यानी ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर हैं| वहीं Bitcoin एक डिजिटल माध्यम है, जिसके जरिए कुछ चीजों को ख़रीदा और बेचा जा सकता हैं| हालांकि इसे करेंसी कहना गलत हैं, क्योंकि इसकी असल दुनिया में कोई भौतिक वैल्यू नहीं हैं|, बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का बस एक उदाहरण है; कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क भी ब्लॉकचेन तकनीक द्वारा संचालित होते हैं|

क्रिप्टोकरेंसी की किन देशों में क्या है स्थिति?

क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग पर चीन और थाइलैंड जैसे देशों में प्रतिबंध लगा हुआ है| चाइना ने जब प्रतिबंध लगाया था तो bitcoin और अन्य Alt coin के रेट तेजी से गिर गए थे| बाद में थाईलैंड ने भी इस पर प्रतिबंध लगा दिया | थाई सिक्‍योरिटी और एक्‍सचेंज कमीशन (SEC) ने क्रिप्‍टोकरेंसी और नॉन-फन्जिबल टोकन (NFTs) पर अत्‍यधिक सट्टेबाजी की चिंता जताते हुए इन पर प्रतिबंध लगाया है| |

भारत में क्रिप्टो को लेकर अनेक खबरे समाचारो में चलती रहती है। सभी के नजर इसी पर है कि सरकार कब और कैसे इसको विनियमित करने का कार्य करेगी।

बेंगलुरू में ‘ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र’ का उद्धाटन

Mayank Sharma

नेशनल इन्‍फॉरमेटिक्‍स सेंटर (एनआईसी) ने बेंगलुरू, कर्नाटक में ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र स्‍थापित किया है, जिसका उद्देश्‍य सेवा के रूप में ब्‍लॉकचेन प्रदान करना और सभी साझेदारों को साझा जानकारी, अनुभवों और संसाधनों से लाभ लेने की अनुमति देना है। केन्‍द्रीय विधि और न्‍याय, संचार और इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद कल ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर केन्‍द्र और राज्‍य सरकार की ओर से ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है अनेक गणमान्‍य व्‍यक्ति उपस्थित होंगे।

ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र

एनआईसी एक प्रमुख प्रौद्योगिकी सलाहकार और सभी स्‍तरों पर सरकार के लिए समाधान प्रदाता है। उसने सरकार में नवीनतम प्रौद्योगिकियां और सेवाएं शुरू करने में हमेशा पहला कदम उठाया है, चाहे सरकार में आईसीटी की शुरुआत हो, एनआईसीएनईटी की स्‍थापना हो अथवा राष्‍ट्रीय ज्ञान नेटवर्क (एनकेएन), महत्‍वपूर्ण ई-शासन समाधान का विकास और सरकार की जरूरत वाली अन्‍य अनेक सेवाएं हों।

ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी नई और आला टेक्‍नोलॉजी है और स्‍वास्‍थ्‍य, वित्‍त, कृषि तथा विभिन्‍न अन्‍य क्षेत्रों में इसे अपनाने से सरकार को विभिन्‍न कार्यक्रमों के कार्यान्‍वयन में मदद मिलेगी।

उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र ने इस उभरती हुई प्रौद्योगिकी द्वारा प्रदान किए गए संभावित लाभों को समझने के लिए कुछ चुनिंदा सरकारी इस्‍तेमाल के मामलों के लिए ब्‍लॉकचेन आधारित प्रूफ ऑफ कंसेप्ट विकसित किया है। सरकार में नई और इससे पहले नहीं देखी गई ब्‍लॉकचेन एप्लिकेशन्‍स से पारदर्शिता, पता लगाने योग्‍य और ई-शासन प्रणाली में विश्‍वास बढ़ने की उम्‍मीद है।

उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र शासन के विभिन्‍न आयामों में ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी के इस्‍तेमाल के लिए प्रूफ ऑफ कंसेप्ट तैयार करने में सरकारी विभागों की मदद करेगा, जिससे बड़े पैमाने पर इस तरह के एप्लिकेशन लगाए जा ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है सकेंगे।

क्या है ये ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी

दुनियाभर में आजकल ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की चर्चा हो रही है। हर बड़े आर्थिक मंच से इसकी चर्चा सुनने को मिलती है। आम लोगों के लिए ये एक अजनबी विषय हो सकता है लेकिन आने वाले समय में इसका सबसे ज्यादा असर आम लोगों पर ही पड़ेगा। आपने क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉयन (Bitcoin) के बारे में तो सुना ही होगा। ये पिछले 2 साल से दुनिया भर के निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल ब्लॉकचेन, बिटकॉयन में इस्तेमाल होने वाली टेक्नोलॉजी है, लेकिन यह क्रिप्टोकरंसियों से अलग है। एक सुरक्षित डिजिटल लेनदेन सिस्टम का निर्माण करने में कई तरह से इसका इस्तेमाल होता है। भारत की भी इस टेक्नोलॉजी पर नजर है। वैसे बिटकॉयन फिलहाल सरकार द्वारा निषेध किये जाने के बाद से भारत में विधिक नहीं है, लेकिन ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कई तरह के फायदे संभव हैं, जैसे: बैंकों का खर्च घट सकता है, ऑनलाइन फ्रॉड में कमी लाई जा सकती है, बैंकों की कार्यक्षमता बढ़ाई जा सकती है, डेटा सिक्योरिटी में बढ़ोतरी लाई जा सकती है तथा और भी बहुत कुछ किया जा सकता है।

ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है

यदि आप आप इन्टरनेट की दुनिया से जुड़े रहते होंगे और यदि आप में कुछ नया सीखते रहने की जिज्ञासा होगी तो आपके मन में क्रिप्टो करेंसी से जुड़े कई सवाल मन में आते होंगे, जिसका जवाब हमने अपने ब्लॉग पर दे रखा है आप उसे जाकर पढ़ सकते हैं।

WHAT IS BLOCKCHAIN, ब्लॉकचेन क्या है?

आज हम बात करेंगे ब्लाकचेन तकनीक की,किस प्रकार ब्लॉकचेन तकनीक नें इन्टरनेट की दुनिया को एक नया आयाम दिया है और आने वाले समय में एक तकनीक का क्या महत्व होने वाला है इसी विषय को आज हम विस्तार से जानेंगे।

पिछले कुछ महीने से Digital Currency यानी क्रिप्टो करेंसी के बारे में हमें बहुत कुछ देखने और सुनने को मिल रहा है। क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे इसकी कीमत में भारी उछाल देखने को मिलता है और किस प्रकार CRYPTO NETWORK काम करता है इसको समझने के लिए हमे इसके पीछे की तकनीक को समझना होगा जिसे ब्लॉकचेन तकनीक के नाम से जाना जाता है।

आज से लगभग 10 साल पहले जिस प्रकार इन्टरनेट के आने से हमारी कार्यशैली में बदलाव आया उसी प्रकार अब BLOCKCAHIN हमारे जीवनशैली में बड़ा प्रभाव डालने वाला है। हालाँकि ब्लॉकचेन तकनीक नई नहीं है फिर भी चर्चा में न रह पाने के कारण अब तब लोग जान नहीं पाए , लेकिन हम आपको इसके विषय में विस्तार से समझायेंगे।

ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर है। यहां पर यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि लेजर क्या है? दरअसल, लेजर एक ऐसा बुक है जो कि ऐसे एकाउंट रखता है जहाँ डेबिट्स और क्रेडिट्स ट्रांसक्शन्स पोस्ट होते हैं। उस बुक से जहाँ कि ओरिजनल एंट्री होते हैं।

Blockchain in Hindi ब्‍लॉकचेन तकनीक क्या है?

ब्लॉकचेन एक डिजिटल बहीखाता है। यहां पर यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि डिजिटल बहीखाता क्या है? दरअसल, डिजिटल बहीखाता एक ऐसा बुक है जो कि ऐसे एकाउंट रखता है जहाँ डेबिट्स और क्रेडिट्स ट्रांसक्शन्स पोस्ट होते हैं। उस बुक से जहाँ कि ओरिजनल एंट्री होते हैं। या फिर यूँ कहें कि ओरिजनल बुक से एंट्री इस लेजर में अपडेट होते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि ब्लॉकचेन एक डिजिटाइज्ड, डिसेंट्रलाइज्ड, पब्लिक लेजर होती है, जहां किसी भी प्रकार का हिसाब-किताब उसके मूल स्रोत तक का उल्लेख करते हुए सरलता पूर्वक रखा जाता है।

उदाहरणतया, यह मान लीजिये कि आपके पास एक फ़ाइल ऑफ ट्रांसक्शन्स ए “नोड“ जो कि आपके कंप्यूटर ए “लेजर” में है। दो गवर्नमेंट एकाउंट्स, जिन्हें हम “मैनर्स” कहते हैं, के पास भी वही समान फ़ाइल उनके सिस्टम में हैं। इसलिए ये “डिस्ट्रिब्यूटेड“ हैं। जैसे ही आप एक ट्रांसक्शन्स करते हैं, आपका कम्प्यूटर उन दोनों अकाउंटेंट को ई-मेल करता है, उन्हें इन्फॉर्म करने के लिए। इन दोनों में से जो भी पहले चेक करता है और आखिरकार उसे वैलिडेट कर “रिप्लाई आल” प्रेस करता है, वहीं इसके साथ वो अपनी लॉजिक को भी अटैच कर देता है, उस ट्रांसक्शन्स को वेरीफाई करने के लिए और इसे ही “प्रूफ ऑफ वर्क” कहा जाता है।

यदि इसी बीच वो दूसरा अकाउंटेंट भी एग्री हो जाता है, तब सभी अपने फाइल्स ऑफ ट्रांसक्शन्स को अपडेट्स कर लेते हैं। इसी पूरे प्रोसेस या कॉन्सेप्ट ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है को “ब्लॉकचेन” टेक्नोलॉजी कहा जाता है। इसलिए ब्लॉकचेन एक ऐसा इंकॉररूपटैब्ल डिजिटल लेजर ऑफ ट्रांसक्शन्स है जिसे कि प्रोग्राम्ड किया जाता है, वर्चुअली सभी चीज़ों को रिकॉर्ड करने के लिए। सभी लिस्ट ऑफ रिकॉर्ड जो कि ब्लॉकचेन में होते हैं, उन्हें “ब्लॉक” कहा जाता है। इसलिए ये ब्लॉकचेन हमेशा कॉन्टिनुअसली ग्रोइंग लिस्ट ऑफ रिकार्ड्स है जो कि लिंक्ड और सिक्योरड होते हैं।

आसान भाषा में ब्लॉकचेन का उदहारण-

मान लीजिये दो खिलाडी कबड्डी खेल रहे हों और वहां पर एक रेफरी हो जो उन दोनों खिलाडियों के अंक गिन रहा हो।

अब यहाँ पर दो स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, पहली स्थिति यह कि रेफरी को दोनों खिलाडियों के अंक याद हों जिसके आधार पर खेल के अंत में वह त्रुटिरहित निर्णय लेते हुए किसी एक अधिक अंक पाए हुए खिलाडी को विजेता घोषित करे।

दूसरी स्थिति यह हो सकती है कि किसी कारणवश रेफरी को खिलाडियों का अंक याद न रह जाये और खेल के अंत में वो गलत निर्णय दे दे।

दूसरी वाली स्थिति से बचने के लिए खिलाडियों को यह चाहिए कि वे अपने अपने अंक खुद भी याद रखें जिससे यदि किसी एक व्यक्ति से भूल भी हो तो निर्णय गलत न होने पाए।

बिलकुल इसी प्रकार ब्लॉकचेन में भी यही प्रक्रिया होती है, यदि हम एक वॉलेट से दुसरे वॉलेट को कोई भी क्रिप्टो करेंसी भेजते हैं तो ब्लॉकचेन द्वारा वह ट्रांसजैकशन पूरी दुनिया के तमाम सर्वर पर ENCRYPTED रूप में रिकॉर्ड हो जाता है, जिससे धोखाधड़ी और इसके हैक होने की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाती है।

हमें आशा है कि आपको हमारा लेख पसंद आया होगा, तकनीक और क्रिप्टो से जुड़े लेख हम इसी प्रकार आपके लिए लाते रहेंगे।

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