मार्केटिंग चाल

पर “मरता क्या नहीं करता ‘,आजीविका और पापी पेट की खातिर सुबह होते ही बिना किसी पशोपेश ,बिना किसी “कवच-कुण्डल “निकल पड़ता है ,शाम की चिंताओं और घबराहट को छोड़ ,समाज ,देश और खुद की भय से दो-चार होने |
मार्केटिंग चाल
फिल्म निर्माताओं की हड़ताल के कारण मल्टीप्लेक्सों के कारोबार में 30-50 फीसदी की गिरावट आने की आशंका है।
इस कारण मल्टीप्लेक्स मालिकों ने विज्ञापन और मार्केटिंग पर होने वाले खर्च को कम करने के लिए कम स्क्रीनों पर ही फिल्में दिखाने का फैसला किया है। इसके साथ ही मल्टीप्लेक्सों ने होने वाली नियुक्तियों को भी टाल दिया है।
मल्टीप्लेक्स शृंखलाओं के अनुसार मल्टीप्लेक्स हर महीने 40 लाख रुपये से लेकर लगभग 1 करोड़ रुपये का कारोबार करते हैं। लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि मल्टीप्लेक्स कितना बड़ा है। हालांकि मल्टीप्लेक्स मालिकों के साथ मुनाफे में बराबर की हिस्सेदारी मांग रहे फिल्म निर्माताओं की मार्केटिंग चाल हड़ताल के कारण कोई भी नई फिल्म रिलीज नहीं होगी।
इस कारण मल्टीप्लेक्स मालिकों को कारोबार में 30-50 फीसदी गिरावट आने की आशंका है। मल्टीप्लेक्स मालिकों को मार्केटिंग चाल 10-15 लाख रुपये की कमाई होने की उम्मीद है। फिलहाल इन मल्टीप्लेक्सों में हालिया रिलीज हुई फिल्मों को मार्केटिंग चाल ही दिखाया जा रहा है।
असहिष्णुता की मार्केटिंग
नयी नवेली वैश्विक ,बाजारीकृत और सोशल नेटवर्क से सजी-धजी भारतीय बाजार पर ,शायद बाजार और अर्थशास्त्र के नियम काफी सटिकता से बैठ रहे हैं|”मांग और पूर्ति “का नियम हमारे नूतन बाजार को ना सिर्फ नचा रहे हैं वरन सबकी दुकानो को भी इन त्योहारों चाहे वो धार्मिक होया चुनाव सरीखा राजनितिक ,चकाचौध की बरसात करा रहे हैं चाहे वो “दाल “हो या असहिष्णुता|i
सभी मिल इसे बिभिन्न मशालों के साथ किसी व्यंजन की तरह परोसे जा रहे हैं |
बाजार अटा पड़ा हैं ,कमेंट ,वक्तव्य ,मार्च ,विरोध ,ट्वीट ,ब्लॉग ,और ना जाने क्या क्या सबको बेचने का अवसर मिल रहा है …कोई दशको बाद सत्ताशीन होने पर टीवी पर कथाकथित विवादित पर “प्रचारक “,विकाऊ कंमेंट द्वारा मार्केटिंग चाल अपना face बेच रहा हैं ,कोई आलाकमान की नज़रों में आने हेतु अपनी वफ़ादारी बेच रहा है ,कोई गुमनामी और कलम की थकाऊ-उबाऊ दुनिया छोड़ने का मोल बेच रहा ,तो कोई TRP के लिए प्राइम टाइम बेच रहा …कही लडखडाती पार्टी का मार्च करा उसकी दुरुस्त चाल होने का भान बेजा जा रहा ,तो कुछ चुनावों की गर्मी में नए-नए पैतरें ,जुमले यहाँ तक की “धुत्त बुरबक “का गरम बोल बेच रहा …
कॉफी विद करण की मार्केटिंग के लिए क्या करण जौहर ने बनाया दर्शकों को बेवकूफ? ओटीटी पर अब ये शो होगा स्ट्रीम
- कॉफी विद करण को लेकर करण जौहर ने दिया था स्टेटमेंट।
- भारी मन के साथ करण ने कहा था कि यह शो होने वाला है बंद।
- रिपोर्ट के अनुसार, शो की मार्केटिंग के लिए करण जौहर ने चली थी चाल।
Koffee With Karan To Stream On Disney Plus Hotstar: कॉफी विद करण टाॅक शो को लेकर जैसे ही करण जौहर ने अपना स्टेटमेंट जारी किया था वैसे ही करोड़ों दर्शकों का दिल टूट गया था। आज सुबह करण जौहर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर स्टेटमेंट जारी करते हुए यह साझा किया था कि अब कॉफी विद करण वापसी नहीं करेगा। यह खबर सुनने के बाद फैंस को तगड़ा झटका लगा था। लोग सोशल मीडिया पर करण जौहर को ऐसा ना करने के लिए कह रहे थे। लेकिन अब यह कहा जा रहा है कि करण जौहर ने यह स्टेटमेंट इस शो की मार्केटिंग के लिए जारी किया था। इस शो की मार्केटिंग के लिए यह सब करण मार्केटिंग चाल जौहर की चाल थी।
असहिष्णुता की मार्केटिंग
नयी नवेली वैश्विक ,बाजारीकृत और सोशल नेटवर्क से सजी-धजी भारतीय बाजार पर ,शायद मार्केटिंग चाल बाजार और अर्थशास्त्र के नियम काफी सटिकता से बैठ रहे हैं|”मांग और पूर्ति “का नियम हमारे नूतन बाजार को ना सिर्फ नचा रहे हैं वरन सबकी दुकानो को भी इन त्योहारों चाहे वो मार्केटिंग चाल धार्मिक होया चुनाव सरीखा राजनितिक ,चकाचौध की बरसात करा रहे हैं चाहे वो “दाल “हो या असहिष्णुता|i
सभी मिल इसे बिभिन्न मशालों के साथ किसी व्यंजन की तरह मार्केटिंग चाल परोसे जा रहे हैं |
बाजार अटा पड़ा हैं ,कमेंट ,वक्तव्य ,मार्च ,विरोध ,ट्वीट ,ब्लॉग ,और ना जाने क्या क्या सबको बेचने का अवसर मिल रहा है …कोई दशको बाद सत्ताशीन होने पर टीवी पर कथाकथित विवादित पर “प्रचारक “,विकाऊ कंमेंट द्वारा अपना face बेच रहा हैं ,कोई आलाकमान की नज़रों में आने मार्केटिंग चाल हेतु अपनी वफ़ादारी बेच रहा है ,कोई गुमनामी और कलम की थकाऊ-उबाऊ दुनिया छोड़ने का मोल बेच रहा ,तो कोई TRP के लिए प्राइम टाइम बेच रहा …कही लडखडाती पार्टी का मार्च करा उसकी दुरुस्त चाल होने का भान बेजा जा रहा ,तो कुछ चुनावों की गर्मी में नए-नए पैतरें ,जुमले यहाँ तक की “धुत्त बुरबक “का गरम बोल बेच रहा …
ट्विटर ने भारत में पूरी मार्केटिंग और कम्युनिकेशन मार्केटिंग चाल टीम को बर्खास्त किया, पढ़ें आज शाम की पांच मार्केटिंग चाल बड़ी खबरें
दिल्ली एमसीडी चुनावों की तारीखों के एलान के साथ आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। दिल्ली नगर निगम के लिए चार दिसंबर को चुनाव मार्केटिंग चाल कराए जाएंगे जबकि 7 दिसंबर को मतगणना होगी। भाजपा बीते 15 वर्षों से एमसीडी पर काबिज है। इस बार भाजपा के सामने जहां एमसीडी पर अपनी सत्ता को बरकरार रखने की तो दूसरी ओर उसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के सामने किला फतह करने की चुनौती होगी। पिछले चुनावों के आंकड़ों के लिहाज से देखें तो भाजपा का पलड़ा भारी नजर आता है। नीचे पढ़ें आज की पांच बड़ी खबरें-