एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है?

अभी दो-तीन महीने पहले खुदरा बाज़ार में टमाटर की कीमत 40 रुपये प्रति किलो थी। अब इसका उत्पादन बढ़ा, तो कीमत गिरकर 10 रूपये प्रति किलो से भी कम हो गई, किसानों की लागत तक वसूल नहीं हुई। ऐसी परिस्थितियों में किसान खेती से विमुख होने लगता है या उन फसलों की तरफ भागता है, जिसमें समर्थन मूल्य की गारंटी होती है।
किसान पहचानें अपनी शक्ति
खेती एवं कृषि कार्य के समक्ष गंभीर चुनौतियाँ हैं। विकास की अंधी दौड़ में हम कृषि से विमुख होकर शहरों की ओर रोजगार के अवसर तलाश रहे हैं। मान बैठे हैं कि कृषि कार्य से सम्मानजनक आय संभव नहीं है। इसका कारण है कि जहाँ सभी क्षेत्रों ने विकास के लिये समय के साथ अपने भीतर बदलाव किए हैं, वहीं कृषि में हम परंपरागत तरीकों से ही अच्छी आमदनी की अपेक्षा रखते हैं, जिससे हमें निराशा होती है
‘उत्तम खेती मध्यम वाण, नीच चाकरी भीख निदान’- भारत के लोगों के लिये यह पुरानी कहावत थी, जिसमें कृषि कार्य को सबसे उत्तम कार्य तथा वाणिज्य अर्थात व्यवसाय को मध्यम श्रेणी में तथा नौकरी को सबसे निम्न श्रेणी में रखा गया था। कृषि एक व्यवसाय ही नहीं, बल्कि भारत की जीवन शैली है। कृषि हमारे आर्थिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक उन्नति का माध्यम रहा है। भारत के लोग कृषि कार्य को एक उत्सव के रूप में मनाते आ रहे हैं। साथ ही, प्रकृति एवं पर्यावरण की रक्षा के दायित्व का निर्वहन, जिसमें वृक्ष, नदी, पहाड़, पशुधन, जीव-जन्तु की रक्षा की जिम्मेदारी निभाना, जीवन के महत्त्वपूर्ण आध्यात्मिक कार्य का हिस्सा रहा है। कह सकते हैं कि कृषि हमारे आर्थिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक उन्नति का स्रोत रही है।
अनाज खरीद की पद्धति दोषपूर्ण
अनाज खरीद की पद्धति दोषपूर्ण है, जिसमें बदलाव भी अपेक्षित है। सरकार द्वारा अनाजों की खरीद के बाद उसके भंडारण की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, जिससे काफी मात्रा में अनाज बर्बाद हो जाते हैं। सरकारी भंडारण एवं किराये पर लिये गए गोदामों के खर्च काफी होने के बाद भी किसानों के पर्याप्त अनाज खरीदना संभव नहीं हो पाता है एवं अनाजों की बर्बादी को रोका नहीं जा पाता। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने का बहुत ही सरल एवं सहज विकल्प हो सकता है कि यदि किसान को ही इसका केंद्र बना दें। किसान वर्षों वर्ष से अपने अनाज का भंडारण करता आ रहा है, इसलिये अनाज का भंडारण किसान के लिये समस्या नहीं है, बल्कि सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम मूल्य प्राप्त करना किसान के लिये चुनौती है। सरकार यदि निर्णय ले कि किसान अपने घर में भंडारण करता है, और उत्पादित अनाज की घोषणा करता है, तो उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य उसके बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया जाएगा तथा सरकार द्वारा मांग करने पर भंडारित अनाज किसान को उपलब्ध कराना होगा।
गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 100 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा
सरकार ने मंगलवार को गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 100 रुपये बढ़ाकर 1,625 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया. इसके अलावा विभिन्न दालों का एमएसपी 550 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाने का फैसला किया गया है. एमएसपी में बढ़ोतरी का मकसद इनकी रबी फसलों का उत्पादन बढ़ाना और कीमतों पर अंकुश लगाना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) की बैठक में 2016-17 के लिए सभी रबी फसलों के एमएसपी को मंजूरी दी गई. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि सीसीईए ने गेहूं का एमएसपी 2016-17 की रबी फसल के लिए 100 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1,625 रुपये प्रति क्विंटल करने की मंजूरी दी है. पिछले साल यह 1,525 रुपये क्विंटल था.
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों की निर्भरता क्यों?
जब भी किसानों की आय की बात होती है, सबसे पहले स्वामीनाथन आयोग का ज़िक्र होता है। उन्होंने कृषि सुधारों के लिये 201 बिंदुओं की अपनी रिपोर्ट यूपीए सरकार को सौंपी थी। इस रिपोर्ट में उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) के लिये जिस फॉर्मूले का ज़िक्र किया, उसके अनुसार लागत का कम से कम डेढ़ गुना समर्थन मूल्य होना चाहिये।
खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिये छत्तीसगढ़ सरकार ने लगभग 92 लाख मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया है, यह छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के बाद सर्वाधिक है। द वॉइसेज़ ने जनसंपर्क विभाग, छत्तीसगढ़ की वेबसाइट से धान खरीदी के संदर्भ में प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया। यह पता लगाने की कोशिश की धान के मूल्य में वृद्धि से किसानों के रूख में क्या परिवर्तन आया।
एमएसपी में वृद्धि से बढ़ा किसानों का रूझान
इस तस्वीर में वर्षवार एमएसपी के आंकड़े हैं, जो कि बढ़ते क्रम में है। खरीफ़ विपणन वर्ष 2017-18 में, केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को बोनस भुगतान की अनुमति प्रदान की। एमएसपी मिलाकर किसानों को प्रति क्विंटल धान के लगभग 2100 रूपये मिले। अगले वर्ष छत्तीसगढ़ सरकार ने धान की कीमत प्रति क्विंटल 2500 रूपए की दर से अदा की। इसमें केंद्र सरकार द्वारा तय एमएसपी के अतिरिक्त राशि राज्य सरकार ने अपने मद से दी ।
छत्तीसगढ़ के सीमांत किसान नीलम दीक्षित से जब द वॉइसेज़ ने बात की तो ज्ञात हुआ कि धान की कीमत बेहतर मिल रही है, इसलिये किसान उत्साहित हैं। इतना ही नहीं, मौसम का भी साथ मिला, जिस कारण उन्होंने धान पर ज्यादा ध्यान दिया।
न्यूनतम समर्थन मूल्य से किसानों की आय
उपरोक्त आँकड़े सिर्फ एक ही पहलू दिखाते हैं। इससे यह पुष्टि नहीं होती कि सीमांत किसान कितना कमा रहे हैं, जिनकी संख्या छत्तीसगढ़ में सबसे ज़्यादा है।
द वॉइसेज़ के साथ बातचीत में नीलम एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? दीक्षित ने बताया कि उनके पास तीन एकड़ खेत है। इस वर्ष उसमें धान की पैदावार 38 क्विटंल हुई यानि लगभग 13 क्विंटल प्रति एकड़। उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य व राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत दी जाने वाली राशि मिलाकर लगभग 95 हज़ार रुपये मिले। उनका कहना है कि कई किसान 17 क्विंटल प्रति एकड़ तक भी धान की उपजा लेते हैं। हालांकि सरकार प्रति एकड़ 15 क्विंटल की दर से धान उपार्जित करती है।
एक अन्य किसान अमित वर्मा से बात हुई तो उन्होंने बताया कि उनके यहाँ लगभग 17 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान की पैदावार हुई है। इसमें एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? से प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा खरीदा गया। सरकार से उन्हें जो राशि प्राप्त हुई वो लगभग 2500 रूपये प्रति क्विंटल के बराबर है। दोनों किसानों का कहना है कि वे खरीफ सीज़न में धान उगाते हैं। साल में एक ही बार धान की फसल लेने के कारण इनकी कृषि आय लगभग 8000 और 10000 प्रति माह रहती है। यह स्थिति कमोबेश छत्तीसगढ़ के हर सीमांत किसान की है।
एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है?
किसी भिन्न का अंश दो संख्याओं .
किसी भिन्न का अंश दो संख्याओं का गुणज है। एक संख्या दूसरे से 2 अंक बड़ी है तथा बड़ी संख्या हर से 4 अंक छोटी है। यदि हर `7+ C(Cgt-7)` नियत है, तो भिन्न का न्यूनतम मूल्य क्या होगा?
Updated On: 27-06-2022
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Solution : According to the given condition
`Denominotor =7+C[Cgt7]`
Numerator `=` Greater no., Smaller no.
`(7+C-4) xx(7+C-4-2)`
`=` Equation `=((3+C)(1+C))/(7+C)`
By putting value according to option
`C=-2` for minimum value
`=-1//5`
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Aap ko kya acha nahi laga
वाले किसी भिन्न का अंश 2 अंकों का गुण आज है एक संख्या दूसरी से दो बड़ी है बड़ी संख्या हार से चारण छोटी है यदि हार 7 प्लस सी है तो भिन्न का न्यूनतम मूल्य क्या होगा ठीक है हर आपको कितने 7 प्लस सी है ठीक तो अंश क्या हो जाएगा बड़ी संख्या कोई छोटी संख्या दे रखा है ठीक है दो का गुण आ जाए और बड़ी संख्या जो है वह हार से चार छोटी है यार के साथ कुल 80 - 4 और याद रखने की चीज छोटी संख्या है एक संख्या दूसरी से दो बढ़िया ठीक है एक छोटी संख्या किसे दोष कम होगा तो 7 प्लस 4 माइनस बी माइनस 2 किया गया सी प्लस 3 गुने सी प्लस एक भी अपना क्या जाएगा आंसर व्हाट आर सी प्लस 3 को नसीब प्लस 2 बटा 7 प्लस 3 ठीक है तो अब हमें यहां से क्या करना है न्यूनतम निकालना है टिकट तो हम विकल्प के अनुसार ठीक है समान रखेंगे और न्यूनतम मूल्य के लिए सी = - 10 - 2 पेज का न्यूनतम मूल्य आएगा
एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है?
Q. With regard to the Minimum Support Price MSP regime in India, which of the following statements is/are correct?1. MSP is provided only for the food crops.2. International price situation is considered in determining the MSP for a crop.3. The price is announced after the cultivation of a particular crop.Select the correct answer एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? using the code given below:Q. भारत में न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन सा/ से कथन सही है / हैं?1. एमएसपी केवल खाद्य फसलों के लिए प्रदान किया जाता है2. एक फसल के लिए एमएसपी का निर्धारण करने में अंतर्राष्ट्रीय मूल्य स्थिति पर विचार किया जाता है।3. मूल्य की घोषणा एक विशेष फसल की खेती के बाद की जाती है।निम्नांकित कूटों का प्रयोग करके सही विकल्प चुनें: