शेयर बाजार को कैसे समझें

शेयर मार्केट का फंडा क्या है – शेयर बाजार को कैसे समझें?
ज ब कभी बाज़ार में निवेश करने का मुद्दा उठता है तो सवाल यहीं से शुरू होता है कि हम सब रिस्क या खतरा उठाने के लिए कितने तैयार रहते हैं? एक आसान-सा प्रयोग करक देखिए और आपको अपने इस सवाल का जवाब मिल जाएगा। किन्हीं जुड़वां बच्चों से एक ही सवाल पूछिए ‘देखो बच्चों तुम्हारे सामने तीन विकल्प हैं। पहले में तुम्हें 30 रुपए का इनाम निश्चित ही मिलेगा, दूसरे में इनाम में 500 रुपए मिल सकते हैं, लेकिन में मिलने की संभावना 20 फीसदी ही है और तीसरे में 50 रुपए मिलने की 50 प्रतिशत संभावना है। अब बताओ, तुम क्या चुनोगे?’ आपके इस एक ही सवाल के जवाब आपको अलग-अलग मिलेंगे। खतरा उठाने की वृत्ति दो लोगों में, भले शेयर बाजार को कैसे समझें वे दोनों एक ही परिवार के हों, बेहद अलग होती है। अलग-अलग व्यक्तियों में, अलग-अलग समय पर खतरा उठाने की अलग-अलग वृत्ति होती है। आज इस लेख में हम जानते हैं कि शेयर मार्केट का फंडा क्या है – शेयर बाजार को कैसे समझें ? आइए विस्तार से जानें :–
शेयर बाजार का खतरा और आपकी प्रकृति
आप खतरा उठाने के लिए जितने तैयार होंगे, उसी अनुसार, आप निवेश के लिए कंपनियों का चुनाव भी करेंगे। निवेश की आपकी पूरी योजना ही रिस्क ले सकने की आपकी वृत्ति पर आधारित होती है। जहां तक निवेश का सवाल है, तो अपने आप से पूछिए कि क्या उसे लेकर आप बहुत संकोची हैं, या बहुत सोच-समझ कर चलने वाले हैं, या आप खुलकर निवेश करते हैं? आपकी इस वृत्ति के आधार पर यह निर्धारित होगा कि आप किस तरह के निवेशक हैं।
1- कम जोखिम वाले शेयर
सबसे पहले बात करते हैं, उन लोगों की जो जरा से जोखिम से घबराकर दुखी हो जाते हैं। वे ऐसा निवेश चाहते हैं, जहां से उन्हें एक निश्चित रकम मिलती रहे। ऐसे निवेशक हमेशा उन उपायों की तलाश में रहते हैं जिनसे इनके निवेश पर कोई खतरा नहीं आए। ये लोग ऐसी कंपनियों को पसंद करते हैं, जहां से ज्यादा से ज्यादा डिविडेंड मिलता है या फिर ऐसी कंपनियां इन्हें आकर्षित करती हैं, जो आनुपातिक रूप से ज्यादा रकम देती हैं। ये लोग ऐसी कंपनियों में निवेश करते हैं, जिनका लाभ कमाने का रिकॉर्ड बहुत अच्छा हो ताकि उनके पास पैसा आने का क्रम वैसा ही बना रहे जैसा तयशुदा बॉण्ड्स से आता है। अपने निवेश की सुरक्षा के प्रति ये इतने सावधान रहते हैं कि ये ऐसी कंपनियों को प्राथमिकता देते हैं, जिनके शेयरों की कीमत से ज्यादा उनकी बुकवैल्यू होती है। ऐसे शेयरों को ये लोग सस्ता मानते हैं, क्योंकि उन्होंने जितनी कीमत दी है उससे ज्यादा उन्हें मिल रहा होता है। जिन शेयरों की कीमत कम है उन्हें ये ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि उनमें बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है। शेयर मार्केट का फंडा क्या है
2- जोखिम के साथ अधिक कमाई
दूसरी ओर हैं, समझ-बूझ के साथ चलने वाले निवेशक। वे ऐसी अच्छी कंपनियों की तलाश में रहते हैं जिनकी बिक्री, कमाई और संपत्ति की वृद्धि का प्रमाण लगातार अच्छा रहा हो। ऐसी कंपनियां अच्छी तरह चलाई जाती हैं और उनका प्रबंधन भी व्यवस्थित होता है। जरूरी नहीं कि ऐसे निवेशक सिर्फ डिविडेंड पर ही ध्यान दें। वे यह भी देखते हैं कि कंपनी सारे आर्थिक पैमानों पर विकसित हो रही है या नहीं। कंपनी कितना देगी, इसकी तुलना में वे यह देखते हैं कि शेयर मार्केट में बढ़ती कीमत के कारण होने वाला फायदा क्या है।
यह तबका अच्छी कंपनियों के शेयरों पर नज़र रखता है और अगर बाज़ार में उनके मनपसंद शेयरों की कीमत अचानक ही ज्यादा गिर जाती है तो वे उन शेयरों को खरीदने का अच्छा मौका मानते हैं। उनके पोर्टफोलियो में शेयर हों तो भी वे कम कीमत के ज्यादा शेयर खरीद कर अपने पास मौजूद शेयरों की औसत कीमत को संतुलित करने का प्रयत्न करते हैं। इन लोगों की दिलचस्पी स्मॉल और मिडकैप में भी होती है, क्योंकि इनकी नज़र बाज़ार में उभरने वाली रिलायंस जैसी कंपनियों पर होती है। शेयर मार्केट का फंडा क्या है
3- आक्रामक शेयर धारक
कुछ निवेशक होते हैं जो हमेशा तेज रफ्तार में रहते हैं। वे हमेशा तेज शेयरों को पकड़ते हैं, ये लोग अपना बहुत सारा समय इस अध्ययन में लगाते हैं कि बाज़ार के बड़े शेयरों में उठने-गिरने का सिलसिला कैसा व किस तरह रहा है, और फिर वे सबसे ऊंची लहर पर सवार हो जाते हैं। ये लोग कम कीमत वाले ऐसे शेयरों की खोज में रहते हैं जिनमें कम निवेश से ज्यादा कमाई की संभावना होती है। इस तरह के निवेशक बाज़ार की खबरों पर पैनी नज़र रखते हैं, कंपनियों के बारे में पूरी जानकारी रखते हैं और इनके मामले मेंअफवाहों का भी शेयरों की कीमत पर असर होता है। शेयर मार्केट का फंडा क्या है
4- ठंडे दिमाग वाले शेयर धारक
इन तीन तरह के निवेशकों के बीच कहीं वे निवेशक भी आते हैं जो बड़े ठंडे मन से निवेश की योजना बनाते हैं। वे यह तो मानते हैं कि उनके पोर्टफोलियो में शेयर जरूर होने चाहिए और जिसे वे अच्छी कंपनी मानते हैं उनके शेयर खरीदते भी हैं, लेकिन एक बार खरीदने के बाद वे उनका खास कुछ करते नहीं हैं।
शेयर मार्किट के फायदे और नुक्सान को समझें
इन सभी तरह के निवेशों के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। कोई कंपनी किसी निवेशक को किसी मामले में अच्छी लगती है, तो दूसरे को नहीं लगती। जो कंपनी अच्छा डिविडेंड देती है, उसे सावधानी से निवेश करने वाला निवेशक पसंद करेगा, लेकिन वह निवेशक पसंद नहीं करेगा जो यह मानता है कि कंपनी का काम शेयर धारकों को नकद पैसे बांटना नहीं है बल्कि कमाई को व्यवसाय में लगाकर, कंपनी का विकास करना है। वह शेयर बाज़ार की तरफ देखता है तो यह देखता है कि कौन से शेयर की कीमत बढ़कर, उसके निवेश पर ज्यादा लाभ देगी। इसी तरह जिन शेयरों में उतार-चढ़ाव ज्यादा तेज होता है, सावधान निवेशक उसे खतरनाक मानता है।
शेयरों की सूची बनाएं और अध्ययन करें
बहरहाल निवेश में खतरे को लेकर आपका रवैया चाहे जो भी हो, जब आप खरीदने के लिए शेयर चुनते हैं तो कुछ सरल, सामान्य नियमों का ध्यान रखें। आप शेयरों की एक सूची बनाइए-‘सबसे तेज चढ़ने वाले’, ‘सबसे अधिक डिविडेंड देने वाले’ या ‘तेज शेयर’। शेयर मार्केट का फंडा क्या शेयर बाजार को कैसे समझें है
इंटरनेट पर आपको यह जानकारी बिना किसी खर्च के मिल जाएगी। एक बार आपकी यह सूची बन जाती है तो शेयरों के चयन के सामान्य नियमों का पालन करें। कुछ आधारभूत विशेषताओं को देखिए, जैसे उस कंपनी की बिक्री, लाभ और संपत्ति में वृद्धि कितनी हुई। उसका अच्छा व्यावसायिक ढांचा और अच्छी प्रशासकीय व्यवस्था पहली जरूरत है। उसके पिछले 3 से 5 साल का विवरण देखें तो इसका पूरा अंदाज मिल जाता है कि यह कंपनी वैसे ही पैसा लगाने वाले किसी पूंजीपति का शौक भर है या कि इसके पांव मजबूत हैं।
शेयर मार्किट के उतार चढ़ाव को समझें
शुरू के थोड़े वक्त में ऐसा होता है कि निवेशकों की सामूहिक मनोस्थिति शेयरों की कीमतों में फर्क लाती है। ज्यादातर ऐसा होता है कि अच्छा नतीजा आने से शेयर की कीमत गिर जाती है, क्योंकि बाज़ार में वैसी ही अपेक्षा बनी हुई थी, इसलिए जब ऐसा होता है तो बाज़ार उसे कम करके आंकता है। कोई भी एक नई खबर कीमत को ऊपर या नीचे लाने का कारण बन जाती है। जब किसी प्रतिकूल खबर की आशंका हो तो उससे भी कीमत बढ़ जाती है, क्योंकि माना जाता है कि इस कंपनी का बुरा वक्त बीत रहा है और अब कुछ अच्छा घटित होगा। भले आपको लगे कि इस बात पर कैसे भरोसा किया जाए पर यह सच है कि बाज़ार में हर निवेशक के नजरिये का संयुक्त असर पड़ता है।
शेयर बाजार की सावधानी
हर सामान्य आदमी इस बाज़ार के बारे में परेशान रहता है, क्योंकि यहां की कोई बात उसे समझ में नहीं आती है। उन सब को मेरी सलाह है कि आप अपने मन की सुनिए। निवेश के बारे में सबसे सही फैसला आपकी अपनी समझ ही कर सकती है। वैसे शेयर न खरीदें, जिन्हें आपकी बुद्धि और समझ पसंद नहीं कर रही हो और इस बात का ध्यान रखें कि आपका सारा पैसा एक ही कंपनी में निवेश न किया गया हो। बाज़ार में उड़ती अफवाहों पर ध्यान मत दीजिए। अफवाहें बना-बनाया खेल बिगाड़ देती हैं ।।
शेयर बाजार में निवेश
शेयर बाजार में निवेश कैसे करें यदि आपको शेयर मार्केट बारे में कम जानकारी है अथवा आप इस बाजार के नये खिलाड़ी हैं या आप चाहते तो हैं कि बाजार में निवेश करें मगर जानते नहीं कि क्या करें और कैसे करें तो आज हम आपको कुछ टिप्स देते हैं. कुछ और निवेश के टिप्स Share Bazar Tips यहाँ हैं. इस बाजार में हर कोई पैसा कमाना चाहता है मगर कई बार दोस्तों, रिश्तेदारों और साथ काम करने वालों की देखा देखी निवेश करके लोग फंस जाते हैं. जब भी शेयरों में निवेश करें तो अपनी समझ के साथ करें और जान लें कि उसमें कितना जोखिम हो सकता है. शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market in Hindi विस्तार से पढ़ें।
शेयर बाजार में निवेश
टिप्स से दूर रहें
आप भी कहेंगे कि यह क्या घालमेल है। साथ ही कह रहे हैं कि मैं आपको टिप्स देता हूं और साथ ही कह रहें हैं कि टिप्स से दूर रहें। वास्तव में मैं आपको किन कंपनियों के शेयरों में निवेश करें ऐसे टिप्स नहीं देने वाला। शेयर बाजार को कैसे समझें यहां मैं आपको यह बता रहा हूं कि कैसे शेयरों में निवेश करें। तो सबसे पहली बात मित्रों, रिश्तेदारों और ब्रोकरों के बताये टिप्स पर अथवा बाजार मैं फैली अफवाहों के आधार पर निवेश न करें। यह बहुत ही खतरनाक हो सकता है।
स्वयं को शिक्षित करें
बैलेंश शीट तथा कंपनियों के नतीजों को पढ़ना और समझना सीखें। यदि आपकी शिक्षा कॉमर्स स्ट्रीम से नहीं है तो थोड़ा और अधिक सावधान रहें। शेयर बाजार के बारे में जानकारी एकत्र करें। नियमित रूप से इक्नॉमिक टाइम्स जैसे समाचार पत्र पड़ें और CNBC आवाज जैसे चैनल देखें। दुनिया के शेयर बाज़ारों पर नज़र रखें और आसपास के सामाजिक, तकनीकी और आर्थिक बदलावों पर भी नज़र रखें। किस तरह की जानकारी एकत्र करें और किस आर्थिक समाचार का कैसा असर शेयर बाज़ार पर होगा यह समझाया गया है शेयर बाजार में पैसा कमाना चाहते हैं तो खुद को रखें अप टू डेट में हमारी साइट पर। शेयर मार्केट में प्रयोग होने वाले शब्द और उनके अर्थ भी समझें।
जानकारियां एकत्रित करें
इसके अलावा इंटरनेट पर निवेश संबधी जानकारियां एकत्रित करें। जब आपको बाजार के बारे में आत्मविश्वास जागने लगे तो भी निवेश करने से पहले दो तीन कंपनियों को चुन लें जहां आपको लगे कि निवेश करना सही रहेगा। उसके बाद उन कंपनियों के भावों पर नियमित नजर रखें। कम से कम एक महीना अपनी इन कंपनियों पर नजर रखें। यदि लगे कि आपका चुनाव सही था तो आप बाजार में जाने के बारे में सोच सकते हैं।
शुरुआत कम पूंजी से करें
शुरुआत में नाम मात्र का निवेश करें और अनुभव प्राप्त करें। एकदम से बड़ी रकम दांव पर न लागायें। वैसे भी बाजार में एक साथ बड़ा निवेश करने से बचना चाहिये और अपनी पूँजी का एक एक हिस्सा नियमित रूप से निवेश करना चाहिये। आप कम राशी से भी शेयर बाजार में शुरुआत कर सकते हैं। शेयर बाजार में कम से कम कितना निवेश कर सकते हैं आप यहां पढ सकते हैं।
अपने रिस्क को समझें
यदि आप नए खिलाडी हैं तो अपने रिस्क को समझें. जब हम कार चलाना सीख रहे होते हैं तो टक्कर होने का खतरा भी रहता है. शुरू के निवेश के फैसले गलत भी हो सकते हैं. बाजार में कभी कभी सुनामी भी आती है. बाजार की सुनामी में अच्छे अच्छे शेयर भी बह जाते हैं. बड़े से बड़े जानकार और अनुभवी लोग भी यहाँ घाटा खा सकते हैं. निवेश से पहले अपने रिस्क सहने की क्षमता का आकलन अवश्य करें.
शेयर बाजार में निवेश पर यह टिप्स आपको कैसे लगे अवश्य बतायें तथा तैयार हो जाएँ शेयर बाजार में निवेश के लिए.
शेयर मार्केट कैसे सीखे?
आज हर कोई शेयर बाजार और इससे होने वाले मुनाफे के बारे में बात करते हुए नजर आता है। शेयर मार्केट में अपना हाथ आजमाने के लिए क्या आप भी इच्छुक है? पर एक चीज जो आपको रोक रही है वह है शेयर बाजार और उसके कामकाज के बारे में आपके ज्ञान की कम। तो शेयर मार्केट कैसे सीखे?
तो घबराइए बिल्कुल नहीं, शेयर बाजार के बारे में जानने के लिए यहां आपको हम विस्तार में मार्गदर्शन देंगे। तो चलिए फिर शुरू करते हैं और हमारे साथ शेयर मार्केट सीखें।
शेयर बाजार का काम कैसे सीखे?
स्टॉक मार्केट को लोग जितना मुश्किल समझते है इसे सीखना उतना भी मुश्किल नहीं है। कोई भी व्यक्ति स्टॉक ट्रेडिंग करना सीख सकता है। लगातार कोशिश करते रहने से आप शेयर बाजार सीख सकते हैं।
निवेश करने के लिए आपको शेयर बाजार का विशेषज्ञ होने की आवश्यकता नहीं है। यदि आप धीरे-धीरे और व्यवस्थित तरीके से सीखते है तो निश्चित ही आप शेयर बाजार के विशेषज्ञ बन सकते हैं।
स्टॉक ट्रेडिंग सीखने के लिए अपना पहला कदम उठाने वाले जो नए शुरूआती लोग है उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के कई स्रोतों को सिखने की आवश्यकता होती है। ऐसे कई विकल्प है जिनके माध्यम से आप शेयर बाजार की मूल बातें सीख सकते हैं।
शेयर मार्केट सीखने के शानदार तरीके
शेयर बाजार सीखने के कुछ तरीके यहां दिए गए हैं। जिनसे आप शेयर मार्केट का गणित सिख सकते हैं।
#1. एक सलाहकार या मित्र खोजें
आपको एक अच्छे सलाहकार की मदद लेनी चाहिए जैसे – परिवार के किसी सदस्य, मित्र, अतीत या वर्तमान में जो आपके प्रोफेसर है या फिर कोई भी व्यक्ति हो सकता है।
जिसे शेयर बाजार की मूलभूत समझ हो। एक अच्छा सलाहकार आपके सवालों के जवाब देने, सहायता करने, उपयोगी संसाधनों के बारे में बताने और जब बाजार में कठिनाई हो तो आपका उत्साह बनाए रखने के लिए तैयार रहता है।
#2. ऑनलाइन कोर्स की मदद
बहुत सी ऐसी Online Sites हैं जो Stock Market Trading के कोर्स करवाती है और सर्टिफिकेट प्रदान करती हैं। अगर आप शेयर मार्केट सीखना चाहते हैं, तो इन कोर्स में आपको शामिल होना चाहिए।
#3. किताबें पढ़े
किताबों में जानकारियों का खजाना होता है शेयर बाजार, निवेश रणनीतियों पर किताबे पढ़े यह ऑनलाइन कोर्स, सेमिनार की लागत की तुलना में सस्ती होती हैं। किताबें बाजार के काम करने का तरीका बहुत ही स्पष्ट रूप में समझाती है।
#4 . बाजार का विश्लेषण करें
शेयर बाजार की खबरों से अपडेट रहे। पिछले जितने भी रुझान है उनका विश्लेषण करें। शेयर बाजार के प्रभावित होने के कारक है राजनीतिक, आर्थिक और वैश्विक। इस पर नजर रखे की बाजार में हर घटना पर क्या प्रतिक्रिया दी गई।
#5. सफल निवेशकों को फॉलो करे
जो सफल निवेशक है आप उनसे भी सिख सकते है अगर वो कोई ट्वीट में सलाह देते है या किसी किताब में लिखते है तो उनके द्वारा Share किए गए इन ट्वीट और किताब से सीखे लेकिन अपने विवेक का भी प्रयोग करें और उनकी सलाह का आंख मूंदकर पालन न करें।
#6. शेयर बाजार फॉलो करें
दुनिया भर में क्या हो रहा है यह पता करने का समाचार चैनल और टीवी शो एक बहुत बड़ा स्रोत हैं। निवेश कैसे करें, क्या और कब निवेश करें इस पर कई तरह के टीवी शोज आते है। CNBC और Bloomberg जैसे चैनल शेयर बाजार के ज्ञान के अच्छे स्रोत हैं।
#7. ट्रेडिंग का अभ्यास करें
बाजार को समझने और इसका विश्लेषण करना सिखने के बाद ट्रेडिंग का अभ्यास शुरू कर देना चाहिए। ऐसे बहुत सारे Trading Simulators है जो आपसे वास्तविक रूप में धन नहीं लेकर Trading का अभ्यास करने देते है।
ना ही आपके वास्तविक धन का उपयोग होगा। जिससे की जोखिम के बिना आप व्यापारिक ज्ञान का परीक्षण कर सकेंगे।
यदि आप Share Market में अपने पैसे निवेश करना चाहते हैं तब ऐसे में आप Discount Broker “Zerodha” पर अपना account बना सकते हैं. इसमें आप बहुत ही जल्द और आसानी से Demat Account खोल उसमें Share भी खरीद सकते हैं. निचे इसकी link दी गयी है.
स्टॉक ट्रेडिंग करके अमीर बन सकते हैं?
हाँ, Stock Trading से अमिर बनना सम्भव है। लेकिन पैसे कमाने का कोई शॉर्टकट नहीं है। ट्रेडिंग स्टॉक में जोखिम भी होता है। ज्यादातर धनी निवेशक लम्बे निवेश से सफल हुए हैं।
बहुत से लोगो ने Day Trading करके लाखों कमाए है। लेकिन Day Trading की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की सफल निवेशक Day Trading जैसी जोखिम भरी रणनीतियों में नहीं फँसते है।
जितने भी सफल व्यापारी है उन सभी में एक बात समान होती है कि वे एक प्रणाली को Follow करते हैं। वह है…
Step #1. सफल व्यापारी कभी भी अधिक व्यापार नहीं करते हैं।
Step #2. वह हमेशा एक लक्ष्य निर्धारित रखते है और निर्धारित Stop Loss होता है।
Step #3. जब तक उनकी व्यापारिक शर्तें पूरी नहीं होती वे व्यापार नहीं करते।
Step #4. वे Market Psychology को अच्छे से समझते हैं।
इसके साथ ही Day Traders को तकनीकी विश्लेषण और मौलिक विश्लेषण का ज्ञान होना भी आवश्यक है। अनुभवी व्यापारी अपनी गलतियों से सीखते है और उन पर काम करते है।
ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लगता है?
बेशक, यह बताना तो असंभव सा ही है कि एक व्यक्ति व्यापार करना कितने समय में सिख शेयर बाजार को कैसे समझें सकता है क्योंकि यह कई कारकों पर निर्भर करता है।
हालाँकि हम कह सकते हैं कि शायद 1 से 5 साल के बीच, तो आप वास्तव में किस तरह से तेजी से सिख सकते है, जिससे की आपका समय भी बहुत बचेगा तो वह है निष्पक्ष होना।
कई इच्छुक व्यापारी झूठी अपेक्षा लेकर आते हैं। जो लोग व्यापार सिखने में निष्पक्ष रहते है वह निश्चित रूप से बहुत जल्दी सिख सकते है।
क्या स्वयं ट्रेडिंग सीखना सम्भव है?
हाँ, स्वयं से व्यापार करना सीखना कठिन जरूर है, लेकिन असंभव नहीं है। अगर बजट के अनुसार ट्रेडिंग सीखना है तो इसका सबसे अच्छा तरीका है किताबें पढ़ना। ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कम पैसे के साथ निवेश कर सकते है।
खुद से व्यापार सिखने में आपको धैर्य, दृढ़ता और विश्वास रखना होगा। असफल होने पर फिर से शुरू करने की इच्छा रखने की आवश्यकता होना भी जरुरी है।
जैसे-जैसे समय गुजरता है तो आप अपनी गलतियों से सीखते भी जाते है और धीरे-धीरे अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त भी करते है।
क्या शेयर मार्केट सीखना आसान है?
शेयर मार्केट सीखना कठिन जरूर हो सकता है, सबसे पहले बाजार का अध्ययन करना होगा फिर बाजार का विश्लेषण करना सीखना होगा। जिसके बाद यह आसानी से सीखा जा सकता है।
क्या आप ट्रेडिंग करके अमीर बन सकते हैं?
यह सच है कि बहुत से लोग Trading के माध्यम से पैसे कमा रहे है। लेकिन हाँ ट्रेडिंग में जोखिम होता है और यदि आप गलत निर्णय लेते हैं तो आपको नुकसान भी हो सकता है।
कितने समय में ट्रेडिंग सिख सकते है?
इसका समय बताना तो नामुमकिन है, लेकिन अगर आप पूरी मेहनत, समझदारी से सीखते है और निष्पक्ष रहते है तो जल्दी ही शेयर मार्केट सिख सकते है।
आज आपने क्या सीखा?
मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख शेयर मार्केट कैसे सीखे जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को शेयर मार्केट सीखने के शानदार तरीके के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं.
यदि आपको यह post क्या स्टॉक ट्रेडिंग करके अमीर बन सकते हैं पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter और दुसरे Social media sites share कीजिये.
Mutual Fund: गिरते-संभलते बाजार में भी बना सकते हैं अच्छा रिटर्न? एक्सपर्ट से समझें पोर्टफोलियो में कैसे करें बदलाव
Mutual Fund Investment Strategy: शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बावजूद म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. हालांकि, इक्विटी फंड्स में निवेश कम हुआ है. बाजार की मौजूदा स्थिति में म्यूचुअल फंड निवेशकों को भी अच्छे रिटर्न के लिए अपनी स्ट्रैटजी में बदलाव लाना चाहिए.
अगस्त में इक्विटी फंड में महज 6,120 करोड़ रुपये का निवेश आया था, जो 10 महीने में सबसे कम रहा. (Representational Image)
Mutual Fund Investment Strategy: दुनियाभर में बढ़ती ब्याज दरों के बीच शेयर बाजारों में भारी उथल-पुथल देखने को मिल रही है. बीते एक महीने में बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स, निफ्टी में करीब 1.5 फीसदी की गिरावट है. हाल के कुछ सेशन में अच्छी रिकवरी देखने को मिली है. शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बावजूद म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. एक तरह जहां इक्विटी फंड्स में निवेश कम हुआ है, वहीं ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बीच डेट फंड के निवेश में भारी उछाल आया है. बाजार की मौजूदा स्थिति में म्यूचुअल फंड निवेशकों को भी अच्छे रिटर्न के लिए अपनी स्ट्रैटजी में बदलाव लाना चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बढ़ती ब्याज दरों के साइकिल में रेगुलर इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ फिक्स्ड इनकम फंड और इंटरनेशनल फंड्स को पोर्टफोलियो में शामिल करना एक अच्छी स्ट्रैटजी हो सकती है. इससे निवेशकों को एक अच्छा रिटर्न हासिल करने में मदद मिल सकती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (EAML) के हेड (सेल्स) दीपक जैन का कहना है, मार्केट के मौजूदा हालात में रेगुलर या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट बहुत जरूरी है. ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. ऐसे में एक अच्छी स्ट्रैटजी यह है कि अगर एलोकेशन कम है, तो निवेशक को अपने पोर्टफोलियो में फिक्स्ड इनकम फंड्स को शामिल करना चाहिए.
एसोसिएशन ऑफ रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (ARIA) के वाइस चेयरमैन विशाल धवन का कहना है कि बाजार के मौजूदा हालात में म्यूचुअल फंड निवेशकों को इंटरनेशनल और इंडियन इक्विटी म्यूचुअल फंड्स के एक कम्बिनेशन का इस्तेमाल करना चाहिए. उनका कहना है कि ग्लोबल वैल्युएंशस फिलहाल लॉन्ग टम एवरेज से नीचे है. इस मौके का इस्तेमाल भारतीय इक्विटी के मुकाबले इंटरनेशनल इक्विटीज को पोर्टफोलियो में शामिल करने के लिए करना चाहिए.
इक्विटी फंड में घटा, डेट में बढ़ा भरोसा
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डेटा के मुताबिक, अगस्त महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड में महज 6,120 करोड़ रुपये का निवेश आया था, जो पिछले 10 महीने में सबसे कम रहा. हालांकि, बाजार में भारी उठापटक के बावजूद इक्विटी म्यूचुअल फंड में पॉजिटिव इनफ्लो लगातार 18वें महीने बना रहा. पिछले कुछ महीनों में निवेश की रफ्तार में गिरावट जरूर आई है. डेटा के मुताबिक, अगस्त में इक्विटी फंड में 6,120 करोड़, जुलाई में 8,898 करोड़ और जून में 18,529 करोड़ का निवेश आया था. मई में यह आंकड़ा 15,890 करोड़ का रहा था.
दूसरी ओर, इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी के बीच डेट फंड के निवेश में भारी उछाल आया है. अगस्त महीने में डेट म्यूचुअल फंड में 49164 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो जुलाई में 4930 करोड़ रुपये के निवेश से काफी अधिक है. कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने जुलाई में 23,605 करोड़ रुपये के मुकाबले अगस्त में 65,077 करोड़ रुपए का नेट इनफ्लो दर्ज किया.
SIP को लेकर मजबूत सेंटीमेंट
शेयर बाजारों में जारी उतार-चढ़ाव के बीच म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा SIP को लेकर मजबूत है. Amfi के डेटा के मुताबिक, अगस्त में SIP अकाउंट्स की संख्या 5.71 करोड़ के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई और 12,693.45 करोड़ रुपये का निवेश आया. SIP AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) ऑलटाइम हाई पर है और यह 6.39 लाख करोड़ रुपये के लेवल पर जा पहुंचा है. अगस्त 2022 में 21.13 लाख नए SIP अकाउंट्स रजिस्टर हुए.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश संबंधी सलाह एक्सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं है. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें)
Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब
पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)
दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)
यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि शेयर बाजार से 90 फीसदी से ज्यादा रिटेलर पैसा नहीं बना पाते हैं, हर रिटेल निवेशक को शेयर बाजार में कदम रखने से पहले इसे आंकड़े को ध्यान में रखना चाहिए. लेकिन एक इसमें एक अच्छी बात यह है कि 10 फीसदी रिटेल निवेशक पैसे बनाने में सफल रहते हैं. क्योंकि वे नियमों को फॉलो करते हैं. (Photo: Getty Images)
अब आइए आपको बताते हैं कि शेयर बाजार के आप कैसे करोड़पति बन सकते हैं.
1. शुरुआत कैसे करें: शेयर बाजार में निवेश से पहले ये जानने की कोशिश करें कि शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार कैसे काम करता है? लोगों को शेयर बाजार से कैसे कमाई होती है? क्योंकि शेयर बाजार कोई पैसे बनाने की मशीन नहीं है. डिजिटल के इस दौर में आप घर बैठे ऑनलाइन इस बारे में जानकारी जुटा सकते हैं. इसके अलावा आप इस मामले में वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं. जो आपको शुरुआत में सही दिशा बताएंगे.
2. छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत: ये जरूरी नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए बड़ी रकम होनी चाहिए. अधिकतर लोग यही गलती करते हैं. अपनी पूरी जमापूंजी शेयर बाजार में लगा देते हैं. फिर बाजार में उतार-चढ़ाव को झेल नहीं पाते हैं. आप छोटी रकम यानी महज 5 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)
3. टॉप कंपनियों को चुनें: शुरुआत में बहुत ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचें. क्योंकि बहुत ज्यादा रिटर्न के चक्कर में लोग उन कंपनियों स्टॉक्स में पैसे लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. इसलिए निवेश की शुरुआत अक्सर लार्ज कैप कंपनियों से करें. जो फंडामेंटली मजबूत हो. जब आपको कुछ साल का अनुभव हो जाएगा तो फिर थोड़ा रिस्क ले सकते हैं.
4. निवेशित रहने की जरूरत: जब आप छोटी रकम से निवेश की शुरुआत करेंगे, तो फिर हर महीने निवेश को बढ़ाते रहें. अपने पोर्टफोलियो को संतुलित बनाकर रखें. जब आप लगातार कुछ साल तक बाजार में निवेशित रहेंगे तो फिर आप लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. अक्सर बाजार में लंबे समय के निवेशित रहने वालों का फायदा होता है. (Photo: Getty Images)
5. पैनी स्टॉक्स से रहें दूर: रिटेल निवेशक अक्सर सस्ते स्टॉक्स पर फोकस करते हैं. 10-15 रुपये वाले स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लेते हैं और फिर गिरावट में घबरा जाते हैं. उन्हें लगता है कि सस्ते शेयर में कम निवेश कर ज्यादा कमाया जा सकता है. लेकिन ये सोच गलत है. स्टॉक्स का चयन हमेशा कंपनी की ग्रोथ को देखकर करें. उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका बिजनेस अच्छा हो और उस बिजनेस को चलाने वाला मैनेजमेंट अच्छा हो.
6. गिरावट में घबराएं नहीं: शेयर बाजार में जब भी गिरावट आए, तो अपने निवेश को बढ़ाने बढ़ाएं. अक्सर रिटेल निवेशक को जब तक कमाई होती है, तब तक वो निवेश में बने रहते हैं. लेकिन जैसे से बाजार में गिरावट का दौर चलता है, रिटेल निवेशक घबराने लगते हैं, और फिर बड़े नुकसान के डर से शेयर सस्ते में बेच देते हैं. जबकि बड़े निवेशकर खरीदारी के लिए गिरावट का इंतजार करते हैं. (Photo: Getty Images)
7. कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश: शेयर बाजार से होने वाली कमाई के कुछ हिस्से को सुरक्षित निवेश के तौर पर दूसरे जगह पर भी लगाएं. इसके अलावा अपने मुनाफे को बीच-बीच में कैश करते हैं. सबसे अहम और हर रिटेल निवेशक के जरूरी बात यह है कि वे बिना जानकारी शेयर बाजार से दूर रहें, और निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें. देश के बड़े निवेशकों को फॉलो करें, उनकी बातों को गंभीरता से लें. (Photo: Getty Images)