विदेशी मुद्रा क्लब

सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं?

सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं?
विदेशी मुद्रा भंडार के फायदे :

10 अप्रैल को खत्म सप्ताह में दो अरब डॉलर बढ़कर 476.5 अरब डॉलर पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार

Foreign Exchange Reserves: कम हो रहा है देश का विदेशी मुद्रा भंडार, घटकर 528.37 अरब डॉलर पर पहुंचा

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार कमी आ रही है। 14 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.50 करोड़ डॉलर घटकर 528.37 डॉलर पर आ गया। इसकी जानकारी शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने दी। 7 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार में थोड़ी बढ़ोतरी देखी सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? गई थी जब विदेशी मुद्रा भंडार 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? अरब डॉलर पर पहुंच गया था। साल भर पहले समान अवधि में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।

लगातार सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? गिर रहा है रुपये

देश में विदेशी मुद्रा भंडार की कमी का कारण रुपया का डॉलर के मुकाबले कमजोर होने को माना जा रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपये के तेजी से गिरने के कारण रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार का इस्तेमाल किया है। 14 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में FCA 2.82 अरब सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? डॉलर की कमी के साथ 468.668 अरब डॉलर पर आ गया। विदेशी मुद्रा भंडार में FCA एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।

आखिर, अपने पास विदेशी मुद्रा का भंडार जमा क्यों करता है रिजर्व बैंक, क्या आप जानते हैं?

विदेशी मुद्रा भंडार

नई दिल्ली : किसी भी देश के लिए विदेशी मुद्रा भंडार उतना ही आवश्यक है, जितना कि सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? किसी घर में सोना का जमा होना जरूरी है. विदेशी मुद्रा भंडार जमा रहने के बाद कोई भी आवश्यक वस्तुओं का आसानी से आयात करने में सक्षम होता है. सबसे बड़ी बात यह है कि विदेशी मुद्रा भंडार आर्थिक संकट की स्थिति या आड़े वक्त में ठीक उसी तरह काम करता है, जिस तरह किसी घर में पैसों की कमी होने या विपत्ति के समय में सोना या गहना सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? काम आता है. श्रीलंका की विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आने का ही नतीजा है कि उसे आज आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. महंगाई चरम पर है और दूसरे देशों से आवश्यक वस्तुओं का आयात पूरी तरह से प्रभावित है. विदेशी मुद्रा भंडार जमा करने की जिम्मेदारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कंधों पर होती है.

क्या है विदेशी मुद्रा भंडार

विदेशी मुद्रा या विदेशी मुद्रा भंडार अनिवार्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा विदेशी मुद्राओं में आरक्षित के रूप में रखी गई संपत्ति है, जिसका इस्तेमाल आर्थिक संकट या आड़े वक्त में किया जाता है. आमतौर पर इसका इस्तेमाल विनिमय दर का समर्थन करने और मौद्रिक नीति बनाने के लिए किया जाता है. भारत के मामले में विदेशी मुद्रा भंडार में डॉलर, सोना और विशेष आहरण अधिकारों के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का कोटा शामिल है. अंतरराष्ट्रीय व्यापार और वित्तीय प्रणाली में मुद्रा के महत्व को देखते हुए अधिकांश भंडार आमतौर पर अमेरिकी डॉलर में रखे जाते हैं. कुछ केंद्रीय बैंक अपने अमेरिकी डॉलर के भंडार के अलावा ब्रिटिश पाउंड, यूरो, चीनी युआन या जापानी येन को भी अपने भंडार में रखते हैं.

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रकार के लेनदेन अमेरिकी डॉलर में तय किए जाते हैं. आयात का समर्थन करने के लिए किसी भी देश के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का होना आवश्यक है. अगर किसी देश के पास विदेशी मुद्रा या उसके पास डॉलर नहीं होगा, तो वह आवश्यक वस्तुओं का दूसरे देशों से आयात नहीं कर सकता है, जैसा कि सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? श्रीलंका के साथ हुआ. श्रीलंका में आर्थिक संकट आने के पीछे विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आना है. कोरोना महामारी के दौरान उसका पर्यटन उद्योग बुरी तरह से प्रभावित हुआ. विदेश पर्यटकों के आगमन थम जाने से श्रीलंका के विदेशी मुद्रा भंडार में डॉलर की कमी आ गई, जिसकी वजह से वह अपने देश की जनता की रोजमर्रा की वस्तुओं का आयात करने में विफल हो गया. इसलिए महंगाई चरम पर पहुंच गई.

भारत ने श्रीलंका को दिया सहयोग

आलम यह कि आर्थिक संकट के इस दौर में भारत में पेट्रोलियम पदार्थ और खाद्य पदार्थों के अलावा दूसरे प्रकार की सहायता भी उपलब्ध कराई है. वहीं, अगर उसके पास विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत होता, तो संकट के इस दौर में उसका आवश्यक वस्तुओं का आयात प्रभावित नहीं होता और देश में महंगाई चरम पर नहीं पहुंचती.

इससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है कि विदेशी मुद्रा भंडार घरेलू स्तर पर मौद्रिक और आर्थिक नीतियां तैयार करने में सरकार और रिजर्व बैंक के लिए अहम भूमिका निभाता है. विदेशी पूंजी प्रवाह में अचानक रुकावट आ जाने की वजह से हमारी आर्थिक और मौद्रिक नीतियां प्रभावित होने के साथ ही आम जनजीवन पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है. इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर घर में जब पैसे और पूंजी या फिर आमदनी में कमी आ जाती है या किसी की नौकरी अचानक छूट जाती है, तो घर में रखा हुआ सोना ही आड़े वक्त में काम आता है. सोना या गहनों को बेचकर घर का मुखिया परिवार की जरूरतों को पूरा करता है और स्थिति सामान्य होने के बाद वह फिर उतने ही या उससे अधिक सोने का भंडारण कर लेता है. नकदी विदेशी मुद्रा जमा करने से इस तरह की चुनौतियों से निपटने में आसानी होती है और यह विश्वास दिलाता है कि बाहरी झटके के मामले में देश के महत्वपूर्ण आयात का समर्थन करने के लिए अभी भी पर्याप्त विदेशी मुद्रा होगी.

मई के आखिर सप्ताह में 3.854 अरब डॉलर बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार

बता दें कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 27 मई को समाप्त हुए सप्ताह में 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, यह वृद्धि विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है. इससे पिछले सप्ताह, विदेशी मुद्रा भंडार 4.230 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर हो गया था. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि होना है, जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है. आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.61 अरब डॉलर बढ़कर 536.988 अरब डॉलर हो गई.

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Forex Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट जारी, जानिए कितना है गोल्ड रिजर्व

प्रतीकात्मक तस्वीर

  • पीटीआई
  • Last Updated : May 21, 2022, 06:30 IST

नई दिल्ली. देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves/Forex Reserves) में फिर गिरावट आई है. 13 मई, 2022 को सबसे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा समाचार क्या हैं? खत्म हुए सप्ताह में यह 2.676 अरब डॉलर घटकर 593.279 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.

इससे पहले के सप्ताह में यह 1.774 अरब डॉलर घटकर 595.954 अरब डॉलर रह गया था. 29 अप्रैल, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.695 अरब डॉलर घटकर 597.73 अरब डॉलर रह गया था.

विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार में इस बार भी दर्ज हुई बढ़त

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। देश में जमा होने वाले विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार जमा के आंकड़े समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जारी करता आया हैं। इस साल इन आंकड़ों में ज्यादातर गिरावट ही देखने को मिलती रही है। इस साल की शुरुआत में 2 बार बढ़त के बाद इसमें लगातार गिरावट बनी रही। वहीँ, पिछली बार दर्ज हुई बढ़त के बाद इस बार इसमें फिरसे बढ़त दर्ज हुई। इसके अलावा यदि स्वर्ण भंडार की बात की जाए तो उसका हाल भी कुछ कुछ विदेशी मुद्रा भंडार जैसा ही रहा। इस बार RBI द्वारा जारी हुए आंकड़ो के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार दोनों में बढ़त दर्ज हुई है।

Forex Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट जारी, जानिए कितना है गोल्ड रिजर्व

प्रतीकात्मक तस्वीर

  • पीटीआई
  • Last Updated : May 21, 2022, 06:30 IST

नई दिल्ली. देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves/Forex Reserves) में फिर गिरावट आई है. 13 मई, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.676 अरब डॉलर घटकर 593.279 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.

इससे पहले के सप्ताह में यह 1.774 अरब डॉलर घटकर 595.954 अरब डॉलर रह गया था. 29 अप्रैल, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.695 अरब डॉलर घटकर 597.73 अरब डॉलर रह गया था.

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