अग्रणी सूचक

कुरुक्षेत्र जिला हरियाणा के उत्तर-पूर्व में स्थित है। इसका अक्षांशीय विस्तार 29 0 53’ से 30 0 15’ उत्तर तथा देशांतरीय विस्तार 76 0 26’ से 77 0 07’ पूर्वी है। जिले को 3 तहसील (थानेसर, पिहोवा, शाहबाद) 3 उप-तहसील (लाडवा, बाबैन, इस्माइलाबाद) तथा 5 विकासखण्डों (थानेसर, पिहोवा, लाड़वा, शाहबाद, बाबैन) में विभाजित किया गया है। यह अग्रणी सूचक जिला राज्य के घने बसे जिलों में से एक है। जिले की कुल जनसंख्या 9,64,655 (2011 की जनगणना के अनुसार) तथा जनसंख्या का घनत्व 630 प्रति व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है। जिला मुख्यतः मैदानी भाग है जिसका साधारण ढाल उत्तर पूर्व से दक्षिण पश्चिम की तरफ है। जिले का उत्तरी पूर्वी भाग ऊपरी यमुना मैदान में तथा पश्चिमी भाग घग्घर बेसिन के अंतर्गत आता है। मारकंडा नदी जिले की एकमात्र बरसाती नदी है। कुरुक्षेत्र की वार्षिक वर्षा 582 मिमी है। जिले में मुख्यतः गेहूँ, चावल एवं गन्ने की कृषि की जाती है।
कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर : 45 एचपी श्रेणी में सबसे दमदार ट्रैक्टर मॉडल
कुबोटा का उद्देश्य उच्च स्थायित्व, उच्च प्रदर्शन और आरामदायक ड्राइविंग के साथ मशीनें प्रदान करना है। कुबोटा सस्ती कीमत पर, उच्च गुणवत्ता वाली मशीनरी प्रदान करने का हमेशा समर्थन करता है। भारत में कुबोटा अपने व्यापार और प्रदर्शन के कारण अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियों के लिए एक बेंचमार्क है। यह अपने ट्रैक्टरों और भारी उपकरणों के लिए अग्रणी ब्रांड है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर 45 एचपी श्रेणी में एक अग्रणी मॉडल है, जो अपनी बेहतरीन विशेषताओं, गुणवत्ता, कीमत और उन्नत तकनीक के लिए लोकप्रिय है। कुबोटा एमयू 4501 में किफायती ईंधन खपत के साथ एक शानदार इंजन की गुणवत्ता है, जो कृषि उद्योग में एक शक्तिशाली उपस्थिति के साथ लागत प्रभावी उत्पादों की आपूर्ति करता है। कुबोटा ट्रैक्टर के इस एमयू 4501 मॉडल के लुक की बात करें, तों बहुत ही सुन्दर और आकर्षक के लुक के साथ आता है। इस मॉडल में सिंगल पीस बोनट दिया गया है। इसका फ्रंट एक्सल काफी मोटा दिया गया है, जो इस श्रेणी में सबसे हैवी डयूटी है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर मॉडल में चौड़ा फेंडर दिया गया है, जो आसान और स्थिर सामान लोड करने के लिए डिजाइन किया गया है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर दोहरी पीटीओ, स्टैंडर्ड और इकोनॉमिक पीटीओ से लैस है, ऑपरेटर हेवी लोड एप्लिकेशन स्टैंडर्ड पीटीओ और हल्के लोड एप्लिकेशन इकोनॉमिक पीटीओ के लिए जरुरत के अनुसार उपयोग कर सकते हैं। इस ट्रैक्टर में एलईडी डिस्प्ले के साथ आधुनिक डैश बोर्ड दिया है, जिसमें टाइम मीटर, दिशा सूचक, एएम मीटर, फ्यूल गेज, वाटर टेम्प्रेचर गेज और ऑयल प्रेशर के फीचर्स दिए गए हैं। एलईडी डिस्प्ले डैश बोर्ड होने के कारण रात के समय ऑपरेटरों द्वारा संकेतकों को आसानी से पहचाना जा सकता है। इस ट्रैक्टर में उच्च हाइड्रोलिक लिफ्ट दी गई जिसकी लिफ्टिंग 1640 किलोग्राम तक है। ट्रैक्टर में 12 वोल्ट की बैटरी, 40 एएमपी का अल्टरनेटर और 12 वोल्ट के स्टार्टर मोटर दिये गए है। इस ट्रैक्टर में पिछला एक्सल काफी ज्यादा हैवी डयूटी और मजबूत दिया गया है। साथ में इस ट्रैक्टर में एडजस्टेबल टाइप का हिच दिया गया है, जिसे आप ऊपर-नीचे आसानी से एडजस्ट कर सकते है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर में की स्टॉप सोलनॉइड दी गई, जिसे ऑपरेटर केवल चाबी घुमाकर ही इंजन को रोक सकते है। कुल मिलाकर कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर के अत्याधुनिक ट्रैक्टर मॉडल है, जो कृषि संबंधित कार्यों के लिए बहुत ही बढि़या है। तो आइए ट्रैक्टरगुरू के इस लेख में कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर के फीचर्स, स्पेसिफिकेशन्स और कीमत के बारे में जानते हैं।
कुबोटा एमयू 450 ट्रैक्टर इंजन
कुबोटा एमयू 4501-2 डब्ल्यूडी ट्रैक्टर कुबोटा क्वाड 4 पिस्टन (KQ4P) इंजन से लैस है, जो एक संकीर्ण पिस्टन रिंग के साथ एक अत्यंत शक्तिशाली, उच्च ईंधन कुशल 4 सिलेंडर और 45 हॉर्स पावर के साथ 2434 सीसी का डीजल इंजन दिया गया है, जो उच्च उत्पादकता सुनिश्चित करने के लिए 2500 का इंजन रेटेड आरपीएम जनरेट करता है। इस ट्रैक्टर में कूलिंग के लिए लिक्विड कूल्ड और ड्राई टाइप, ड्युअल एलीमेंट टाइप का एयर फिल्टर दिया गया है, जो इसे साफ और ठंडा रखता है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर मॉडल की पीटीओ पावर 38.3 एचपी है।
कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर में विषेषताएँ
कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर में सिंक्रोमेश टाइप का गियर बॉक्स दिया गया है, जो कि साइडशिफ्ट होता है। जिसमें 8 गियर आगे के लिए और 4 गियर पीछे के लिए दिए गए हैं। इसके अलावा कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर ड्यूल-क्लच से लैस है। ट्रैक्टर की अधितम गति आगे की ओर 30.8 किमी/घंटा है, जबकि पीछे की ओर अधिकतम स्पीड 13.8 किमी प्रति घंटा है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर तेल में डूबे हुए ब्रेक के साथ आता है, जो इसे प्रभावी ब्रेकिंग प्रदान करता है और खेतों पर फिसलन को रोकता है। इसके अलावा, इसमें ब्रेक के साथ 2900 एमएम का टर्निंग रेडियस है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर में हायड्रॉलिक डबल एक्टिंग पॉवर स्टीयरिंग दिया गया है। इसके अलावा इस ट्रैक्टर में टूल्स, टॉप लिंक, एडजस्टेबल सीट, मोबाइल चार्जर, कैनोपी, हुक, बम्फर और ड्राबार जैसी कई अतिरिक्त सुविधाएं दी गई।
कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर हाइड्रोलिक्स
कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर में एडीडीवी टाइप की हाइड्रोलिक्स दी गई है, जिसकी लिफ्टिंग क्षमता 1640 किलोग्राम है। इस ट्रैक्टर 60-लीटर का डीजल टैंक दिया गया है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर में आगे के टायर 6 X 16 / 7.5 X 16 और पीछे के टायर 13.6 X 28 / 14.9 X 28 इंच के साइज में दिया गया है। कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर का यह मॉडल 5000 घंटे या 5 साल की वारंटी और अनूठी विशेषताओं के साथ आता है।
कुबोटा एमयू 4501 ट्रैक्टर की कुल लंबाई 3100/3110 एमएम है। ट्रैक्टर की चौड़ाई 1865/1870 एमएम है। ट्रैक्टर का कुल वजन 1850/1970 किलोग्राम है। यह ट्रैक्टर 2 डब्ल्यूडी और 4 डब्ल्यूडी श्रेणियों में आता है और कीमत में मामूली अंतर है। ट्रैक्टर में 1990 मिमी का व्हीलबेस है। और इसका ग्राउंड क्लीयरेंस 405/365 एमएम है।
ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल
ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल के एक कार्यशाला में स्पर्धायोग्यता एवं भ्रष्टाचार के सम्बन्ध को प्रदर्शित करती स्लाइड ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) एक अन्तरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संस्था है जो भ्रष्टाचार के निवारण आदि पर अपना ध्यान केन्द्रित करती है। यह संस्था हर वर्ष एक रपट निकालती है जिसमें विश्व के विभिन्न देशों में भ्रष्टाचार की स्थित का मूल्यांकन होता है। ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल का अन्तरराष्ट्रीय मुख्यालय जर्मनी की राजधानी बर्लिन में है। .
बर्लिन
ब्रांडेनबर्ग गेट, जर्मनी के एक मील का पत्थर बर्लिन टीवी टावर, शहर के लिए मील का पत्थर बर्लिन-मिटे के क्षितिज भालू मेरा साथी: बर् लन की शांती और स्वतंत्रता का प्रतीक बर्लिन जर्मनी की राजधानी और इसके 16 राज्यों में से एक है। यह बर्लिन-ब्रैन्डनबर्ग मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के मध्य में, जर्मनी के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। इसकी जनसंख्या 34 लाख है। यह जर्मनी का सबसे बड़ा और यूरोपीय संघ का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। बर्लिन यूरोप की राजनीति, संस्कृति और विज्ञान का महत्त्वपूर्ण केन्द्र है। यूरोप के यातायात के लिए यह एक धुरी के समान है। यहाँ कई महत्त्वपूर्ण विश्वविद्यालय, संग्रहालय और शोध केन्द्र हैं। यह शहर बहुत तेजी से विकास कर रहा है और यहाँ के समारोह, उत्सव, अग्रणी कलाएँ, वास्तुशिल्प और रात्रि-जीवन काफी प्रसिद्ध हैं। बर्लिन 13वीं शताब्दी में स्थापित हुआ और इस क्षेत्र के कई राज्यों और साम्राज्यों की राजधानी रहा- प्रुशिया राज्य (1701 से), जर्मन साम्राज्य (1871-1918), वेइमार गणतंत्र (1919-1932) और तीसरी राइख (1933-1945).
जर्मनी
यूनियनपीडिया एक विश्वकोश या शब्दकोश की तरह आयोजित एक अवधारणा नक्शे या अर्थ नेटवर्क है। यह प्रत्येक अवधारणा और अपने संबंधों का एक संक्षिप्त परिभाषा देता है।
इस अवधारणा को चित्र के लिए एक आधार के रूप में कार्य करता है कि एक विशाल ऑनलाइन मानसिक नक्शा है। यह प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र है और प्रत्येक लेख या दस्तावेज डाउनलोड किया जा सकता है। यह शिक्षकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों या छात्रों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है कि एक उपकरण, संसाधन या अध्ययन, अनुसंधान, शिक्षा, शिक्षा या शिक्षण के लिए संदर्भ है, अकादमिक जगत के लिए: स्कूल, प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च विद्यालय, मध्य, महाविद्यालय, तकनीकी डिग्री, कॉलेज, विश्वविद्यालय, स्नातक, मास्टर या डॉक्टरेट की डिग्री के लिए; कागजात, रिपोर्ट, परियोजनाओं, विचारों, प्रलेखन, अग्रणी सूचक सर्वेक्षण, सारांश, या शोध के लिए। यहाँ परिभाषा, विवरण, विवरण, या आप जानकारी की जरूरत है जिस पर हर एक महत्वपूर्ण का अर्थ है, और एक शब्दकोष के रूप में उनके संबद्ध अवधारणाओं की एक सूची है। हिन्दी, अंग्रेज़ी, स्पेनी, पुर्तगाली, जापानी, चीनी, फ़्रेंच, जर्मन, इतालवी, पोलिश, डच, रूसी, अरबी, स्वीडिश, यूक्रेनी, हंगेरियन, कैटलन, चेक, हिब्रू, डेनिश, फिनिश, इन्डोनेशियाई, नार्वेजियन, रोमानियाई, तुर्की, वियतनामी, कोरियाई, थाई, यूनानी, बल्गेरियाई, क्रोएशियाई, स्लोवाक, लिथुआनियाई, फिलिपिनो, लातवियाई, ऐस्तोनियन् और स्लोवेनियाई में उपलब्ध है। जल्द ही अधिक भाषाओं।
कोविड-19 टीकाकरण अभियान एक जनांदोलन बनना चाहिए: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू
उपराष्ट्रपति ने जनप्रतिनिधियों, फिल्म और खेल जगत की हस्तियों से लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने में अग्रणी भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत को कोविड के विरुद्ध अपनी महत्वपूर्ण और सामूहिक लड़ाई में गति नहीं खोनी चाहिए।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान एक जनांदोलन बन जाना चाहिए और उन्होंने प्रत्येक पात्र व्यक्ति से बिना किसी अग्रणी सूचक डर या झिझक के आवश्यक खुराक लेने की अपील की।
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड और मेडिसिटी हॉस्पिटल्स के सहयोग से हैदराबाद में स्वर्ण भारत ट्रस्ट द्वारा आयोजित एक मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए, नायडू ने कहा कि वैक्सीन लेने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
भूमिगत जल के अत्यधिक दोहन से होगी कठिनाई
भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भूमिगत जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है जिसके कारण भूमिगत जल से सिंचाई के लिये अधिक व्यय होता है। यह मूल रूप से ऊर्जा की फिजूलखर्ची का सूचक है। इसके अतिरिक्त भूमिगत जल के अधिक दोहन से समृद्ध लोगों को लाभ होता है जबकि कमजोर लोगों को पानी से वंचित होना पड़ता है। भूमिगत जलस्तर नीचे खिसकने से न सिर्फ जल की उपलब्धता में कमी आती है बल्कि इसकी कमी से भू-गर्भीय निर्वात भी हो सकता है, जो भू-सतह के फटने या धँसने के लिये जिम्मेदार है। इसके फलस्वरूप जान-माल का भी काफी मात्रा में नुकसान हो सकता है।
देश में सतही पानी की कमी के चलते निरंतर भूमिगत जल का अंधाधुंध दोहन हो रहा है। भूमिगत जल के अतिदोहन से भारत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे पंजाब, हरियाणा, दक्षिणी राजस्थान, उत्तरी गुजरात व तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में भूमिगत जल के स्तर में काफी गिरावट दर्ज की गई है, जो भविष्य के लिये हानिकारक है। भूमिगत जल के अत्यधिक दोहन से सदावाहिनी नदियाँ भी सूख रही हैं। जल संसाधन मंत्रालय के आकलन के अनुसार यदि भूमिगत जल का स्तर 1 मीटर नीचे गिरता है तो प्रति घंटा 0.4 किलोवाट अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भूमिगत जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है जिसके कारण भूमिगत जल से सिंचाई के लिये अधिक व्यय होता है। यह मूल रूप से ऊर्जा की फिजूलखर्ची का सूचक है। इसके अतिरिक्त भूमिगत जल के अधिक दोहन से समृद्ध लोगों को लाभ होता है जबकि कमजोर लोगों को पानी से वंचित होना पड़ता है। भूमिगत जलस्तर नीचे खिसकने से न सिर्फ जल की उपलब्धता में कमी आती है बल्कि इसकी कमी से भू-गर्भीय निर्वात भी हो सकता है, जो भू-सतह के फटने या धंसने के लिये जिम्मेदार है। इसके फलस्वरूप जान-माल का भी काफी मात्रा में नुकसान हो सकता है।
अधिकतर ‘‘संवेदनशील’’ स्थानों पर राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों कम हुई हैं : अमित शाह
नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ वर्षों में देश के अधिकतर ‘‘संवेदनशील’’ स्थानों पर राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों कम हुई हैं और जहां खतरा सबसे अधिक था वहां सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान पूर्वोत्तर के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में हिंसक घटनाओं में 70 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह ‘‘सुखी पूर्वोत्तर’’ का सूचक है।
शाह ने ‘राष्ट्रीय पुलिस स्मृति अग्रणी सूचक दिवस’ के मौके पर यहां चाणक्यपुरी क्षेत्र में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में शीर्ष पुलिस और अर्धसैनिक बलों के कमांडरों को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी सुरक्षा स्थिति में इसी तरह सुधार हुआ है।