म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा

- म्यूचुअल फंड के नुकसान क्या हैं?
म्युचुअल फंड में निवेश पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती. आपके एमएफ पोर्टफोलियो का हिस्सा बनने वाला प्रत्येक शेयर जोखिम का एक निश्चित तत्व लेकर आता है. कुछ साधनों में जोखिम अधिक होता है जबकि अन्य में कम. म्यूचुअल फंड के रिटर्न शेयर बाजार के प्रदर्शन से जुड़े होते हैं. म्यूचुअल फंड पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती है. अगर इक्विटी म्यूचुअल फंड में आपका निवेश लंबी अवधि तक बना रहता है, तो जोखिम की संभावना कम हो जाती है. - सिप से निवेश का फायदा क्या है?
सिप के म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करके आप अपने पूरे निवेश को एक बार जोखिम में नहीं डालते. आप सिप की तकनीक का उपयोग कर अधिकतम संभव लाभ कमा सकते हैं. हर महीने निवेश की जाने वाली यह रकम आपके खरीद की लागत को औसत कर देती है, जिससे आपका रिटर्न बढ़ जाता है.
म्यूच्यूअल फंड क्या है कैसे काम करता है पूरी जानकारी
म्यूच्यूअल फंड क्या है कैसे काम करता है अभी तक आपने अखबारों म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा या टीवी के विज्ञापनों में देखा होगा कि जिसमें बताया जाता है कि Mutual Fund सही है लेकिन इसके बाद ये भी बताया जाता कि ये स्कीम बाजार जोखिमों के अधीन है. तो क्या है पूरी प्रक्रिया आपको बताने की कोशिश करेंगे लेकिन पहले बात करेंगे पैसे की तो सभी लोग अपनी जिन्दगी पैसे बचाने की कोशिश करते हैं खासतौर पर आम लोग अपने भविष्य के लिए पैसा जमा करना चाहते है.
लोग समझ नहीं पाते है कि उन्हें कहा इन्वेस्ट करना चाहिए जिससे अच्छा खासा पैसा रिटर्न में आये तो बैंक की बात करे तो यहाँ आप अगर 1 लाख रूपये एक साल के लिए रखते है तो उसके महज 4000 रूपये ब्याज के तौर पर मिलेंगे इसके अलावा आप 1 लाख रूपये कि FD यानी Fixed Deposit करते है तो उसके 7 से 8 हजार रूपये मिलेंगे तो ये भी बहुत कम रूपये हैं. ऐसे में एक म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा नई स्कीम आई है जिसमें आप कम से कम 500 से इन्वेस्ट करके पैसे कमा सकते हैं.
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म्यूच्यूअल फंड क्या है
हालही के कुछ सालो में ही इस स्कीम का नाम सामने आया है और अब बहुत सी कंपनियां इस स्कीम के ऊपर बन गयी हैं. दरअसल Mutual Fund का हिंदी में अर्थ है आपसी पूंजी जिसमें एक से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं. शेयर मार्केट का नाम तो आपने सुना ही होगा दरअसल जिन लोगो के पास ज्यादा पैसा होता है तो वह अपने बड़ी रकम को शेयर मार्किट में लगाकर पैसे कमाते है लेकिन शेयर मार्किट में 500 रूपये तक की छोटी रकम नहीं लगा सकते है ऐसे में कुछ कंपनियां सामने आई है जो एक से ज्यादा लोगो से पैसा जमा करके एक बड़ी रकम बना लेती हैं और उसे शेयर मार्केट में लगा देती हैं. तो एक से ज्यादा लोगो से पैसा इकठ्ठा करके उसे शेयर मार्केट में लगाना ही Mutual Fund कहलाता है.
बता दे शेयर मार्केट में पैसे लगाना भी एक जोखिम भरा काम होता है क्योंकि कब किस कंपनी के स्टॉक की कीमत कम हो जाए ये कोई नहीं बता सकता है इसलिए शेयर मार्किट में पैसे लगाने वाले लोग इस फील्ड में काफी अनुभवी होते है उन्हें अनुभव रहता है कि शेयर मार्किट में उतार चढ़ाव होता है. Mutual Fund के साथ विज्ञापन में एक टेगलाइन भी जुडी रहती है कि Mutual Fund सही है तो इसके पीछे भी कारण है क्योंकि इसमें बैंक से मिलने ब्याज से ज्यादा फायदा रहता है और इस रूपये को कभी भी बापस ले सकते है.
म्यूच्यूअल फंड कैसे काम करता है
अब आप ये भी जानना चाहते होंगे कि Mutual Fund कैसे काम करता है. आपको विज्ञापन से पता ही होगा कि इस स्कीम में कम से कम 500 रूपये भी लगा सकते हैं तो इस फण्ड में कंपनियां बहुत सारे लोगो से उनकी छोटी रकम द्वारा एक बड़ी रकम बना लेती है और इस रकम को कंपनियां अलग अलग और बड़ी कंपनियों के स्टॉक खरीदने में लगा देती है और जो इन कंपनियां के एक्सपर्ट लोग होते है उन्हें पता रहता है कि कब कौन सा शेयर कम या ज्यादा होने वाला है
चुकीं लोगो से जमा की गयी रकम को अलग अलग कंपनी के स्टॉक में लगाया जाता है इसलिए अगर एक कंपनी के शेयर गिर जाते है तो ये लोग दूसरी कंपनी से हुए म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा प्रॉफिट से उस पैसे को रिकवर कर लेते है. जब पैसा रिटर्न होता है तो ये कंपनियां अपना 2% से 3% चार्ज काटकर आपको पैसा दे देती हैं.
इसके अलावा अगर आप सोच रहे हैं कि आज आपने 500 रूपये Mutual Fund में लगा दिए तो आप अगले 2 या 3 दिन में 1000 कमा लेंगे तो ऐसा नहीं होगा. अगर आप Mutual Fund में लम्बे समय के लिए पैसे रखते है तो आपको फायदा होगा क्योंकि आपके द्वारा लगाये गए पैसे से और पैसा बनता जायेगा और पर्याप्त समय के बाद आपको अच्छा ख़ासा पैसा मिलेगा.
तो अब आप जान गए होंगे कि म्यूच्यूअल फंड क्या है और ये कैसे काम करता है अगर आप इसमें पैसा लगाना चाहते है तो पैसे लगाने से पहले आप किसी भी कंपनी के कस्टमर से बात करके जान सकते है कि आपको कौन सी कंपनी कितने दिन बाद कितना रिटर्न दे सकती है. तो इस तरह Mutual Fund की कंपनियों को कमपेयर भी कर सकते हैं.
Mutual Fund SIP : हर महीने 500 रुपए जमा करके लाखों का फंड कैसे बनाएं, पढ़िए निवेश रणनीति
अगर लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प नजर आता है. अच्छी बात यह है कि इतने लंबे समय . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 01, 2022, 08:10 IST
Mutual Fund SIP : पिछले कुछ सालों से म्यूचुअल फंड पसंदीदा निवेश विकल्पों में से एक बनकर उभरा है. Mutual Fund SIP में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. एफडी में घटती ब्याज दर और म्यूचुअल फंड में अच्छा रिटर्न लोगों को इस तरफ आकर्षित कर रहा है. अगर लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प नजर आता है.
निवेश अवधि 20 या 25 साल या उससे अधिक की है, तो बेहिचक म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. अच्छी बात यह है कि इतने लंबे समय में आपकी छोटी-छोटी निवेश राशि एक बड़ा फंड बन जाएगी. यहां हम आपको बताएंगे कि 500 रु का मासिक निवेश 30 साल तक में कितना बन सकता है.
एसआईपी है बेस्ट
म्यूचुअल फंड में एसआईपी निवेश का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है. रिटर्न की बात करें तो लंबी अवधि में अधिकतर फंड्स का सालाना एसआईपी रिटर्न 12 फीसदी या इससे ज्यादा रह सकता है. हम यहां इसी रिटर्न के आधार पर निवेश राशि की गणना करेंगे. एसआईपी का फायदा यह भी है कि आपको बाजार में डायरेक्ट निवेश के जोखिम का सामना नहीं करना होता.
20 साल का फंड
यदि आप 500 रुपये की मंथली एसआईपी शुरू करते हैं तो एसआईपी कैलकुलेटर के अनुसार 12 फीसदी सालाना औसत रिटर्न पर करीब 5 लाख रुपये का फंड बना सकते हैं. इनमें म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा आपका 20 साल में कुल निवेश 1.20 लाख रु होगा. जबकि अनुमानित रिटर्न का राशि 3.79 लाख रुपये होगी. यदि आपको ज्यादा रिटर्न मिला तो ये राशि बड़ी हो सकती है.
25 साल का फंड
एसआईपी कैलकुलेटर के मुताबिक 500 रुपये की एसआईपी यदि 25 साल तक जारी रखी जाए तो आप करीब 9.5 लाख रुपये का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका 25 साल में कुल निवेश 1.50 लाख रुपये होगा, जबकि अनुमानित रिटर्न की राशि करीब 8.5 लाख रु रुपये होगी.
30 साल का फंड
एसाईपी कैलकुलेटर के मुताबिक 500 रुपये की एसआईपी 30 साल तक जारी रखने पर 17.65 लाख रुपये का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका 30 साल में कुल निवेश 1.80 लाख रुपये होगी, जबकि अनुमानित रिटर्न राशि 15.85 रुपये होगी.
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म्यूचुअल फंड में निवेश करने के नुकसान क्या हैं?
निवेश करने से पहले आपको जुड़े जोखिम की सही जानकारी होनी चाहिए.
निवेश करने से पहले आपको जुड़े जोखिम की सही जानकारी होनी चाहिए. गुरुग्राम के सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर सीएफपी विक्रम मल्होत्रा ने कहा, "म्यूचुअल फंड बाज़ार से जुड़े निवेश हैं और इस तरह वे कभी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो सकते हैं. एमएफ निवेश में जोखिम कम करने के लिए इन पर कई तरह के नियम लागू होते हैं. म्यूचुअल फंड में से पैसे कई क्षेत्रों में निवेश किये जाते हैं. इस तरह स्टॉक या बॉन्ड में सीधे निवेश के मुकाबले इनमें कम जोखिम होता है."
म्यूचुअल फंड में पैसे लगाने की वजह से आपके निवेश में डायवर्सिफिकेशन आता है, इस डायवर्सिफिकेशन की वजह से एक तरफ जहां जोखिम कम होता है, वहीं दूसरी और आपका मुनाफा भी घट जाता है. जिन लोगों को कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना है उसके लिए कई म्यूचुअल फंड में निवेश करना सही विकल्प साबित हो सकता है.
कुछ म्यूचुअल फंड को मैनेज करने की लागत बहुत अधिक होती है. म्यूचुअल फंड आपके पोर्टफोलियो में शामिल फंड को मैनेज करने के लिए शुल्क लेती हैं. इसी से फंड मैनेजर की सैलरी और दूसरे खर्च वहन किए जाते हैं. जब आप किसी म्यूच्यूअल फंड से तय समय सीमा से पहले बाहर निकलते हैं तो आपको एग्जिट लोड के रूप में कुछ लागत देनी पड़ती है.
- म्यूचुअल फंड के नुकसान क्या हैं?
म्युचुअल फंड में निवेश पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती. आपके एमएफ पोर्टफोलियो का हिस्सा बनने वाला प्रत्येक शेयर जोखिम का एक निश्चित तत्व लेकर आता है. कुछ साधनों में जोखिम अधिक होता है जबकि अन्य में कम. म्यूचुअल फंड के रिटर्न शेयर बाजार के प्रदर्शन से जुड़े होते हैं. म्यूचुअल फंड पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती है. अगर इक्विटी म्यूचुअल फंड में आपका निवेश लंबी अवधि तक बना रहता है, तो जोखिम की संभावना कम हो जाती है. - सिप से निवेश का फायदा क्या है?
सिप के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करके आप अपने पूरे निवेश को एक बार जोखिम में नहीं डालते. आप सिप की तकनीक का उपयोग कर अधिकतम संभव लाभ कमा सकते हैं. हर महीने निवेश की जाने वाली यह रकम आपके खरीद की लागत को औसत कर देती है, जिससे आपका रिटर्न बढ़ जाता है.
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म्यूच्यूअल फंड म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा में कौन सा तरीका सही – एकमुश्त निवेश या एस आए पी (सिप)?
क्या आप म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए तैयार हैं? अगर आपका जवाब हाँ हैं तो क्या आपने क्निश्चित कर लिया हैं की आप किस तरह अपना पैसा म्यूच्यूअल फंड में निवेश करेंगे – एकमुश्त (लम्प सम ) या फिर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) में करेंगे?
अगर आप इसी सवाल में उलझ रहे हैं यह समझ ले की यह दोनों सिर्फ रिटर्न की दृष्टि से अलग नहीं हैं बल्कि पैसे इन्वेस्ट या निवेश करने के तरीके से भी काफी अलग हैं |
लेकिन एक बात समझ ली जिये अगर आप एकमुश्त (लम्प सम) इन्वेस्टमेंट करना चाह रहे हैं तो आप के पास एक बार में इन्वेस्ट’करने के लिए बहुत पैसा होना ज़रूरी हैं | और आप सिप का रूट तब ले सकते हैं जब आप जानते हैं की आप हर महीने एक निश्चित रकम इन्वेस्ट कर सकते हैं | चलिए इन दोनों इन्वेस्टमेंट प्लान को और नज़दीक के समझ लेते हैं |
सिप (SIP) क्या हैं
सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP में आपके चुने गए समय अंतराल पर आपके अकाउंट से एक निश्चित राशि निकल कर आपके चुने हुए मुटुआल फंड में इन्वेस्ट किया जाता हैं म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा |
बस इतना समझ ले की यहाँ आपका इन्वेस्टमेंट अमाउंट को कई किश्तों में बाट दिया जाता हैं| इससे आप की सिर्फ नकदी संकट से बच सकते हैं बल्कि आप अचानक मार्किट क्रैश होने के कारण जो रिस्क होता हैं, आप उससे भी बच जाते हैं | अब आप पूछेंगे कैसे? तो जवाब सरल हैं – क्योंकि SIP में आप अपना सारा पैसा एक बार में निवेश नहीं करते हैं।
सिप निवेशक को रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का फ़ायदा देता हैं, इसलिए बुरी मार्किट कंडीशन में भी यह आप को प्रॉफिट या लाभ देता हैं| सीधे लफ़्ज़ों में SIP आप के इन्वेस्टमेंट प्लान का रिस्क कम करता हैं| और क्या, आप अपने SIP की किश्तको भविष्य में बढ़ा भी सकते हैं|
स्कीम चुनते वक़्त आप अपनी जोखम उठानी क्षमता, रिटर्न की उम्मीद औवित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रखे| इस लिए आवश्यक रकम पर विचार करें और फिर इन्वेस्ट करे।
एकमुश्त निवेश क्या हैं
अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेन्ट प्लान कर रहें हैं और आप के पास फंड भी हो तो आप
एकमुश्त निवेश यानी लम्प सम इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं | क्यों की एकमुश्त निवेश आप को शानदार रिटर्न दे सकता है, बशर्ते आपने पैसा लॉन्ग टर्म क लिए इन्वेस्ट किया हो और मार्केट म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा को ठीक से समझ लिया हो। एक बात गाठ बांधले जब मार्केट डाउन हो, उस समय इन्वेस्टमेंट करने से अच्छा रिटर्न मिलने की अपेक्षा होती है।
यदि आप मिड-टर्म रेतुर्न चाहते हैं तो डेट फंड में लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना सही रहेगा। अगर आप ज्यादा रिस्क उठाने की चाहत रखते हैं तो इक्विटी म्यूच्यूअल फंड में लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना आप के लिए सही होगा |
मार्केट डाउन होने पर और बहुत जल्द रिकवरी की उम्मीद रखने वालो को हमेशा लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना चाहिए | लेकिन यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं या सीनियर सिटीजन हैं तो एकमुश्त रकम के म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा साथ एक इक्विटी फंड में कोई बड़ा रिस्क लेने से बचना चाहिए |
SIP में निवेश करने की फायदे एकमुश्त निवेश कीतुलना में
- SIP नए निवेशकों के लिए बेहतर होता हैं
- SIP निवेशकों में अनुशासन लता हैं क्यों की आप हर महीने एक नियंत्रित रकम निवेश करते हैं
- आप को बाजार ट्रैक नहीं करना पढता हैं अगर आप SIP में निवेश करते हैं| यहाँ आप कम पैसा नियंत्रित रूप से निवेश करते हैं, इससे आपकी रिस्क फैक्टर कम हो जाती हैं| एकमुश्त इन्वेस्टमेंट में रिस्क ज्यादा होता हैं और रेतुर्न भी|
- SIP द्वारा आप नियमित निवेश करते हैं| इसलिए जब बाजार कमज़ोर होता हैं तब आप ज़्यादा म्यूच्यूअल फंड यूनिट् खरीद सकते हैं और जब मजबूत होती है बाजार तब कम|एकमुश्त इन्वेस्टमेंट आप को यह फ़ायदा नहीं मिलता हैं |
- SIP में इन्वेस्ट करने वालो को मार्किट की अस्थिरता से कम तनाव होती हैं
अब आपको SIP और लम्प सम इन्वेस्टमेंट में क्या अंतर हैं और क्या फायदे हैं जान चुके हैं| लेकिन इन दोनों में सेएकसहीऑप्शन चुनने के लिए आप एक्सपर्ट सलाह ले सकते हैं| इन्वेस्टमेंट करते वक़्त म्यूच्यूअल फंड से होने वाली मुनाफ़े पे लगने वाली टैक्स का भी ध्यान रखना चाहिए| इन्वेस्टकरतेवक़्तअपने फाइनैंशल टार्गेट और रिस्क उठाने की चाहत के हिसाब से पैसा निवेश करें| कोई भी निवेश से पहले अपने इन्वेस्टमेंट अडवाइजर से कंसल्ट करे, इसी में बुद्धिमानी है।
डिस्क्लेमर : म्यूच्यूअल फंड निवेस बाज़ार के जोखमों के अधीन है | निवेश करने से पहले पड़ताल करले और अपने फाइनेंसियल अद्विसेर से सलाह लेकर निवेश करें |