क्या आप एक करोड़पति दिवस व्यापार बन सकते हैं

35 लाख कंज्यूमर्स को बैंकिंग सेवाएं दे रही कुणाल झुनझुनवाला की एयरपे, राकेश झुनझुनवाला से क्या है कुणाल का रिश्ता?
8 साल से कम समय में एयरपे ने 2,50,000 माइक्रो-आंत्रप्रेन्योर्स बनाएं है, जिन्हें एयरपे व्यापारी कहा जाता है। एयरपे किराना स्टोर को पेमेंट का कंपलिट सॉल्यूशन क्या आप एक करोड़पति दिवस व्यापार बन सकते हैं प्रोवाइड कराती है। एयरपे के कंज्यूमर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हर महीने 10,000 से ज्यादा व्यापारी इससे जुड़ रहे हैं
कुणाल झुनझुनवाला ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर एयरपे की शुरुआत की थी। करीब एक दशक में एयरपे के इंप्लॉयीज की संख्या 3 से बढ़कर 360 हो गई है।
क्या आप कुणाल झुनझुनवाला को जानते हैं? ज्यादातर लोगों ने उनका नाम नहीं सुना है। कुणाल ने 2012 में एयरपे को शुरू किया था। आज यह कंपनी 37 राज्यों के 533 जिलों के 5,700 गांवों में 35 लाख कंज्यूमर्स को बैंकिंग और फाइनेंशियल सेवाएं दे रही है। शुरू होने के 8 साल से कम समय में एयरपे ने 2,50,000 माइक्रो-आंत्रप्रेन्योर्स बनाएं है, जिन्हें एयरपे व्यापारी कहा जाता है। आइए जानते हैं कौन हैं कुणाल झुनझुनवाला और उनका राकेश झुनझुनवाला से क्या रिश्ता है?
कुणाल ने अमेरिका से पढ़ाई की है
कुणाल दिग्गज स्टॉक इनवेस्टर राकेश झुनझुनवाला के भतीजे हैं। उन्होंने अमेरिका से पढ़ाई की हैं। पेशे से वह इंजीनियर हैं, लेकिन अब उद्यमी बन चुके हैं। उनकी कंपनी तेजी से बढ़ रही है। कई लोग राकेश झुनझुनवाला से उनके रिश्ते को इसकी वजह मानते हैं। लेकिन, कुणाल ऐसा नहीं मानते। वह अब तक करीब 24 करोड़ रुपये की पूंजी जुटा चुके हैं। इसमें उनके पिता राजेश झुनझुनवाला और उनके चाचा राकेश झुनझुनवाला का सहयोग मिला है। लेकिन, एयरपे में फैमिली इनवेस्टमेंट से पहले कुणाल कलारी कैपिटल से सीड कैपिटल जुटा चुके थे।
Public Provident Fund : करोड़पति बना सकता है एक छोटा सा निवेश, जानिए इस सरकारी स्कीम के फायदे
PPF Best Investment Scheme : अगर आप निवेश ( Investment ) की योजना बना रहे हैं और नौकरी करते हैं तो आपके लिए एक अच्छा विकल्प है, आप सरकारी योजना में निवेश शुरू कर सकते हैं, जहां आपका पैसा सुरक्षित रहेगा, लेकिन रिटर्न भी अच्छा मिलेगा, आप पीपीएफ ( PPF ) में निवेश करके भविष्य में अपना कोष तैयार कर सकते हैं, यहां पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) में आप कम राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं, आइए जानते हैं कि कैसे आप कम निवेश में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं,
पोस्ट ऑफिस की पीपीएफ योजना ( Post Office PPF Scheme ) में निवेश न्यूनतम 500 रुपये से शुरू हो सकता है, इस पीपीएफ खाते में आप 1.5 लाख रुपये और मासिक 12500 रुपये के निवेश के साथ वार्षिक अधिकतम राशि शुरू कर सकते हैं, सार्वजनिक भविष्य निधि की परिपक्वता 15 साल है और आप इसे 5-5 साल तक बढ़ा सकते हैं, भारतीय डाकघर पीपीएफ खाता ( PPF Account ) खुलवाने की सुविधा प्रदान करते है,
कितना ब्याज मिलता है?
केंद्र सरकार की इस योजना ( Public Provident Fund Scheme ) में निवेशकों को 7.1% की दर से ब्याज मिलता है, इस योजना में मार्च के बाद ब्याज का भुगतान किया जाता है, डाकघर की इस योजना में आप अपने नाम से या नाबालिग के अभिभावक के रूप में पीपीएफ खाता खोल सकते हैं, इस योजना के तहत अगर कोई निवेशक खाता खोलता है तो वह पांच साल के लिए अपना पैसा जमा कर अपने पैसे का भुगतान करवा सकता है,
साथ ही अगर वे पांच साल बाद निवेश ( Investment ) नहीं करना चाहते हैं, तो इस योजना के तहत पासबुक और अन्य दस्तावेज जमा कर खुले खाते का लाभ उठा सकते हैं, वहीं अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो इसे 25 साल के लिए निवेश कर सकते हैं, निवेशक पोस्ट ऑफिस पीपीएफ योजना ( Post Office PPF Scheme ) के बारे में अधिक जानकारी इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट indiapost.gov.in पर देख सकते हैं,
योजना में निवेश करके कैसे बनेंगे करोड़पति (PPF Best Investment Scheme)
अगर आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड योजना ( Public Provident Fund Yojana ) में निवेश करना चाहते हैं और करोड़पति बनना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 25 साल के लिए निवेश करना होगा, 1.5 लाख रुपये सालाना की दर से 37,50,000 रुपये जमा किए जाएंगे, इसमें सालाना 7.1 फीसदी की दर ( PPF Interest Rate ) से 65,58,012 रुपये का ब्याज और मैच्योरिटी राशि 1,03,08,012 रुपये होगी,
टैक्स में छूट का भी फायदा
अगर आप पीपीएफ खाते ( PPF Account ) में निवेश करना चाहते हैं! तो आपको यहां टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है, आप आयकर की धारा 80सी के तहत कर क्या आप एक करोड़पति दिवस व्यापार बन सकते हैं छूट का लाभ उठा सकते हैं, यहां निवेश करना सुरक्षित है, साथ ही यहां निवेश पर आपको अच्छा रिटर्न भी मिल सकता है, सार्वजनिक भविष्य निधि खाता खुलवाने के लिए आपको नजदीक के किसी पोस्ट ऑफिस ( Post Office ) में जाना होगा,
PPF खाते के बिना निकालें पूरी राशि
15 साल की अवधि पूरी होने के बाद कोई भी व्यक्ति अपना पीपीएफ खाता बंद कर सकता है, ध्यान देने वाली बात यह है कि परिपक्वता की तारीख पीपीएफ खाता खोलने की तारीख से नहीं होती है, पब्लिक प्रोविडेंट फंड खाते ( Public Provident Fund Account ) की परिपक्वता तिथि वित्तीय वर्ष के अंत क्या आप एक करोड़पति दिवस व्यापार बन सकते हैं में आती है जब सदस्यता राशि पहली बार जमा की गई थी, बता दें कि पीपीएफ खाता बंद करने के लिए धारक को खाता बंद करने का फॉर्म जमा करना होता है,
पीपीएफ खाता कब बंद किया जा सकता है?
पीपीएफ खाताधारक ( PPF Account Holder ) खुद को, पति या पत्नी और बच्चों को घातक बीमारियों से बचाने जैसी स्थिति में मैच्योरिटी से पहले पैसा निकाल सकता है, वहीं पीपीएफ खाते से मैच्योरिटी से पहले खुद की पढ़ाई या बच्चों की उच्च शिक्षा के लिहाज से पैसा निकाला जा सकता है, खाताधारक के एनआरआई बनने की स्थिति में पीपीएफ खाते को मैच्योरिटी से पहले बंद किया जा सकता है, पोस्ट ऑफिस पीपीएफ खाता खुलने ( Open Post Office PPF Account ) की तारीख से 5 साल क्या आप एक करोड़पति दिवस व्यापार बन सकते हैं पूरे होने के बाद बंद किया जा सकता है, हालांकि, इस अवधि के दौरान, खाता खोलने की तारीख से 1% ब्याज काट लिया जाएगा,
किसान दिवस (Farmers Day) स्पेशल: बाराबंकी में न्यू इंडिया का किसान उन्नत खेती से बना करोड़पति, खुद लिखी अपनी सफलता की कहानी
किसान दिवस (Farmers Day) स्पेशल: लखनऊ विश्वविद्यालय और फैजाबाद से पढ़ाई करने वाले अमरेंद्र प्रताप सिंह बाराबंकी में सूरतगंज ब्लॉक के दौलतपुर गांव में केले, तरबूज, मशरूम, खरबूजा, हल्दी और खीरा समेत करीब एक दर्जन फसलों की खेती करते हैं।
किसान दिवस स्पेशल: बाराबंकी में न्यू इंडिया का किसान उन्नत खेती से बना करोड़पति, खुद लिखी अपनी सफलता की कहानी
बाराबंकी. किसान दिवस (Farmers Day) स्पेशल : नए कृषि बिल पर मचे घमासान के बीच आज किसानों के मसीहा के तौर पर मशहूर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती है। इस मौके पर आज हम उन किसानों की बात करेंगे जिन्होंने परंपरागत खेती को छोड़कर खेती की नई तकनीक विकसित की औऱ अपनी सफलता की इबारत खुद लिखी। उन्हीं किसानों में से एक हैं बाराबंकी के प्रगतिशील किसान अमरेन्द्र प्रताप सिंह। आज किसानों की आय दोगुनी होने की बात हो रही है और सरकार इस दिशा में योजनायें भी बना रही है, लेकिन इन सब बातों से दूर बाराबंकी का एक किसान अपनी सफलता की कहानी खुद लिख रहा है। यह सिर्फ खेती से खुद को करोड़पति ही नहीं बना रहा बल्कि आसपास के अन्य लोगों को भी अपनी तकनीक से परिचित करा कर उन्हें स्वावलम्बी और धनाड्य बनाने का भागीरथी प्रयास भी कर रहा है। यह युवा किसान न किसी सरकार के सहारे है और न उनसे किसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा करता है, क्योंकि इसे अपनी तकनीक और मेहनत पर पूरा भरोसा है। उसी के दम पर आज यह खेती में नए-नए कीर्तिमान स्थामित कर रहा है।
उत्तम खेती मध्यम बान, नीच चाकरी कुक्कर निदान अर्थात उत्तम खेती (कृषि कार्य) हमारे समाज में सर्वोत्तम कार्य है, मध्यम बान (व्यापार) को मध्यम स्तर का काम कहा गया है। महाकवि घाघ की यह कहावत आज बाराबंकी के दौलतपुर का एक किसान सच साबित कर रहा है। दौलतपुर यानी कभी अमिताभ बच्चन की जमीन को लेकर सुर्खियों में रहने वाला गांव फिर चर्चा में है। चर्चा की वजह फिर खेत हैं, लेकिन इस बार बात किसानों की हो रही है। दौलतपुर गांव का एक किसान अपने खेतों में मुनाफे की फसल की वजह से इस गांव को फिर चर्चा में ले आया है, इस नौजवान की खेती को देखने कई जिलों से लोग आते हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय और फैजाबाद से पढ़ाई करने वाले अमरेंद्र प्रताप सिंह बाराबंकी में सूरतगंज ब्लॉक के दौलतपुर गांव में केले, तरबूज, मशरूम, खरबूजा, हल्दी और खीरा समेत करीब एक दर्जन फसलों की खेती करते हैं। इस इलाके के बाकी किसानों की तरह उनके घर में पारंपरिक तरीकों से खेती होती थी, लेकिन जिस अनुपात में खेती थी, उसके मुकाबले आमदनी काफी कम थी। लेकिन 3-4 साल पहले जबसे उन्होंने खेती की कमान संभाली, उसके मायने और मुनाफे के नंबर बदल गए हैं। पहले जहां पूरे साल में 15-20 लाख रुपए मिलते थे, अब एक फसल ही इतने रुपए देकर जाती है। अमरेन्द्र आज अपनी पारिवारिक तौर पर की जाने वाली पारम्परिक खेती से इतर नयी खेती, नयी तकनीक के साथ करके किसानों के लिए आदर्श बनने की ओर अग्रसर हैं।
अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि वह राजधानी लखनऊ में रहते थे और जब उन्होंने खेती में पैर जमाने का मन बनाया तो परिवार और सभी हितैषियों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि वहीं क्या आप एक करोड़पति दिवस व्यापार बन सकते हैं रहकर कोई व्यापार करो, गांव आने का इरादा अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने के समान है, लेकिन उन्हें अपना भविष्य गांव में ही दिखाई दे रहा था और उसने गांव वापसी की ठान ली। गांव आकर उसने पहले गांव की फिर बाहर की खेती को जाना समझा और लोगों से राय ली। तरह-तरह की मिली राय से अलग उसने अपनी खुद की राय बनाई और फल, सब्जी और औषधीय खेती करने की ठान ली, जिसके परिणाम काफी बेहतर निकले।
भारतीयों को बड़ा तोहफा दे सकते हैं पुतिन, रूस ने किया ये ऐलान
रूस ने भारतीय पर्यटकों और कारोबारियों के लिए वीजा फ्री स्कीम शुरू करने की घोषणा की है. रूस ने कहा है कि वो इस योजना पर काम कर रहा है जिसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. फिलहाल, भारतीयों के लिए ई-वीजा की स्कीम भी शुरू करने वाला है ताकि ज्यादा से ज्यादा भारतीय बिना किसी परेशानी के रूस की यात्रा कर सकें.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 15 सितंबर 2022,
- (अपडेटेड 15 सितंबर 2022, 1:19 PM IST)
रूस भारतीय सैलानियों के लिए वीजा फ्री एंट्री की व्यवस्था शुरू करने पर विचार कर रहा है. मॉस्को सिटी टूरिज्म कमेटी की डिप्टी चेयरमैन अलीना अरुतुनोवा ने मुंबई में एक कार्यक्रम में बताया कि रूस भारतीय कारोबारियों और सैलानियों के लिए वीजा फ्री स्कीम शुरू करने की योजना पर काम कर क्या आप एक करोड़पति दिवस व्यापार बन सकते हैं रहा है जिस पर जल्द ही फैसला किया जाएगा. उन्होंने ये भी बताया कि फिलहाल रूस भारतीयों के लिए जल्द ही ई-वीजा की शुरुआत करने वाला है.
अलीना अरुतुनोवा ने क्या कहा
अरुतुनोवा ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति वीज़ा फ्री स्कीम की पहल का समर्थन करते हैं. ईरान के लिए वीजा फ्री स्कीम को पहले ही हरी झंडी मिल चुकी है और उम्मीद है कि जल्द ही भारत के लिए भी ये स्कीम शुरू हो सकती है. तुर्की, जर्मनी और भारत से हर साल बड़े पैमाने पर सैलानी रूस आते हैं.
उन्होंने कहा, ''2020 में भारत सहित 52 देशों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीजा शुरू करने का एक प्रस्ताव पारित किया गया था. लेकिन कोरोना की वजह से ये अभी तक लागू नहीं हो सका है लेकिन हमें उम्मीद है कि ये जल्द ही शुरू हो जाएगा और ई-वीजा से विदेशी पर्यटकों के आगमन की प्रक्रिया आसान होगी.''
पर्यटन के क्षेत्र पर पड़े रूस-यूक्रेन युद्ध के प्रभाव के बारे में उन्होंने कहा, ''दुनिया भर में अनिश्चितता के माहौल में पर्यटन लोगों और संस्कृतियों के बीच एक पुल का काम करता है. इस साल के शुरुआती छह महीनों के दौरान रूस में 13,300 भारतीय सैलानी आए थे. उम्मीद है कि 2023 के अंत तक ये आंकड़ा महामारी के पहले वाले दौर की तरह हो जाएगा.''
2016 से 2019 के बीच भारत से रूस के लिए सैलानियों की आवाजाही 61,000 से बढ़कर एक लाख तक पहुंच गई थी. दिलचस्प बात ये है कि 2021 में रूस आने वाले भारतीय यात्रियों में 48 फीसदी लोगों ने साल में दो बार वहां की यात्रा की.
एक ट्रैवल एजेंट ने बताया कि 2021 में रूस उन कुछ देशों में एक था जिन्होंने वहां आने वाले लोगों के लिए क्वारंटीन नियम लागू नहीं किया था.
ये हैं रूस के सबसे बेस्ट टूरिस्ट प्लेस
लेक बैकाल, साइबेरिया
यूनेस्को वर्ल्ड हैरिटेज साइट में दर्ज रूस की बैकाल झील दुनिया की सबसे गहरी झील है। ये बेहद खूबसूरत और सबसे बड़ी ताजे पानी की झील है. बैकाल झील साइबेरिया के जंगलों के पास मौजूद है और सर्दियों के मौसम में इसकी छटा अलग ही होती है. इसके आसपास कई रिसॉर्ट हैं जो इसे एक अद्भुत टूरिस्ट प्लेस बनाते हैं. अगर आप कम तापमान सहन कर सकते हैं तो यहां ठंड के मौसम में जाइए। इस वक्त में आपको यहां एक से बढ़ एक नजारे देखने को मिलेंगे.
सैंट्स पीर्टरबर्ग, रूस
रूस का सैंट पीटर्सबर्ग शहर यहां के टूरिस्ट प्लेसेस में सबसे लोकप्रिय है. इसे रूस का सांस्कृतिक केंद्र कहा जाता है क्योंकि यहां सांस्कृतिक विरासतों की भरमार है. यहां का रेड स्क्वायर संस्कृति और कला का बजोड़ नमूना है. बड़े पार्क, शानदार चर्च, संग्रहालय, स्मारक और महल इस शहर को और भी खूबसूरत बनाते हैं जिसकी वजह से यहां सैलानी खिंचे चले जाते हैं. ये शहर शानदार होटलों, रेस्तरां, पब और डांस बार के लिए भी प्रसिद्ध है.
वोल्गा नदी, रूस
रूस अपनी छोटी-बड़ी एक से बढ़कर एक सुंदर नदियों और झीलों के लिए जाना जाता है. यहां मौजूद 3700 किलोमीटर लंबी वोल्गा नदी दुनिया की सबसे बड़ी नदी है. वोल्गा नदी ने प्राचीन काल में रूस के लिए पूरी दुनिया के साथ व्यापार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ये मध्य रूस और दक्षिण से बहती हुई कैस्पियन सागर में मिलती है. ये आसपास के शहरों में पानी की आपूर्ति भी करती है.
इन देशों में भारतीयों को वीजा फ्री एंट्री
भारतीय नेपाल, मकाऊ, फिजी, मार्शल आइलैंड, जॉर्डन, ओमान, कतर, अल्बानिया, सर्बिया, बारबाडोस, समोआ, पलाऊ आइलैंड, माइक्रोनेशिया, भूटान, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, डोमिनिका, ग्रेनेडा, हैती, जमैका, मोंटेसेराट, सेंट किट्स एंड नेविस, सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स, त्रिनिदाद और टोबैगो, कंबोडिया, इंडोनेशिया, सैंट लुसिया, लाओस, मकाओ, थाईलैंड, तिमोर-लेस्ते, बोलीविया, गैबॉन, गिनी-बिसाऊ, कुक आइलैंड, माइक्रोनीशिया, नियू, पलाउ आइलैंड, समाओ, तुवालू, वनुआटू, ईरान, टोगो, ट्यूनीशिया, युगांडा, इथोपिया, ज़िम्बाब्वे, केप वर्डे आइलैंड, कोमोरो आइलैंड, एल साल्वाडोर, बोत्सवाना, बुरुंडी, मेडागास्कर, मॉरिटानिया, मोजाम्बिक, रवांडा, सेनेगल, सेशल्स, सिएरा लियोन, सोमालिया, तंजानिया जैसे लगभग 60 देशों में बिना वीजा एंट्री कर सकते हैं.
ये देश देते हैं वीजा ऑन अराइवल की सुविधा
भारतीयों को बहुत सारे देश वीजा ऑन अराइवल की सुविधा भी देते हैं जिसका मतलब है कि आप जिस देश क्या आप एक करोड़पति दिवस व्यापार बन सकते हैं की यात्रा कर रहें हैं वो आपको एयरपोर्ट पर तुरंत वीजा जारी करेगा. हमारा पड़ोसी देश श्रीलंका भारतीय पर्यटकों को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा देता है. साथ ही मॉरीशस, मालद्वीव, हांगकांग, मलेशिया, थाईलैंड और इंडोनेशिया भी भारत से आने वाले लोगों को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा देते हैं.