विदेशी मुद्रा पर पैसे कैसे बनाने के लिए?

स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है

स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है
SWING TRADING KYA HAI

स्विंग ट्रेडिंग क्या है | What is swing trading

स्विंग ट्रेडिंग क्या है- शेयर मार्केट के अंदर ट्रेडिंग करने की कई सारी स्टाइल है लेकिन इनमें से सबसे लोकप्रिय स्विंग ट्रेडिंग को कहा जाता है स्विंग ट्रेडिंग क्या है यह ट्रेडिंग करने के लिए ऐसी रणनीति है जिसमें किसी शेयर को खरीदने के 1 दिन बाद या फिर कुछ दिनों के भीतर भी बेच दिया जाता है इसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं ।

यदि आप शेयर मार्केट में मैं नए है और ट्रेडिंग करने का मन बना रहे हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग की बजाए स्विंग ट्रेडिंग का रास्ता अपना सकते हैं इस लेख में आपको स्विंग ट्रेडिंग क्या है, स्विंग ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें, इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है और स्विंग ट्रेडिंग के क्या फायदे और नुकसान है आदि ऐसे कई सारे सवालों के ऊपर बात करने वाले हैं तो कृपया करके आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े ताकि आपकी स्विंग ट्रेडिंग के प्रति भावना क्लियर हो जाए

स्विंग ट्रेडिंग क्या है – what is swing trading

जब आप किसी कंपनी के शेयर को 24 घंटे या फिर इससे ज्यादा के लिए होल्ड करके रखते हैं उसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं शेयर मार्केट में काम करने वाले कई सारे लोग इंट्राडे ट्रेडिंग और लोंग टर्म इन्वेस्टमेंट से ज्यादा स्विंग ट्रेडिंग को पसंद करते हैं क्योंकि यहां पर व्यक्ति को मैं तो कम फोड़ने ही ज्यादा समय का इंतजार करना पड़ता है स्विंग ट्रेडिंग के अंदर व्यक्ति को 24 घंटे या कुछ दिनों के भीतर ही 10% से 15% या इससे ज्यादा का रिटर्न देखने को मिल जाता है

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें – how to do swing trading

शेयर मार्केट मैं किसी भी तरह की ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना अति आवश्यक है क्योंकि यहीं पर आपके द्वारा खरीदे गए शेयर को रखा जाता है इसके बाद आप नीचे दिए गए तरीकों को अपनाकर स्विंग ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते हैं

(1) टेक्निकल एनालिसिस – technical analysis

आपको यह पता लगाना होगा कि कौन सा शेयर किस जगह से सपोर्ट और रजिस्टेंस ले रहा है इसके अलावा कौन सा शेयर ट्रेंड लाइन को तोड़ रहा है या फिर उसको टच कर रहा है आदि ऐसे सभी टेक्निकल एनालिसिस के फैक्टर आपको अपना कर देखने हैं

(2) फंडामेंटल एनालिसिस

यदि आप चाहो तो जिस शेयर का आप टेक्निकल एनालिसिस कर रहे हो उसका फंडामेंटल एनालिसिस भी कर लेना चाहिए क्योंकि इससे पता चल जाता है कि कंपनी का अगला रिजल्ट कैसा होगा कंपनी कितना grow कर रही है इसके अलावा वह कंपनी की नई रणनीतियों के ऊपर कार्य कर रही है आदि देसी कई सारी बातें आपको फंडामेंटल एनालिसिस के अंदर देखने की आवश्यकता होती है

इनके साथ ही आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए सपोर्ट और रेजिस्टेंस के साथ चैनल, फिबोनाची रिट्रेसमेंट, मूविंग एवरेज और बॉलिंगर बैड जैसे कई सारे टेक्निकल एनालिसिस के तरीके अपनाकर एक अच्छे शेयर का चुनाव कर सकते हैं

इन सभी तरीकों के साथ आप न्यूज़ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जानिए कैसे जब मार्केट के अंदर कोई किसी कंपनी से संबंधित न्यूज़ आती है तो आपको यह देखना है कि इस न्यूज़ का असर उस शेयर के ऊपर क्या होने वाला है क्या वह शेयर नीचे जाएगा या ऊपर आदि ऐसे कारणों के ऊपर आप एनालिसिस करके उस शेयर के अंदर अपना स्विंग ट्रेड बना सकते हैं

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने – How to स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है choose stocks for swing trading

SWING Trading करते समय आपको उन शेयर का चुनाव करना चाहिए जो फंडामेंटली अच्छे हो और जिनके अंदर ज्यादा लिक्विडिटी हो ताकि अगर वह शेर आपकी एनालिसिस के अगेंस्ट भी चला जाए तो भी आपको ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा इसके अलावा आप स्विंग ट्रेडिंग करते समय स्विंग ट्रेडिंग के लिए नीचे दिए गए नियमों का इस्तेमाल करके स्टॉक का चुनाव कर सकते हैं

  • स्विंग ट्रेडिंग के लिए आप उन शेयर का चुनाव करें जिनके अंदर ज्यादा लिक्विडिटी होती है
  • हमने आपको जो ऊपर टेक्निकल और फंडामेंटल से संबंधित नियम बताइए आप इनका इस्तेमाल करके मार्केट से एक अच्छे शेयर का चुनाव करने की कोशिश करें
  • स्विंग ट्रेडिंग करते समय आपको भारतीय बाजार के साथ विदेशी बाजार के ऊपर भी नजर रखनी चाहिए जिससे आपको पता चलता रहे कि विश्व में किस वस्तु की डिमांड बढ़ रही है और किसकी घट रही है यह आपको न्यूज़ पढ़ने से भी पता चलेगा
  • किसी भी कंपनी का तिमाही रिजल्ट अच्छा आएगा या बुरा इसका एनालिसिस करके आप उस कंपनी के अंदर अपनी पोजीशन बना सकते हैं
  • स्विंग ट्रेडिंग के अंदर आपका सबसे ज्यादा साथ टेक्निकल एनालिसिस देता है इसलिए आप जिन स्टॉक का चुनाव करते हैं उनका अच्छे से टेक्निकल एनालिसिस करना चाहिए

स्विंग ट्रेडिंग के लाभ – Benefits of swing trading

(1) स्विंग ट्रेडिंग के अंदर आपको यह फायदा मिलता है कि यदि किसी स्टॉक के अंदर आपको प्रोफिट नहीं मिल रहा है तो आप उसको 24 घंटे या इससे ज्यादा समय के लिए रोक कर रख सकते हैं

(2) स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको ज्यादा स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है समय का इंतजार नहीं करना पड़ता है क्योंकि यहां पर आप 24 घंटे या कुछ सप्ताह के लिए स्विंग ट्रेडिंग को करते हो और इसी समय के बीच में अपने प्रोफिट को निकाल लेते हैं

(3) स्विंग ट्रेडिंग के अंदर आप 6 से 7 महीनों के भीतर मिलने वाले प्रॉफिट को सिर्फ कुछ दिनों के भीतर ही निकाल सकते हैं

(4) स्विंग ट्रेडिंग के जरिए आप हर महीने अपने पैसों के ऊपर 15% से 20% तक का रिटर्न कमा सकते

(5) इंट्राडे ट्रेडिंग करने की वजह आप स्विंग ट्रेडिंग करते हैं तो आपको नुकसान कम होने के चांस रहते हैं और प्रॉफिट ज्यादा होने के चांस होते हैं

स्विंग ट्रेडिंग के नियम – swing trading rules

(1) स्विंग ट्रेडिंग करते समय आप पहले से ही अपना एंट्री, एग्जिट और स्टॉप लॉस को प्लान करके रखें

(2) स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का क चुनाव करते समय स्टॉक को प्रत्येक दिशा से देखने की कोशिश करें

(3) आपको हमेशा स्विंग ट्रेडिंग 10% से 15% तक के रिटर्न के लिए ही करनी चाहिए

(4) यदि आपको किसी स्विंग ट्रेड के अंदर 24 घंटे या एक-दो दिन के भीतर ही 5% से 10% का रिटर्न मिल जाता है तो आपको बिना भावनाओं में बह अपना प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए

(5) स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको भारतीय बाजार के साथ विश्व के सभी बाजार के ऊपर नजर रखनी चाहिए और इन से संबंधित न्यूज़ को पढ़ते रहना चाहिए

निष्कर्ष: स्विंग ट्रेडिंग क्या है

डियर पाठक आज के इस लेख में हमने स्विंग ट्रेडिंग के बारे में जाना आशा करते हैं आज का लेख स्विंग ट्रेडिंग क्या है आपको पसंद आया होगा पसंद आया है तो ऐसा अपने सोशल मीडिया पर अवश्य शेयर करें

Swing Trading क्या है फायदे और नुकसान

आज का हमारा टॉपिक स्विंग ट्रेडिंग के ऊपर है। आज हम इस आर्टिकल में आप को बताएंगे कि स्वींग ट्रेडिंग (swing trading) क्या होती है , स्विंग ट्रेडिंग कैसे करते है ,और स्विंग ट्रेडिंग के हमे क्या फायदे और नुकसान हो सकते है ?

हमारे भारत के कई लोग जाने अनजाने में स्वींग ट्रेडिंग करते है लेकिन उन्हें इस के बारे में पता ही नहीं होता। तो आज हम इसी के बारे में आप को पुरी जानकारी देंगे।

स्वींग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग का अर्थ है जब हम किसी कंपनी के शेयर को कम दाम में ख़रीदते है और जैसे ही उस कंपनी के शेयर का प्राइस बढ़ जाता है तो हम उसे बेच कर प्रॉफिट बना लेते है। इस में दो दिन भी लग सकते है और एक महीना भी लग सकता है। स्वींग ट्रेडिंग करने से हमे लोस्स कम हो सकता है क्योंकि इस में हम शेयर को ज्यादा टाइम तक होल्ड कर के नहीं रखते।

जैसे ही कोई शेयर का प्राइस कम होता है तो हम उस शेयर को खरीद लेते है और जब दो दिन बाद उस का प्राइस बढ़ गया तो हम उसे बेच देते है।

ऐसे ही हम कितने ही शेयर खरीदते और बेचते रहते है। जिस से हमें कम रिस्क ले करअच्छा प्रॉफिट बना लेते है। जब हम किसी कंपनी के शेयर कम प्राइस पर खरीदते है और जैसे ही उस का प्राइस बढ़ जाये उसे बेच देते है। इसी को ही स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है।

स्वींग ट्रेडिंग कैसे करते है

स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए हमारे पास डी -मैट अकाउंट होना चाहिए, तभी हम स्विंग ट्रेडिंग में निवेश कर सकते है। उसके बाद स्वींग ट्रेडिंग करने के लिए हम एक अच्छी कंपनी को ढूंढ़ते है। फिर हम उस के बारे में थोड़ी रिसर्च करते है। ऐसी कंपनियों के शेयर का प्राइस बहुत जल्द कम और ज्यादा हो जाता है।

फिर जैसे ही उस कंपनी का प्राइस कम होता है हम उसे खरीद लेते है और जैसे ही हमे लगता है की हमे उस से 5 % प्रॉफिट हो सकता है तो हम उसे बेच देते है।

स्वींग ट्रेडिंग से हमे कई फायदे भी हो सकते है और नुकसान भी हो सकता यह आप के ऊपर निर्भर होता है कि आप कोन सी कंपनी के शेयर खरीद रहे हो।

स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है

1.रिस्क कम होना

स्वींग ट्रेडिंग में निवेश करना कम रिस्क वाला काम होता है क्योंकि हम इस में शेयर को ज्यादा दिन तक होल्ड कर के नहीं रखते। इस में हम किसी कंपनी के कम प्राइस वाले शेयर को खरीद लेते है और जैसे ही हमे उस से थोड़ा सा प्रॉफिट हो हम उसे बेच कर किसी और कंपनी के शेयर को खरीद लेते है।

2.बिगनर्स के लिए

बिगनर्स के लिए स्वींग ट्रेडिंग में निवेश करना काफी फायदेमंद रहता है।

3.ज्यादा एनलाइसिस नहीं करनी पड़ती

स्वींग ट्रेडिंग हमे हमे किसी कंपनी की ज्यादा एनलाइसिस नहीं करनी पड़ती हम उस कंपनी के बारे में प्रमुख बाते जान कर उस में निवेश कर सकते है। जिस कंपनी के शेयर का प्राइस कम और ज्यादा होता रहे हम उस में स्विंग ट्रेडिंग कर सकते है। इस के लिए हमे ज्यादा जाँच पड़ताल करने की भी जरूरत नहीं है।

4.कम समय में प्रॉफिट बनाना

स्वींग ट्रेडिंग में हम हम समय में भी प्रॉफिट बना सकते है। इस में हम कम दाम में शेयर खरीद कर जैसे प्राइस थोड़ा सा भी बड़े हम उसे बेच कर उस से प्रॉफिट बना लेते है। इस लिए स्विंग ट्रेडिंग में हम कम समय में भी निवेश कर सकते है।

5. स्विंग ट्रेडिंग वेतन की तरह काम करता है

स्विंग ट्रेडिंग सैलरी की तरह काम करता है। इस से हम सैलरी की तरह हर महीने पैसे प्राप्त कर सकते है। लेकिन इस के लिए हमे स्विंग ट्रेडिंग को ज्यादा समय देना पड़ता है।

स्विंग ट्रेडिंग से हमे कैसे नुकसान हो सकता है

1.धीरज रखना

स्वींग ट्रेडिंग में निवेश करते समय हमे धीरज रखना होता है, जब शेयर का प्राइस बड़े हमे उसे तभी बेचना चाहिए। अगर आप स्विंग ट्रेडिंग में निवेश करते समय धीरज नहीं रखते तो इस से आप को नुकसान भी हो सकता है।

2.ओवरनाइट रिस्क

अगर आप स्विंग ट्रेडिंग में किसी कंपनी के शेयर खरीदते है और अगली रात ही अगर भारत बंद हो जाता है तो आप की कंपनी के शेयर के प्राइस बहुत कम हो सकते है। लेकिन शेयर का प्राइस बढ़ने के लिए आप को इंतजार करना चाहिए।

3.सही तरीके के एनलाइसिस करना

आप को स्वींग ट्रेडिंग करने से पहले कंपनी की कुछ प्रमुख चीजों पर एनलाइसिस कर लेना चाहिए। आप को पता होना चाहिए कि एक अच्छी कंपनी कोन सी हो सकती है।

4.ज्यादा समय की आवश्यकता

स्विंग ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए आप को स्विंग ट्रेडिंग को ज्यादा समय देना होगा। इस में आप को कंपनी के ऊपर बहुत ज्यादा नजर रखनी पड़ती है। इस के लिए आप के पास अधिक समय होना चाहिए। अगर आप के पास स्विंग ट्रेडिंग के लिए अधिक समय नहीं है तो फिर आप को इस में निवेश नहीं करना चाहिए।

मुझे उम्मीद है कि मेरे इस आर्टिकल से आप को स्विंग ट्रेडिंग के बारे में अच्छी तरह से समझ आ गया होगा। अगर आप को हमारा आर्टिकल पसंद आया है तो कमेंट करके जरूर बताए।

15% स्विंग ट्रेडिंग से हर महीने कमाए।

स्विंग ट्रेडिंग क्या हैं ? | What is Swing Trading in Hindi

स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर चुनते समय हमेशा ध्यान में रहे की उस शेयर में ये ३ चीजे हो.

याने के शेयर में एक अच्छी चाल हो ऊपर की तरफ या फिर निचे, जिसकी मदत से हम उस शेयर में ट्रेड कर सके।

याने के शेयर में buyers और sellers की संख्या ज्यादा हो, ताकि शेयर खरीदने में और बेचने में आसानी हो।

याने के जिस शेयर में आप स्विंग ट्रेडिंग करना चाहते हो उस कंपनी के fundamentals अच्छे हो।

आप हमेशा प्रयास कीजिये की आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए Nifty 50 के शेयर ही चुने।

Nifty 50 में अच्छी volatility, Liquidity और अच्छे fundamental वाले शेयर्स होते हैं। जिससे आप के प्रॉफिट कमाने की संभावना बढ़ जाएगी।

तो इस प्रकार आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुने ? यह आप जान पाए होंगे।

3 Swing Trading Strategy In Hindi

यहाँ पर ३ स्ट्रेटेजी हैं जो की आप स्विंग ट्रडिंग करते समय इनका उपयोग कर सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी मूविंग एवरेज से।

  • इस strategy में आप छाए तो Exponential Moving Average – EMA का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर Simple Moving Average – SMA का।
  • Moving Average प्राइस जो मूव करता हैं उसका एवरेज होता हैं जैसे की ९,२१,५०,१००,२०० दिनों का।
  • Moving Average एक ट्रेंड फॉलोविंग इंडिकेटर हैं। जिससे हमें पता चलता हैं की मार्किट या शेयर की चाल क्या हैं।
  • अगर शेयर बाजार Uptrend या Downtrend में हो तो ही आप इस Moving Average स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटर्जी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • मूविंग एवरेज से स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आप एक बार ऊपर दिए गए चित्र को ध्यान से देखे।
  • ऊपर दिए गए चित्र में आप देख सकते हैं की जो लाल रेखा हैं वो 50 Day moving average हैं और जो नीली रेखा हैं 21 day Moving Average हैं।
  • जब 21 day Moving Average लाल रेखा के ऊपर जाती हैं तब हम शेयर को buy करते हैं और नीली रेखा 50 Day moving average के निचे जाती हैं तो हम शेयर Sell करते हैं।
  • आप जो चाहे उस दिन की मूविंग एवरेज का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इस प्रकार से हम मूविंग एवरेज (EMA और SMA) का इस्तेमाल कर के आप शेयर मार्किट में स्विंग ट्रेडिंग कर सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी सपोर्ट और रेसिस्टेंस।

  • Support का मतलब होता हैं की निचे की तरफ सहारा मिलना और resistance का मतलम होता हैं स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है की ऊपर की तरफ बाधा या रुकावट।
  • Support से हमें पता चलता हैं की कोई शेयर कहा तक निचे आ सकता हैं और resistance से हमें पता चलता हैं की कोई शेयर कहा तक ऊपर जा सकता हैं।
  • जब कोई शेयर एक ही दायरे में हो तब इस strategy का इस्तेमाल आप कर सकते हैं।
  • इस image में आप देख सकते हैं की जो लाल रेखा हैं वो हैं सपोर्ट और जो हरी रेखा हैं वो हैं रेजिस्टेंस।
  • इस image में शेयर सपोर्ट और रेजिस्टेंस के स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है दायरे में हैं। जब शेयर सपोर्ट को छूता हैं तब वह ऊपर जाता हैं। और जब कोई शेयर ऊपर रेजिस्टेंस को छूता हैं तब निचे आता हैं।
  • जब शेयर सपोर्ट को छूता हैं तब आपको buy करना हैं और जब शेयर resistance को छूता हैं तब आपको sell करना हैं।

इस प्रकार से हम Support & Resistance Strategy का इस्तेमाल कर के आप शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग कर सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी Rising channel

  • Rising channel का मतलम होता हैं की कोई शेयर एक channel में ऊपर की तरफ जा रहा है।
  • Rising channel से ट्रेडिंग करने के लिए आप ऐसा शेयर चुनिए जो की Uptrend में हो।
  • इस image में आप देख सकते हैं की जो लाल रेखा हैं वो हैं सपोर्ट और जो हरी रेखा हैं वो हैं रेजिस्टेंस और जो शेयर हैं वो एक चैनल में ऊपर की तरफ जा रहा हैं।
  • हमें इस strategy का इस्तेमाल करने के लिए २ trendline खिंचनी होगी ऊपर की तरफ और एक चैनल बनाना हैं।
  • जब शेयर हरी रेखा को छूता हैं तब आप Buy करे और जब शेयर लाल रेखा को छूता हैं तब आप Sell करे।
  • इस प्रकार से हम Moving Average, Support & Resistance, Rising Channel इन ३ strategy का इस्तेमाल कर के आप शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इस प्रकार ऊपर दी गई ३ स्विंग ट्रेडिंग strategy इया स्विंग ट्रेडिंग टिप्स से आप ट्रेड कर सकते हैं।

निष्कर्ष

आशा हैं की आप को स्विंग ट्रेडिंग क्या हैं ? उसके फायदे, स्विंग ट्रेडिंग के कुछ स्ट्रेटेजी इत्यादि जान पाए होंगे।

Swing Trading की practice करने के लिए आप Tradingview.com पर जा सकते हैं।

अगर आप को यह जानकारी पसंद आयी हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजिए और कमेंट करके हमें अपना Feedback दे।

Swing Trading Strategies PDF

आप ऊपर दिए गए Swing Trading Strategies का PDF हिंदी में download कर सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग क्या हैं ?

अगर किसी शेयर को खरीद के उसे १ दिन से १ महीने तक हम ट्रेड करते हैं तो उसे हम swing trading कहते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए कोनसा time frame चुने ?

स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आप ३० मिनट से लेके ४ घंटे time frame देख सकते हैं।

Swing trading में कितने return की अपेक्षा करे ?

५ % से १५ % आने के बाद आप अपना प्रॉफिट बुक कर ले।

स्विंग ट्रेडिंग शेयर कैसे चुने ?

स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर के Volatility, Liquidity, Fundamental अच्छे होने चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग Vs लांगटर्म इन्वेस्टमेंट

स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग से भिन्न है जहां इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ब्रोकर द्वारा मार्जिन मनी प्राप्त होती है तथा उसी दिन आपको शेयर खरीद कर मार्केट बंद होने से पहले बेचकर बाहर निकलना होता है। किसी भी हालत में आप अपने सौदे को अगले दिन तक नहीं ले जा सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग, लांगटर्म ट्रेडिंग की भांति ही होती है इसमें ब्रोकर द्वारा मार्जिन प्राप्त नही होता है। लांगटर्म की भांति आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए जितने शेयर खरीदते हैं उनका पूरा पैसा आपको अदा करना होता है।

स्विंग-ट्रेडिंग-Vs-लांगटर्म-इन्वेस्टमेंट

जब एक बार आप शेयर खरीद लेते हैं तो यह पूरी तरह आप पर ही निर्भर करता है कि आप उसे कब बेचते हैं, यदि आप इसे कुछ दिनों, कुछ हफ़्तो या कुछ महीनों में बेचकर अपना प्रॉफिट बुक कर लेते हैं तो यह स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है।

लेकिन यदि आप स्विंग ट्रेडिंग को आधार बनाकर ही ट्रेडिंग करते हैं तो कुछ मामलों में यह लांगटर्म इन्वेस्टमेंट से भिन्न हो जाता है। क्योंकि लांगटर्म इन्वेस्टमेंट और स्विंग ट्रेडिंग के लिए अलग-अलग रणनीतियां बनानी होती हैं।

मुख्यतः स्विंग ट्रेडिंग के लिए किसी कंपनी का फंडामेंटल अधिक मायने नहीं रखता है बल्कि यहां टेक्निकल एनालिसिस ज्यादा कारगर होता है। टेक्निकल एनालिसिस द्वारा ही अपना छोटा छोटा लक्ष्य निर्धारित किया जाता है और लक्ष्य मिलते ही शेयर बेचकर बाहर निकल जाया जाता है।

स्विंग ट्रेडिंग में मुख्यतः कुछ दिनों, कुछ हफ्तों या एक दो महीने का ही लक्ष्य निर्धारित किया जाता है।

संक्षेप में हम कह सकते हैं कि कम समय मे छोटे-छोटे प्रॉफिट के लिए निवेश करना ही स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है।

लेकिन स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चयन काफी सटीक होना चाहिए वरना प्रॉफिट बना पाना असंभव होता है।

लांगटर्म इन्वेस्टमेंट ( Long-Term Investment )

लांगटर्म इन्वेस्टमेंट में किसी शेयर को खरीदने की वही प्रक्रिया होती है जो स्विंग ट्रेडिंग में होती है फर्क सिर्फ इतना है कि स्विंग ट्रेडिंग में जब कोई शेयर खरीदा जाता है तो उसका एक छोटा सा लक्ष्य निर्धारित कर के कुछ दिनों या कुछ हफ्तों में उस शेयर को बेच दिया जाता है।

वही लांगटर्म के लिए जो शेयर खरीदा जाता है लंबे समय के निवेश को लक्ष्य बनाकर खरीदा जाता है यह समय 2- 4 वर्ष का भी हो सकता है 10- 20 वर्ष का या इससे भी अधिक हो सकता है।

लांगटर्म में निवेश करके शेयर बाजार से काफी बड़ा प्रॉफिट बनाया जाता है क्योंकि यहां निवेशक को ‘पावर आफ कंपाउंडिंग’ का लाभ प्राप्त होता है। जितने लोगों ने शेयर बाजार से मोटा पैसा कमाया है लांगटर्म इन्वेस्टमेंट से ही कमाया है।

लांगटर्म निवेश के लिए टेक्निकल एनालिसिस की जरूरत बहुत कम होती है यहां किसी कंपनी के फंडामेंटल को देखकर निवेश किया जाता है।

लांगटर्म में निवेश के लिए एक ही बार किसी अच्छे स्टॉक को चुनना होता है और उसे खरीद कर लंबे समय के लिए अपने पास रख लिया जाता है। जितना अधिक समय बीतता है उतना अधिक फायदा हमें देखने को मिलता है।

लांगटर्म निवेश में अपने समय की बचत तो होती ही है, इसके अलावा बाजार के छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव से भी कोई घबराहट नहीं होती है।

निष्कर्ष

लांगटर्म निवेश और स्विंग ट्रेडिंग दोनों ही अपनी अपनी जगह सही है, दोनों में ट्रेड करने का तरीका भी एक ही है।

फर्क सिर्फ इतना है कि किसी को जल्दी जल्दी प्रॉफिट बुक करने में मजा आता है तो किसी को अपने निवेश में पावर आफ कंपाउंडिंग देखने में मजा आता है।

कम समय में छोटा-छोटा लाभ लेना है तो स्विंग ट्रेडिंग बेहतर है, और मल्टीपल लाभ लेना हो तो लांगटर्म निवेश बेहतर है। किंतु दोनों ही परिस्थितियों में स्टॉक का चयन सटीक करना जरूरी है।

Swing Trading Kya Hai? Swing trading से पैसे कमाने की आसान स्ट्रैटेजी।

स्विंग ट्रेडिंग क्या है इस post कि सहायता से हम ऐसी Trading Strategy (Swing Trading Kya Hai) को जानने वाले हैं, जिससे एक आम आदमी ,एक Common man दिन के 15 से 20 मिनट काम करके स्टॉक मार्केट से 5 से 10 दिनों में एक अच्छा खासा इनकम प्राप्त कर सकता है।

तो चलिए जानते हैं कि Swing Trading Kya Hai?

Table of Contents

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? Swing Trading Kya Hai? What Is Swing Trading?

स्टॉक मार्केट के खुलते ही जब किसी कंपनी के शेयर को खरीद कर कुछ हफ्तों या कुछ दिनों के लिए अपने डिमैट या ट्रेडिंग अकाउंट पर रखते हैं तथा प्रॉफिट प्राप्त होने पर उसे बेच देते हैं स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है।

स्टॉक मार्केट में 5 से 10 दिन की ट्रेडिंग को स्विंग ट्रेडिंग कहते है।

SWING TRADING KYA HAI

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें ?

स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है।

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बाद आपको मार्केट को एनालाइज करना होगा तथा अच्छा स्टॉक चुनना होगा।

बाजार को अच्छी तरह समझने के बाद अपने कैपेसिटी के हिसाब से जोखिम लेना होता है क्योंकि कई बार स्टॉक मार्केट में सही रणनीति(Swing Trading Kya Hai) और सही स्ट्रैटेजी के बाद भी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

ट्रेडिंग करने के लिए आपका रिस्क मैनेजमेंट होना बहुत ही जरूरी है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने?

बाजार की दिशा,

स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading Kya Hai) करने के लिए कुछ ट्रेलर मार्केट के Trend को फॉलो करते हैं ।

जो कि एक अच्छी बात है तथा ट्रेंड को फॉलो करने के साथ-साथ हमें कंपनी के परफॉर्मेंस उनकी खबरों को भी अपने नजर में रखना चाहिए ताकि कुछ गलत न्यूज़ आने से अपना प्रॉफिट बुक कर सकें और अपना पोजीशन काट सकें।

तरलता या Liquidity

liquidity एक ट्रेडर के लिए एक अच्छा पैमाना हो सकता है क्योंकि जिस शेयर में अधिक खरीदी बिक्री होती है वहां positions के फसने या नुकसान का chance बहुत ही कम होता है तथा हम अपने Share को आसानी से खरीद व बेच कर मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं ।

अन्य स्टॉक के साथ तुलना,

स्टॉक की तुलना हम जिस शेयर को खरीद रहे हैं उसके सेक्टर के अन्य स्टाक के साथ शेयर की तुलना करते हैं जिससे हमें सेक्टर के बेस्ट स्टॉक प्रात हो जाता है।

स्टॉक का ट्रेडिंग पैटर्न

कोई भी ट्रेडर किसी कंपनी के शेयर को चुनने से पहले उसके प्रीवियस ट्रेडिंग पैटर्न को देखता है
वह उसके उतार स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है चढ़ाव को देखता है कि वह भविष्य में यह stock कैसा position बना सकता है ताकि वह एक अच्छा स्टॉक का सिलेक्शन कर सके है।और अच्छा मुनाफा बना सके।

कम बदलाव वाले स्टॉक

, ज्यादातर ट्रेडर अधिक उतार-चढ़ाव वाले या जंपी स्टाक को पसंद नहीं करते है।

क्योंकि उसमें पोजीशन बनाना थोड़ा रिस्की हो जाता है इसीलिए हमें अपने स्विंग ट्रेडिंग के लिए कम जंपी स्टॉक का सलेक्सन करना चाहिए
ताकि हम उसके चार्ट पेटर्न को समझ सके और अच्छा प्रॉफिट बना सकें।

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटजी

अगर आप एक अच्छा ट्रेडर (Swing trading kya hai)बनना चाहते हैं तो आप अपनी ट्रेडिंग जर्नी में एक स्ट्रैटेजी को अच्छी तरह से फॉलो करें ।

ताकि आप अपने निवेशित राशि पर अच्छा अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त कर सकें ।
एक सही स्विंग ट्रेडिंग रणनीति से एक ट्रेडर 5 से 10 परसेंट रिटर्न एक स्टॉक से कुछ ही दिनों में प्राप्त कर सकता है।

देखने में यह बहुत छोटा मुनाफा हो सकता है लेकिन कुछ दिनों कुछ हफ्तों में इतना मुनाफा सही है।

इसी तरह बढ़ता हुआ लाभ लेने के लिये ट्रेडिंग के अन्य रूपों में 7-8 % की तुलना में स्टॉपलॉस 2-3% होना चाहिए इसका मतलब यह है कि risk riward resio 1:2 या 1:3 होना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटजी निम्नलिखित है:-

चार्ट पेटर्न स्ट्रैटेजी

सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस
हेड एंड सोल्डर पैटर्न
डबल टॉप व ट्रिपल टॉप पैटर्न
डबल बॉटम व ट्रिपल बॉटम पैटर्न
इनवर्टेड हेड एंड सोल्डर
कप एंड हैंडल
असेंडिंग ट्रेंगल व डिसेंडिंग ट्रेंगल

स्विंग ट्रेडिंग इंडिकेटर

RSI
MACD
MOVING AVERAGE
BOLINGER BAND
SUPER TRED

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे व नुकसान

Swing Trading के फायदे

कम समय में प्रॉफिट मिल जाता है।

कम प्रॉफिट का टारगेट होने के कारण टारगेट हिट होने की संभावना बढ़ जाती है।

स्टॉक में एंट्री करने के लिए स्टॉक के गिरने का इंतजार करना नहीं पड़ता।

स्टॉक के फंडामेंटल स्ट्रांग होने के कारण नुकसान होने की संभावना कम रहती है

यह एक कम तनाव वाली strategy है।

अगर आप शेयर बाजार में नए हैं तो इसको आप ट्राई कर सकते हैं।

Swing Trading के नुकसान

छोटे अवधि में ही स्टॉक से प्रॉफिट प्राप्त कर बाहर निकल जाने के कारण बड़ा प्रॉफिट नहीं मिल पाता है।

स्टॉक से जुड़ी रोजाना अच्छी व पूरी खबर आने के कारण स्टॉक में उतार-चढ़ाव व, गैप अप और गेप डाउन का खतरा रहता है।

ट्रेडिंग करने वालों को धैर्य के साथ स्टॉक को पकड़ कर रखे रहने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

आज हमने क्या सीखा ?
आज हमने सीखा कि Swing Trading Kya Hota Hai. और हम इसे कहां से और कैसे कर सकते हैं। स्विंग ट्रेडिंग करने के क्या फायदे और क्या नुकसान होते हैं।

मैं आशा करता हूं की आपको यह पोस्ट Swing Trading Kya Hota Hai पढ़कर Swing Trading से जुड़े सारे सवालों के जवाब मिल गए होंगे और मैंने पूरी कोशिश की है कि आपके मन में Swing trading से लेकर जो सवाल है वो सब इस पोस्ट के माध्यम से आप तक पहुँचा सकूँ।

यदि आपके मन में कुछ सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में अपने सवाल पूछ सकते है मैं आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करूंगा और इस पोस्ट को जितना हो सके उतना शेयर करें ताकि सभी लोगों को स्टॉक मार्केट,व ट्रेडिंग और उससे जुड़ी सभी जानकारियां सभी तक पहुंचते रहें और सभी आप अपना प्यार ऐसे ही बनाए रखें।

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