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शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है

शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है
वर्तमान में ग्राहकों की व्यक्तिगत सीमा तय करना ब्रोकर के हाथ में है. ब्रोकर देखता है कि पिछले सप्ताह तीन ग्राहकों ने लेन-देन नहीं किया है, तो वह सात ग्राहकों के बीच अपनी 10 लाख रुपये की सीमा निर्धारित कर सकता है. इसे ऐसे समझें, ब्रोकर ग्राहकों के एक समूह से संबंधित धन का उपयोग दूसरों के लेन-देन के लिए कर सकता है.

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शेयर ब्रोकर क्या है, Stock broker meaning in Hindi

यदि आप शेयर मार्केट में काम करते है या करना चाहते है तो आज के इस पोस्ट में हम आप सभी को स्टॉक ब्रोकर के बारे में जानकारी देंगे की शेयर ब्रोकर क्या है और इनका काम क्या होता है यदि कोई शेयर ब्रोकर बनना चाहे तो इसके लिए क्या प्रोसेस है योग्यता क्या होनी चाहिए आदि कुछ महत्वपूर्ण जानकारी शेयर ब्रोकर के बारे में। Stock broker kya hai

शेयर ब्रोकर एक वित्तीय पेशेवर होता है और इसका काम इनके ग्राहकों की ओर से बाजार में ऑर्डर एक्सीक्यूट करना होता है, यानि जब हम किसी भी शेयर को Buy या sell करते है तो हमारा ब्रोकर हमारे शेयर के आर्डर को एनएसई या बीएसई एक्सचेंज पर हमारे दिए गए आर्डर को मार्केट में एक्सीक्यूट करना होता है, शेयर मार्केट में एक शेयर ब्रोकर को एक रजिस्टर्ड प्रतिनिधि या एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।

या एक तरह से ऐसा भी कह सकते है की उस ब्रोकर या दलाल उस व्यक्ति या संस्था को कहते हैं, जो शेयर लेने वाले और शेयर बेचने वाले बीच शेयर की खरीददारी या बिकवाली कराने में मदद करता है, और जब शेयर की डिल तय हो जाती है, तो इसके बदले में शेयर ब्रोकर को इसके लिए तय commission मिलता है।

Share broker kaise bane

यदि कोई भी ब्यक्ति शेयर ब्रोकर बनना चाहते है तो आप बहुत ही आसानी से एक ब्रोकेट बन सकते है इसके लिए पहले आपको ये समझना होगा की शेयर मार्केट में कितने तरह से ब्रोकर होते है, तो मै आपको जानकारी के लिए बता दूँ की शेयर मार्केट ,में शेयर ब्रोकर मुख्यतः दो ही प्रकार से होते है शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है पहला ब्रोकर और दूसरा शेयर ब्रोकर।

ब्रोकर

शेयर मार्केट में ब्रोकर बनने के लिए किसी भी व्यक्ति को सब पहले सेबी से रजिस्टर्ड होना पड़ता है, सेबी में रजिस्टर्ड होने के लिए जब आप आवेदन करते है तो सेबी बहुत कुछ चेक करती है , जैसे जो ब्यक्ति रेजिस्ट्रेशन किया है उसके पास ऑफिस है या नहीं, और ब्रोकर के लिए जो भी ग्राहक को देने वाली सभी सुविधा के लिए माध्यम है, और सेबी में रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा करने के बाद सेबी की तरफ से आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलता है

फिर आपको स्टॉक एक्सचेंज पर एनएसई और बीएसई में मेम्बर सिप लेनी होती है , इसके लिए आपको मेंबर सिप फीस और सेक्योरिटी डिपोसिट भरना होता है, और इसके लिए आपको उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए और आपके पास किसी भी ब्रोकर के पास काम करने का 2 वर्ष का एक्सपीरियंस प्रमाण पत्र होना चाहिए।

What Is Stock Broker ?

आसान भाषा में कहूं तो Stock Broker एक तरीके का Agent होता है,जो Investor से Shares के ऑर्डर को लेता है,शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है और उनके Behalf पर share के ऑर्डर को Stock Exchange में देता है.

और इस service के बदले Stock Broker उनसे(investors) कुछ फीस charge करता है,जिसे शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है ब्रोकरेज कहते है.

इसलिए मैंने उपर कहा था कि,Stock Broker,जो है वो Stock exachange और Investor के बीच की कड़ी(लिंक) होती है.

Stock Broker Kaise Kam Karata Hai ?

Stock Broker kya hota hai? ये तो अब आप समझ चुके होंगे.अब बात करते है Stock broker kaise kam karata hai इस के बारे में.

Share market में Invest करने के लिए एक Agent की जरूरत पड़ती है, जिसे हम Stock broker कहते हैं.और उस ब्रोकर की हेल्प से अगर आपको शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना है,तो उन से अपको अपना Trading और Demat अकांउट ओपन करवाना होगा.

अब ये Trading और Demat अकाउंट क्या है? इनके बारे में थोड़ा जान लेते है.

Trading Account

Trading account kya hota hai ?

ये (Trading account) एक ऐसा अकाउंट है,जिस के हेल्प से Share market में buy और sale करने का ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज में भेजा जाता है.

जैसे की,मान लो Mr.A🙋को Axis bank का share खरीदना है,तो उन्हें सबसे पहिले अपने ब्रोकर की हेल्प से shares का ऑर्डर लगाना होगा.तब जाके Mr.A🙋 शेयर खरीद पायेंगे.

Types Of शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है Stock Brokers

आज के टाइम भारत में तो सिर्फ दो टाइप के स्टॉक ब्रोकर है,

  1. Full Service Stock Broker
  2. Discount Stock Broker

Full Service Stock Broker.

इस टाइप के Stock broker जो है वो ज्यादा से ज्यादा सर्विस provide कराते है अपने customer को,इसलिए इन्हे Full Service Stock Broker कहा जाता है.

ज्यादा से ज्यादा सर्विस provide कराने से मेरा मतलब ये है की,ये शेयर को buy और sale करने के साथ साथ और भी कई सारे सर्विस प्रोवाइड कराते है.जैसे की, Stock advisory service,Margin money service, Portfolio management Service,Intraday tips etc.

Discount Stock Broker

Full Service शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है Stock Broker के मुकाबले याहा काफी कम सर्विस provide की जाती है.लेकिन जो भी सर्विसेस ये देते है वो बेस्ट ही देते है.

लेकिन आज के टाइम Discount Stock Broker भी Full Service Stock Broker को काफी अच्छा competition दे रहा है.

क्लियरिंग और सेटलमेंट की प्रक्रिया

वैसे तो क्लियरिंग और सेटलमेंट बहुत ही सैधान्तिक विषय है लेकिन इसके पीछे की प्रक्रिया को समझना महत्वपूर्ण है। एक ट्रेडर या निवेशक के शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है तौर पर आपको ये चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती कि आपका सौदा कैसे क्लियर या सेटल हो रहा है, क्योंकि एक अच्छा इंटरमीडियरी यानी मध्यस्थ ये काम कर रहा होता है और आपको ये पता भी नहीं चलता।

लेकिन अगर आप इसको नहीं समझेंगे तो आपकी जानकारी अधूरी रहेगी इसलिए हम विषय को समझने की कोशिश करेंगे कि शेयर खरीदने से लेकर आपके डीमैट अकाउंट (DEMAT account) में आने तक क्या होता है।

10.2 क्या होता है जब आप शेयर खरीदते हैं?

दिवस 1/ पहला दिन- सौदे का दिन (T Day), सोमवार

मान लीजिए आपने 23 जून 2014 (सोमवार) को रिलायंस इंडस्ट्रीज के 100 शेयर 1000 रुपये के भाव पर खरीदे। आपके सौदे की कुल कीमत हुई 1 लाख रुपये (100*1000)। जिस दिन आप ये सौदा करते हैं उसे ट्रेड डे या टी डे (T Day) कहते हैं।

दिन के अंत होने तक आपका ब्रोकर एक लाख रुपये और जो भी फीस होगी, वो आपसे ले लेगा। मान लीजिए आपने ये सौदा ज़ेरोधा पर किया, तो आपको निम्नलिखित फीस या चार्जेज देनी होगी:

क्रमांक कितने तरह के चार्जेज कितना चार्ज रकम
1 ब्रोकरेज 0.03% या 20 रुपये- इनमें से जो भी इंट्राडे ट्रेड के लिए कम हो 0
2 सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन चार्ज टर्नओवर का 0.1% 100/-
3 ट्रांजैक्शन चार्ज टर्नओवर का 0.00325% 3.25/-
4 GST ब्रोकरेज का 18% + ट्रांजैक्शन चार्ज 0.585/-
5 SEBI चार्ज 10 रुपये प्रति एक करोड़ के ट्रांजैक्शन पर 0.1/-
कुल 103.93/-

ब्रोकिंग चार्जेज का ध्यान रखें

अकसर ब्रोकर्स अपना ब्रोकिंग चार्ज फिक्स्ड ही रखते हैं. हालांकि, ये कारोबार के वॉल्यूम और फ्रीक्वेंसी पर भी निर्भर करते हैं. ऐसे में इस शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है बारे में बात कर लेना भी जरूरी है.

कुछ ब्रोकरेज हाउस सिर्फ इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा ही नहीं प्रदान करतें, बल्कि कई प्रकार की अन्य सेवाएं भी आप तक पहुंचाते हैं. ऐसे में जान लें कि यह सेवाएं क्या हैं और आपके लिए इनकी क्या उपयोगिता है. इसके बाद ही ब्रोकर का चयन करें.

स्टॉक ब्रोकर

Stock Broker रजिस्टर्ड फाइनेंसियल रिप्रजेंटेटिव पेशेवर होते हैं। शेयर ब्रोकर एक इन्वेस्टमेंट सलाहकार और साधारण ब्रोकर का कार्य करता है। Stock Broker, शेयर और दूसरी securities के Stock Market में अपने ग्रहकों की ओर से buy और sell के ऑर्डर पूरे करते हैं। स्टॉक ब्रोकर ब्रोकरेज फर्म से जुडे होते हैं तथा वह इन्टीटूशनल और रिटेल कस्टमर के ट्रांजेक्शन हैंडल करते हैं। स्टॉक ब्रोकर को एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।

Full-service broker

फुल सर्विस ब्रोकर लइसेंसयुक्त बड़ी ब्रोकर डीलर फर्म होती है। जो अपने क्लाइंटो को रिसर्च रिपोर्ट आधारित निवश सलाह, ट्रेडिंग टिप्स, टेक्स प्लानिंग सलाह आदि मुहैया कराती है। Full-service broker की ब्रोकरेज फीस Discount broker की तुलना में ज्यादा होती है। इनकी Brokrage fee 0.50 % से 0.75 % तक हो सकती है। इसे भी पढ़ें-How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
फुलसर्विस स्टॉक ब्रोकर उन लोगो के लिए ठीक है, जिन्हे निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए सलाहकार की जरूरत होती है। जिन्हे शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे इन्वेस्टर जिनका बड़ा पोर्टफोलियो होता है। उनके लिए फुलसर्विस ब्रोकर सही होते है।

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