डीमैट अकाउंट क्या होता है

Demat account क्या होता है?
दोस्तों अगर आप ऑनलाइन शेयर खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो, आपके पास में Demat account होना बहुत जरूरी है। तभी आप शेयर खरीद सकते हैं। अगर आप शेयर मार्केट के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी रखते हैं तो आप Demat सबसे थोड़ी बहुत तो परिचित जरूर होंगे।
आज भारत में ऐसी बहुत सारी कंपनियां मौजूद है जो आपको online Demat account खोलने की सुविधा प्रदान करती है।डीमेट अकाउंट एक तरह से बैंक अकाउंट की तरह ही काम करता है। जहां बैंक अकाउंट में आप अपने पैसों को जमा करके रखते हैं। वही Demat account पर आपके द्वारा खरीदे गए share डिजिटल रूप से स्टोर क्या हुआ होता है।
आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि Demat account के जरिए आप अपने खरीदे गए share को hold करके रखते हैं। आप अपने डिमैट अकाउंट के सहायता से ही बाद में trading account के जरिए share को buy और sell भी कर सकते हैं।
आज के हमारे इस पोस्ट में हम इस बारे में चर्चा करेंगे कि Demat account क्या होता है? Demat account kya hota hai? डीमेट अकाउंट क्या होता है? शेयर खरीदने के लिए डीमेट अकाउंट क्यों जरूरी होती है? अपना डिमैट अकाउंट कैसे खोल सकते हैं?
Demat account क्या होता है? What is Demat account in Hindi
Demat account भी एक तरह का बैंक खाते की तरह ही काम करता है। जिस तरह से आप अपने बैंक खाते पर पैसों को इलेक्ट्रॉनिक रूप या डिजिटल रूप में जमा करके अपने पासबुक पर देख सकते हैं। ठीक उसी तरह डीमेट अकाउंट पर आप शेयर खरीद करके इसमें डिजिटल तरीके से रख सकते हैं।
डीमेट अकाउंट शेयर खरीदने के लिए क्यों होना चाहिए?
जब भी आप शेयर खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपके पास में डीमैट अकाउंट होना अति आवश्यक है। ऐसा इसलिए क्योंकि SEBI के निर्देश अनुसार Demat account को छोड़कर कि किसी भी अन्य रूप डीमैट अकाउंट क्या होता है में शेयरों को बेच आया खरीदा नहीं जा सकता है। इसी चलते अगर आपको शेयर बाजार से शेयर खरीदना है या स्टॉक बेचना या खरीदना है तो यह काम आप बिना डीमेट अकाउंट के नहीं कर सकते है।
Demat account कैसे कार्य करती है?
जब भी आप शेयर खरीदते हो, तो ब्रोकर आपके डीमैट खाते पर उसमें शेयर को क्रेडिट कर देता है और यह आपके holding share के विवरण में दिखाई देता है। वहीं अगर आप इंटरनेट आधारित किसी platform का इस्तेमाल करते हैं तो आपके द्वारा खरीदी गई शेयर की होल्डिंग्स आप ऑनलाइन देख सकते हो। किसी भी शेर को खरीदने पर यह आपको T+2 पर क्रेडिट कर देता है। T+2 का मतलब होता है, trading day + 2 दिन के बाद ही आपके डिमैट अकाउंट पर आ जाती है।
वही जब आप अपने शेयर बेचते हैं, तो आपको अपने broker को डिलीवरी निर्देश देने होते हैं, जिसमें आपको अपने बिके हुए stocks का विवरण भरना होता है। और आपके share holdings में से share debit हो जाता है। वहीं अगर आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सहायता से करते हैं, तो आप तुरंत अपने होल्डिंग्स में debit और अपने Bank account पर पैसे credit कर देता है।
भारत में कौन-कौन सी डिपॉजिटरी है? – Types of depository in India
Depository एक तरह की संस्थाएं होती है जो कि निवेशकों की प्रतिभूतियों को electronic रूप में रति है। इसके साथ ही depository इन प्रतिभूतियों से संबंधित विभिन्न लेनदेन के लिए सेवाएं भी उपलब्ध कराती है।
Depository अपने निवेशकों के साथ डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के माध्यम से interface करती है। Depository पार्टिसिपेंट निवेशकों के खातों (Demat account) के रखरखाव के लिए भी जिम्मेदार होती है। जो कि बैंक में बचत/चालू खाते के समान होते हैं। शेयर की बिक्री एवं क्रिया डीमेट खातों के माध्यम से ही किया जाता है।
भारत में दो Depository है:-
- नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL, National securities depository limited)
- सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस लिमिटेड (CDSL, Central depository securities limited)
भारत में इन्हीं दो डिपॉजिटरी के द्वारा डीमेट खातों के रखरखाव और विभिन्न सेवाएं मुहैया करवाई जाती है।
डीमैट खाता खोलने के लाभ – Benefit of opening a Demat account
- भौतिक रूप से शेयर को रखने में कोई परेशानी नहीं होती है।
- कोई दुविधा नहीं होती है इसमें आप एक शेयर भी खरीद और भेज सकते हैं।
- हस्तांतरण पर आपको कोई भी किसी तरह का stamp duty नहीं लगता है।
- किसी भी तरह के transfer document की जरूरत आपको यहां नहीं पड़ती है।
- शेयर शेयर सर्टिफिकेट को संभाल ले, रिकॉर्ड तारीख को याद रखने, खाता की अवधि, धारित प्रतिभूतियों का अभिलेख रखना इत्यादि चीजों में सहायता प्रदान करती है।
- ऑनलाइन माध्यम से आप अपने होल्डिंग्स को देख सकते हैं।
Demat account to Demat account transfer of share – एक डिमैट अकाउंट से दूसरे डीमेट अकाउंट में शेयर को ट्रांसफर करना
कई बार ऐसा होता है कि आपके द्वारा खरीदे गए share किसी दूसरे डिमैट अकाउंट पर है। उस ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सेवाएं आपको पसंद नहीं आती है। या फिर कई बार धोखाधड़ी के मामले भी सामने आते हैं। तब आप किसी दूसरे broker के पास अपना नया डिमैट अकाउंट खुलवा ते हैं।
या ऐसी परिस्थिति भी आ सकती है कि आप अपने सारे शेयर केवल एक ही Demat account पर देखना चाहते हैं। तब आपको Demat account से डिमैट अकाउंट में शेयर ट्रांसफर करने की जरूरत पड़ती है। ऐसा आप आसानी से कर सकते हैं, इसके द्वारा आप अपने शेयर को एक ही डिमैट अकाउंट में ट्रांसफर डीमैट अकाउंट क्या होता है करके रख सकते हैं।
Demat account के शेयर को ट्रांसफर 2 तरीकों से किया जा सकता है।
Offline mode के जरिए शेयर ट्रांसफर एक डिमैट अकाउंट से दूसरे डिमैट अकाउंट पर
इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना पड़ता है। इसे आप आसानी से CDSL और NSDL के अधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। इस फॉर्म को DIS भी कहते हैं, जिसका पूर्ण रूप Depository instruction slip होता है।
इसमें आपको अपने डिमैट अकाउंट के डिटेल को भरना पड़ता है। इसके साथ ही आप कौन से डीमेट अकाउंट पर अपना शेयर ट्रांसफर कर रहे हैं, इसकी भी जानकारी देनी पड़ती है।
इसे भरकर के आप अपने पहले वाले डीमेट अकाउंट के broker के पास भेज देना होता है। भेजने के लिए आप by post या speed post या registry post के द्वारा ऐसा कर सकते हैं। इसके बाद आपका शेयर 5 working days के अंदर आपके नए Demat account पर ट्रांसफर कर दिया जाता है।
Online mode to transfer share from one Demat account to another – ऑनलाइन माध्यम के जरिए आप अपने शेयर को एक डिमैट अकाउंट से दूसरे डिमैट अकाउंट पर ट्रांसफर कर सकते हैं
ऑनलाइन माध्यम काफी आसान है, इसके लिए आपको बस CDSL के अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर के registration करना होता है। Cdsl द्वारा दी जाने वाली यह सेवा EASI के नाम से जानी जाती है। बाद में आप इसे EASIEST में अपग्रेड भी कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपके email address या phone number पर pin generate होकर आता है। आप इसे बाद में बदल भी सकते हैं। इस Pin के माध्यम से ही आपको सबसे पहले CDSL की EASI सेवा पर login करके अपने शेयर को ट्रांसफर कर सकते हैं। आपके शेयर 24 घंटों के अंदर आपके दूसरे डिमैट अकाउंट पर आ जाएंगे।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के हमारे इस पोस्ट में आपने सीखा की Demat account क्या होता है? डिमैट अकाउंट शेयर बिक्री एवं खरीद के लिए क्यों जरूरी होती है? डीमेट अकाउंट के कौन-कौन से फायदे हैं? डिमैट अकाउंट किस तरह से कार्य करती है? और किस तरह से आप अपने शेयर को एक डिमैट अकाउंट से दूसरे डिमैट अकाउंट पर ट्रांसफर कर सकते हो।उम्मीद करता हूं कि आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी पसंद आई होगी।अगर आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों, सगे संबंधियों के साथ social media पर share भी कर सकते हैं। इससे संबंधित अगर आप के कुछ सवाल एवं सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके बता सकते हैं।
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Demat Account Meaning in Hindi
What is Demat Account Meaning in Hindi डीमैट खाता क्या है, कैसे काम करता है, डीमैट अकाउंट की आवश्यकता क्यों पड़ती है और इसके क्या क्या फायदे हैं विस्तार से हिंदी में जानिये. डीमैट खाते की जानकारी और इसे कैसे खुलवा सकते हैं। इसके क्या फायदे हैं और इसे कैसे मेंटेन करते हैं। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये हिंदी में शेयर मार्केट विस्तार से पढ़ें। What is Demat Account and what are benefits of it in Hindi.
Demat Account Meaning in Hindi
Demat Account Meaning in Hindi – No Physical Shares in Demat
ऐसा डिजिटल खाता जिसमें कंपनियों के शेयर कोई शेयरधारक डिजिटल अवस्था में रखता है उसे Demat Account कहते हैं। इसको आसानी से ऐसे समझिये. जैसे हम आपने पैसे अपने बैंक के खाते में रखते हैं वैसे ही हम अपने शेयर डीमैट खाते में रखते हैं। जैसे हम यदि बैंक के खाते से नकदी निकलवा लें तो वह नकदी या करंसी पैसे का भौतिक रूप है। मगर जब हम अपने डेबिट कार्ड से किसी दूकानदार को पेमेंट करते हैं तो यह पैसों का इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर हुआ. इसी प्रकार यदि हमारे पास शेयर हैं तो हम या तो उन्हें किसी को गिफ्ट देंगे या बाजार में बेच देंगे, दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर किया जाएगा. शेयरों को भौतिक रूप में रखने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती.
Demat Account Meaning In Hindi
शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक्स रूप से खाते में रखने की सुविधा को डीमैट कहते हैं. भारत में शेयर और प्रतिभूतियां को इलेक्ट्रॉनिक रूप से Dematerialized डिमैटीरिलाईज्ड यानी Demat Account में रखा जाता है. शेयर धारक शेयरों को भौतिक रूप में यानी कागज़ पर छपे हुए शेयर सर्टिफिकेट नहीं रखते. इसके लिए ब्रोकर के पास जा कर Demat Account खुलवाया जाता है. सभी शेयरों के लेनदेन में डीमैट खाते का नंबर लिखा जाता है जिससे कि शेयरों की खरीद बिक्री का इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट हो सके. किसी भी तरह के शेयरों के लेनदेन के लिए शेयर होल्डर के पास डीमैट खाता होना आवश्यक है.
शेयर सीधे खाते में आते हैं Keep your Shares in Demat Account
Demat Account तक पहुँचने के लिए इन्टरनेट पर पासवर्ड की जरूरत होती है. शेयरों की खरीद और बिक्री सौदा कन्फर्म होने पर स्वत ही हो जाती है.
जब भी कोई कंपनी बोनस अथवा राईट शेयर जारी करती है तो ये शेयर भी सीधे शेयर होल्डर के Demat Account में आ जाते हैं. आईपीओ IPO में शेयरों के आवेदन करने के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता है. यदि आईपीओ में आपको शेयर मिले हैं तो वे सीधे आपके डीमैट खाते में ही आ जाते हैं.
Demat खाते के फायदे
डीमैट शेयर गुम नहीं होते, खराब नहीं हो सकते, चोरी नहीं हो सकते. इनसे सिग्नेचर ना मिलने जैसी समस्या भी नहीं होती. Demat Account की वजह से शेयरों की खरीद बिक्री में धोखा होने की संभावना भी समाप्त हो जाती है. यह बहुत ही सुविधाजनक भी है.
कैसे खुलवाएँ Demat खाता
आप अपना Demat Account किसी दूसरे को ट्रान्सफर नहीं कर सकते मगर इसमें पड़े शेयर दूसरे को ट्रान्सफर कर सकते हैं. डीमैट खाता किसी दूसरे के साथ जॉइंट तरीके से खुलवाया जा सकता है. आप एक से अधिक डीमैट खाते भी खोल सकते हैं. अधिकतर निजी बैंक आपको डीमैट खाता खुलवाने की सुविधा देते हैं. इसके अलावा कई निजी ब्रोकर कंपनियों के पास डीमैट खाता खुलवाया जा सकता है. इसके लिए आपको अपना पैन कार्ड की कॉपी, पते का प्रूफ देना होता है और KYC भरना पड़ता है.
डीमैट अकाउंट क्या है? और कैसे खोले? और इसके क्या फायदे है?
क्या आप डीमैट अकाउंट क्या होता है जानते है की डीमैट अकाउंट क्या है? अगर आप नहीं जानते है तो आज में इसके बारे में पूरे डिटेल में बताने वाला हु। डीमैट अकाउंट कैसे खोल सकते है? और इसमें बैलेंस रखना सेफ है या नहीं? और इसके क्या फायदे है?
डीमैट अकाउंट क्या है?
Table of Contents
डीमैट अकाउंट शेयर मार्केट का शेयर खरीदने और बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जैसे आप अपने बैंक अकाउंट में अपने पैसे रखते है उसी तरह शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करके डीमैट अकाउंट में शेयर रखा जाता है।
आपको तो पता ही होगा की पुराने समय में जब भी आप कोई शेयर खरीदते थे तो कंपनी वाले आपको उससे जुड़े दस्तावेज भेजता था, जिससे ये साबित होता था, डीमैट अकाउंट क्या होता है की अपने उस कंपनी का शेयर लिया है। वही जब आप कोई शेयर बेच देते थे तो सबसे पहले वो दस्तावेज कंपनी के दफ्तर में जाता था। उसके बाद कंपनी वाले आपके खरीदने के टाइम का भाव और बेचने के टाइम का भाव देख कर उसी के मुताबिक आपको प्रॉफिट देते थे। इस प्रक्रिया में कभी टाइम लग जाता था और ये बहुत जटिल भी होता था। इसलिए पहले लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से डरते थे।
इसी समस्या को देखते हुए Demat को लाया गया ताकि शेयर मार्केट में सभी इन्वेस्ट कर सके। शेयर को डिजिटल रूप से अकाउंट में रखने को ही ‘demat’ कहते है। Demat का पूरा नाम “dematerialize” है।
डीमैट अकाउंट कैसे खोले?
अगर आप डीमैट अकाउंट खोलना चाहते है तो डीमैट अकाउंट खोलने के दो तरीके है ऑफलाइन और ऑनलाइन । यदि आप ऑफलाइन डीमैट अकाउंट खुलवाने जाते है तो आपको ज्यादा चार्ज देना पड़ जायेगा। बैंक भी आपका डीमैट अकाउंट खोलते है जो आपको ज्यादा चार्ज कर सकते है।
यदि आप ऑनलाइन Demat अकाउंट खुलवाना चाहते है तो आपको बहुत से एसे ऐप और वेबसाइट मिल जायेगी जिसपे आप जाकर खुद से अकाउंट खोल सकते है। ऐप और वेबसाइट जैसे- Grow, upstox, zerodha, Paytm money, motilal Oswal, sher khan, 5paisa, Bajaj brokrage, etc.
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन – कौन से दस्तावेज चाहिए
Demat account खुलवाने के लिए ये दस्तावेज जरूर रखे:-
- आधार कार्ड (Aadhar card)
- पैन कार्ड (PAN card)
- बैंक पासबुक (Bank passbook)
- कैंसिल चेक (cancelled cheque)
- 2 पासपोर्ट साइज फोटो (2 passport size photo)
डीमैट अकाउंट फ्री खुलता है या चार्ज भी लेता है
अकाउंट खुलवाने से पहले बहुत से लोगो का ये सवाल जरूर होता है की डीमैट अकाउंट खोलवाना डीमैट अकाउंट क्या होता है फ्री है या चार्ज लगता है। में आपको बताना चाहता हु। सभी कंपनी आपको 300 से 700 तक चार्ज करते है।
आपको कोई कंपनिया monthly चार्ज करती है और कोई कंपनी आपको yearly चार्ज करती है। सिर्फ एक ही कंपनी है जो आपको फ्री डीमैट अकाउंट खोलने की सुविधा देती है। उस का नाम – Upstox है। ये ऐप बहुत ही सेफ और सिक्योर है।
डीमैट अकाउंट के फायदे:-
वैसे तो डीमैट अकाउंट के कई सारे फायदे है, पर चलिए जानते है कुछ प्रमुख फायदे:-
- इस अकाउंट को आप बिना ब्रोकर के ऑनलाइन भी खोल सकते है।
- पहले शेयर बचने पर आपको बहुत दिन बाद प्रॉफिट मिलता था। लेकिन जब से डीमैट अकाउंट आया तब से आप आसानी से शेयर बच सकते है। प्रॉफिट अमाउंट आपके अकाउंट में 24 घंटे में आया जायेगे।
- पहले आप सिर्फ समूह में ही शेयर बेच सकते थे। लेकिन अब आप 1 शेयर भी बेच और खरीद सकते है।
- लोगों को पहले काफी डर लगा रहता था की आपके बेचे हुए शेयर का काग़ज़ खो गाया तो आपको कोई प्रॉफिट नहीं मिलेगा। डीमैट अकाउंट डिजिटल माध्यम से होता है जो आपके बेचे और खरीदे हुए शेयर को सिक्योर रखता है।
- इस अकाउंट की मदत से आप आसानी से शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट कर सकते है अपको कही जाने की जरूरत नहीं पड़ेग।
उम्मीद है आपको मेरी इस आर्टिकल से काफी जानकारी मिली होगी। अगर आपको इस आर्टिकल से कोई भी सवाल है तो आप मुझे कॉमेंट करके पूछ सकते है।
डीमैट अकाउंट क्या होता है
डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है !!
- Post author: Ankita Shukla
- Post published: March 14, 2019
- Post category: Gyan
- Post comments: 0 Comments
नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Demat Account and Trading Account” अर्थात “डीमैट अकाउंट क्या होता है डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. जैसा कि हम सब जानते हैं जब भी हम एक ब्रोकर डीमैट अकाउंट क्या होता है के जरिये अपना डीमैट अकाउंट खुलवाते हैं, तो वो साथ में ट्रेडिंग अकाउंट भी खोलते हैं. क्यूंकि बिना ट्रेडिंग अकाउंट के आप शेयर मार्किट में अपना काम आसानी से नहीं कर सकते हैं. लेकिन दोनों अकाउंट साथ में खुलने का अर्थ ये बिलकुल नहीं होता है कि दोनों अकाउंट समान कार्य करते हैं या ये दोनों अकाउंट समान है. दोस्तों आज हम आपको इन्ही के विषय में कुछ जानकारी देने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है | What is Trading account in Hindi !!
जैसा कि हम सब जानते हैं, कि पहले से समय में किसी भी कार्य को करने के लिए हमारे पास इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का साधन उपलब्ध नहीं हुआ करते थे और यह समान स्थिति शेयर मार्किट के केस में भी थी. अर्थात जब भी पहले कोई भी कंपनी के शेयर को खरीदता था, तो उसे सर्टिफिकेट के रूप में एक कागज दिया जाता था, जिसपर व्यक्ति का नाम, शेयर की संख्या, तारीख, आदि लिखा रहता था. लेकिन अब वो समस्या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिये दूर हो गयी है अर्थात अब यदि आप किसी कंपनी के शेयर खरीदना या बेचना चाहते हैं तो अब आपको उसके लिए शारीरिक रूप से उपस्थित होना आवश्यक नहीं होता है. बस कंप्यूटर और इंटरनेट के माध्यम से आप आसानी से शेयर को खरीद व बेच सकते हैं, लेकिन इस प्रकार के लेनदेन मतलब ट्रेडिंग के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट होना अनिवार्य होता है. यदि डीमैट अकाउंट क्या होताडीमैट अकाउंट क्या होता है है आपको शेयर मार्किट में अपना बिज़नेस करना है या शेयर का लेनदेन करना है, तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। जिसके बिना ये संभव नहीं होता है.
डीमैट अकाउंट क्या है | What is Demat Account in Hindi !!
अब जैसा कि आपको समझ में आ गया होगा कि ट्रेडिंग अकाउंट का क्या काम है तो बात अब डीमैट अकाउंट की करते हैं , यह अकाउंट भी शेयर मार्केट का ही एक भाग है। ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये हम शेयर बाजार में शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं। तब हमे उन उस खरीदे हुए शेयर को रखने के लिए भी एक एकाउंट की आवश्यकता पड़ती है, जिसे हम डीमैट अकाउंट कहते है। जब हम कोई शेयर खरीद कर अपने पास रख लेते हैं तो वह डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक रूप से सेव रहते है, और जब हम उन शेयर को बेचना चाहते हैं तो शेयर हमारे डीमैट अकाउंट से निकलकर ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से खरीदने वाले के पास चले जाते है।
Difference between Demat Account and Trading Account in Hindi | डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है !!
# ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट दोनों साथ में खोले जाने वाले अकाउंट होते हैं.
# ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये शेयर को खरीदा व बेचा जाता है और डीमैट अकाउंट के जरिये शेयर को सुरक्षित संभाल कर रखा जाता है.
# ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता पहले पड़ती है और डीमैट अकाउंट की आवश्यकता बाद में पड़ती डीमैट अकाउंट क्या होता है है.
# जब हम शेयर मार्किट में शेयर खरीदते या बेचते हैं तो ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है और जब उन खरीदे शेयर को हम किसी अकाउंट में रखते हैं तो वो अकाउंट डीमैट अकाउंट होता है.
आशा हैं आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से कुछ लाभ अवश्य मिला होगा और साथ ही आपको हमारा ब्लॉग पसंद भी आया होगा. यदि फिर भी आपको कोई त्रुटि दिखाई दे, या कोई सवाल या सुझाव आपके मन में हो. तो आप हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के बता सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे कि हम आपकी उम्मीदों पे खरा उतर पाएं। धन्यवाद .
Ankita Shukla
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August 20, 2020
डीमैट अकाउंट क्या है? और कैसे खोले? और इसके क्या फायदे है?
क्या आप जानते है की डीमैट अकाउंट क्या है? अगर आप नहीं जानते है तो आज में इसके बारे में पूरे डिटेल में बताने वाला हु। डीमैट अकाउंट कैसे खोल सकते है? और इसमें बैलेंस रखना सेफ है या नहीं? और इसके क्या फायदे है?
डीमैट अकाउंट क्या है?
Table of Contents
डीमैट अकाउंट शेयर मार्केट का शेयर खरीदने और बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जैसे आप अपने बैंक अकाउंट में अपने पैसे रखते है उसी तरह शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करके डीमैट अकाउंट में शेयर रखा जाता है।
आपको तो पता ही होगा की पुराने समय में जब भी आप कोई शेयर खरीदते थे तो कंपनी वाले आपको उससे जुड़े दस्तावेज भेजता था, जिससे ये साबित होता था, की अपने उस कंपनी का शेयर लिया है। वही जब आप कोई शेयर बेच देते थे तो सबसे पहले वो दस्तावेज कंपनी के दफ्तर में जाता था। उसके बाद कंपनी वाले आपके खरीदने के टाइम का भाव और बेचने के टाइम का भाव देख कर उसी के मुताबिक आपको प्रॉफिट देते थे। इस प्रक्रिया में कभी टाइम लग जाता था और ये बहुत जटिल भी होता था। इसलिए पहले लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से डरते थे।
इसी समस्या को देखते हुए Demat को लाया गया ताकि शेयर मार्केट में सभी इन्वेस्ट कर सके। शेयर को डिजिटल रूप से अकाउंट में रखने को ही ‘demat’ कहते है। Demat का पूरा नाम “dematerialize” है।
डीमैट अकाउंट कैसे खोले?
अगर आप डीमैट अकाउंट खोलना चाहते है तो डीमैट अकाउंट खोलने के दो तरीके है ऑफलाइन और ऑनलाइन । यदि आप ऑफलाइन डीमैट अकाउंट खुलवाने जाते है तो आपको ज्यादा चार्ज देना पड़ जायेगा। बैंक भी आपका डीमैट अकाउंट खोलते है जो आपको ज्यादा चार्ज कर सकते है।
यदि आप ऑनलाइन Demat अकाउंट खुलवाना चाहते है तो आपको बहुत से एसे ऐप और वेबसाइट मिल जायेगी जिसपे आप जाकर खुद से अकाउंट खोल सकते है। ऐप और वेबसाइट जैसे- Grow, upstox, zerodha, Paytm money, motilal Oswal, sher khan, 5paisa, Bajaj brokrage, etc.
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन – कौन से दस्तावेज चाहिए
Demat account खुलवाने के लिए ये दस्तावेज जरूर रखे:-
- आधार कार्ड (Aadhar card)
- पैन कार्ड (PAN card)
- बैंक पासबुक (Bank passbook)
- कैंसिल चेक (cancelled cheque)
- 2 पासपोर्ट साइज फोटो (2 passport size photo)
डीमैट अकाउंट फ्री खुलता है या चार्ज भी लेता है
अकाउंट खुलवाने से पहले बहुत से लोगो का ये सवाल जरूर होता है की डीमैट अकाउंट खोलवाना फ्री है या चार्ज लगता है। में आपको बताना चाहता हु। सभी कंपनी आपको 300 से 700 तक चार्ज करते है।
आपको कोई कंपनिया monthly चार्ज करती है और कोई कंपनी आपको yearly चार्ज करती है। सिर्फ एक ही कंपनी है जो आपको फ्री डीमैट अकाउंट खोलने की सुविधा देती है। उस का नाम – Upstox है। ये ऐप बहुत ही सेफ और सिक्योर है।
डीमैट अकाउंट के फायदे:-
वैसे तो डीमैट अकाउंट के कई सारे फायदे है, पर चलिए जानते है कुछ प्रमुख फायदे:-
- इस अकाउंट को आप बिना ब्रोकर के ऑनलाइन भी खोल सकते है।
- पहले शेयर बचने पर आपको बहुत दिन बाद प्रॉफिट मिलता था। लेकिन जब से डीमैट अकाउंट आया तब से आप आसानी से शेयर बच सकते है। प्रॉफिट अमाउंट आपके अकाउंट में 24 घंटे में आया जायेगे।
- पहले आप सिर्फ समूह में ही शेयर बेच सकते थे। लेकिन अब आप 1 शेयर भी बेच और खरीद सकते है।
- लोगों को पहले काफी डर लगा रहता था की आपके बेचे हुए शेयर का काग़ज़ खो गाया तो आपको कोई प्रॉफिट नहीं मिलेगा। डीमैट अकाउंट डिजिटल माध्यम से होता है जो आपके बेचे और खरीदे हुए शेयर को सिक्योर रखता है।
- इस अकाउंट की मदत से आप आसानी से शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट कर सकते है अपको कही जाने की जरूरत नहीं पड़ेग।
उम्मीद है आपको मेरी इस आर्टिकल से काफी जानकारी मिली होगी। अगर आपको इस आर्टिकल से कोई भी सवाल है तो आप मुझे कॉमेंट करके पूछ सकते है।