CRM Software कितने प्रकार के होते हैं

लीड हासिल करने के बाद, आपको काम को सेल्सपर्सन में बांटना होगा। यह एक लंबी प्रक्रिया है और अगर इसे मैन्युअल रूप से किया जाता है तो इसमें बहुत समय लगता है।
कंप्यूटर एप्लीकेशन का मतलब क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंसीधे शब्दों में कहें तो app एक प्रकार का software है जो आपको विशिष्ट कार्य करने की अनुमति देता है। desktop या laptop computer के लिए application को कभी-कभी desktop application कहा जाता है, जबकि mobile devices के लिए एप्लिकेशन को mobile application कहा जाता है।
कंप्यूटर एप्लीकेशन में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंप्रोग्रामिंग लैंगवेज कोर्स कम्प्यूटर प्रोग्राम लिखने में इस्तेमाल होने वाली भाषा कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग कहलाती है। जैसे –C, C++, JAVA, PYTHON, JAVA SCRIPT,HACK, ASP,NET,PERL,RUBY,PHP,SQL। इस कोर्स को करने के बाद सॉफ्टवेयर डेवलेपर की नौकरी मिल सकती है।
बीकॉम कंप्यूटर क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंबीकॉम कंप्यूटर एप्लीकेशन एक ऐसी डिग्री है जो छात्रों को कॉमर्स और कंप्यूटर दोनों ही विषय का ज्ञान प्रदान करती है। इस डिग्री के अंतर्गत विद्यार्थियों को यह सिखाया जाता है कि ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद वह अपने बिजनेस में कंप्यूटर का किस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कंप्यूटर की एप्लीकेशन लिखिए और उसका उपयोग क्या CRM Software कितने प्रकार के होते हैं है?
इसे सुनेंरोकेंबैंक (Banks) : कम्प्यूटर के अनुप्रयोग ने बैंकिंग क्षेत्र में क्रांति ला दी है। एटीएम तथा आॅनलाइन बैंकिंग, चेक के भुगतान, रुपया गिनना तथा पासबुक इंट्री में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है। चिकित्सा (Medicine) : शरीर के अंदर के रोगों का पता लगाने, उनका विश्लेषण और निदान में कम्प्यूटर का विस्तृत प्रयोग हो रहा है।
BCA में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंBCA में हमें C language, c++, Programming language, database management system, Maths, Discrete physics, Operating system, English computer organisation, Ms office आदि चीजें पढ़ाई जाती है।
डीसीए कोर्स में क्या सिखाया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंDCA मे हमे MS Power Point, MS Word जैसे आम तौर पर स्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेयर तथा कंप्युटर के बेसिक जानकारी हमे पड़ाया जाता है। जिसे करने के बाद हम किसी भी हम किसी भी जगह कंप्युटर से जुड़ी नौकरी आसानी से पा सकते है जैसे डाटा एंट्री की नौकरी ,कंप्युटर ऑपरेटर इत्यादि.
CRM Kya hai, CRM Full Form, CRM कैसे काम करता है और CRM के फायदे
आज हम जानेंगे की CRM Kya hai, CRM Full Form in Hindi, CRM Software कितने प्रकार के होते हैं, CRM कैसे काम करता है, CRM के फायदे जिसकी पूरी प्रोसेस हम Step By Step Process आपको बताने वाले है.
Table of Contents
डिजिटल मार्केटिंग में CRM एक मार्केटिंग Strategy या Approach होती है जिसके जरिये Businesses अपने कस्टमर के साथ संबंधों को अच्छा करती है और जो अभी उनके कस्टमर नहीं है उन्हें अपना कस्टमर बनाती है. किसी भी व्यक्ति को कस्टमर बनाने के लिए कंपनियां विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर Lead Generation Campaign चलाती हैं.
CRM एक सॉफ्टवेयर होता है जिसके अन्दर कंपनियां अपने सभी कस्टमर के रिकॉर्ड या डेटा को व्यवस्थित रूप में स्टोर करती है, जिसमें कस्टमर के नाम, नंबर, ईमेल आईडी, एड्रेस आदि इनफार्मेशन हो सकते हैं.
CRM Full Form in Hindi-
CRM का फुल फॉर्म Customer Relationship Management होता है जिसे कि हिंदी में ग्राहक संबंध प्रबंधन कहते हैं.
CRM full form in Hindi – ग्राहक संबंध प्रबंधन
CRM डेटा को Analysis करता है, जब भी आपको किसी ग्राहक की Report की आवश्यकता होती है, तो यह तुरंत सभी डेटा को इकठ्ठा करके आपको Provide कराता है।
इस पुरे Process में मुख्य रूप से तीन प्रकार के CRM का उपयोग होता है, जिसमे Operational, Analytical and Collaborative शामिल है। आइये जानते है, इनके बारे में पूरी जानकारी –
- Operational
- Analytical
- Collaborative
Operational CRM-
Operational CRM बिज़नेस को सही तरीके से व्यवस्थित करता है, जिसमे Marketing Automation, Service Automation, and Sales Automation, शामिल है।
CRM कैसे काम करता है –
अब हम यहाँ पर customer relationship management की पूरी प्रक्रिया की बात करेंगे. इसकी पूरी प्रक्रिया में निम्नलिखित पद होते है.
1:- डेटा को एकत्रित करना तथा स्टोर करना:- यह प्रक्रिया का यह सबसे पहला पद है. सबसे पहले हमें प्रत्येक ग्राहक के बारें में जानकारी को एकत्रित करना होता है तथा उस जानकारी को CRM सिस्टम में स्टोर करना होता है.
2:- customer (ग्राहक) के साथ कम्युनिकेशन:– हमने जितने भी ग्राहकों की सूचना एकत्रित की है उन सभी के साथ कम्यूनिकेट किया जाता है.
सबसे पहले हम उन्हें thank you या welcome का मैसेज भेजकर इसकी शुरुवात कर सकते है. तथा इसके बाद उन्हें जो प्रोडक्ट ज्यादा suit करता है उसके मैसेज भेजे जाते है.
यहाँ नोटिस करने वाली बात यह है कि जितने भी ग्राहकों से हमने कम्यूनिकेट किया है उनमें से कुछ ही ग्राहक ही सामान खरीदते है तथा बाकी के और ग्राहकों से हमारे रिश्तें बेहतर होते है. और कंपनी की ब्रांड value बढती है.
Types of CRM in Hindi
ये तीन प्रकार के होते हैं.
# Operational
operational CRM में हम कस्टमर से कैसे जुड़ना है और अपने बिज़नेस को कैसे आगे बढ़ाना है उसपे ध्यान देते है. जैसे: मार्केटिंग, सर्विसेज, सेलिंग आदि.
इस CRM में सेल्स फाॅर्स और जोहो सबसे अच्छा CRM माना गया है. सेल्स फोर्स CRM बड़े बिज़नेस के लिए उपयोग में लाया जाता है. और जोहो छोटे बिज़नेस के उपयोग के लिए होता है.
इसका असली उद्देस्य लीडस् लाना, उसको कस्टमर के कांटेक्ट में बदलना उसके बाद उनकी पूरी जानकारी एकत्र करना उसके बाद कस्टमर को service देना.
# Analytical
एनालिटिकल CRM का कार्य कस्टमर की पूरी इनफार्मेशन को रखना उसे अलग करना, उसे process में convert करना आदि कार्यों पे आधारित है.
इसमें customer की पूरी इनफार्मेशन को एनालाइज करने के हम अपने बिज़नेस को बेहतर करने की कोशिश करते हैं जिससे की बिज़नेस की सेल्स, marketing और services बेहतर हो सके.
CRM के द्वारा होने वाले लाभ
इससे अच्छा रेवन्यू बनता है.
कस्टमर के साथ रिश्ते बेहतर बनते हैं.
इससे हमारे बिज़नेस की ग्रॉस सेल में बृद्धि होती है.
समय और लागत भी काम लगाना पड़ता है.
ये बिज़नेस को समझने में भी मदद करता है कस्टमर को भी और बिज़नेस के टीम मेंबर्स को भी.
ये था पूरा व्योरा कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट (CRM) के ऊपर. आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी कितनी सुलभ लगी हमे बताना न भूले. हमारे लिए आपका फीडबैक बहुत माननीय होगा.
लीड मैनेजमेंट क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है |
लीड मैनेजमेंट क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है – लीड आपके लक्षित बाजार में किसी भी व्यक्ति और उत्पत्ति को संदर्भित करता है जो आपके द्वारा पेश किए जाने वाले उत्पादों और समाधानों के बारे में अधिक जानना चाहता है। यह लगातार और समान रूप से लीड को प्रबंधित करने की प्रक्रिया है। लीड का प्रबंधन गतिविधियों पर नज़र रखने, लीड कैप्चर करने और उन्हें योग्य बनाने की प्रक्रिया है, जिससे उन्हें बिक्री के लिए तैयार करने के लिए निरंतर ध्यान दिया जाता है।
लीड को प्रबंधित करने के लिए, सॉफ़्टवेयर की संख्या है जो सभी गतिविधियों को संभालती है, लीड को ट्रैक करती है और पूरी चीज़ की योजना भी बनाती है ताकि उत्पाद की उत्पादकता में वृद्धि हो। यह एक समय बचाने वाली और लागत प्रभावी प्रक्रिया है। लीड प्रबंधन क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है, इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए ब्लॉग देखें।
सीसा प्रबंधन का उपयोग करना क्यों आवश्यक है?
आइए इसे समझाने का एक आसान तरीका लेते हैं। यदि आप कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो पहले आप एक वेबसाइट बनाएं और विज्ञापन चलाएं और लीड का इंतजार करें। अंततः लीड इसे डालना CRM Software कितने प्रकार के होते हैं शुरू कर देते हैं और आप उन्हें एक्सेल शीट में जोड़ना शुरू कर देते हैं जिसमें आप बनाते हैं कि कौन रुचि रखता है और कौन कम या कम नहीं, आदि। जब लीड वॉल्यूम बढ़ता है तो आपको रेफरल, सोशल मीडिया और सभी से कॉल आने लगते हैं। उसके बाद, आप इस डेटा का रिकॉर्ड बनाते हैं और यह एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है।
उस समय आप मैनेज करने में असमर्थ होते हैं और यह तो बस एक शुरुआत है। आप जितना अधिक लीड उत्पन्न करते हैं, उतना ही अधिक भ्रम उत्पन्न होता है। इसका परिणाम होता है लीड लीकेज, मिस्ड फॉलोअप, नो लीड एंगेजमेंट। नतीजतन, आपको अपने व्यवसाय की उत्पादकता में वृद्धि के लिए अपनी लीड का प्रबंधन करने की आवश्यकता है। यह तभी हो रहा है जब आप लीड प्रबंधन प्रक्रिया का उपयोग करते हैं।
लीड प्रबंधन का उपयोग करने के लाभ
- समय बचाने वाला :- यह समय का सदुपयोग करने का सबसे अच्छा तरीका है। चूंकि कई लीड हैं जिन्हें प्रबंधित करना कठिन है और उस पर समय बर्बाद करना एक मूर्खतापूर्ण बात है।
- सेल्स प्लानिंग :- बिजनेस को अच्छे तरीके से चलाने के लिए प्लानिंग करना जरूरी है। अप्रबंधित व्यवहार दिखाकर आप अपने व्यवसाय के साथ जोखिम नहीं उठा सकते।
- उत्पादकता बढाओ।
लीड को मैनेज करने के तरीके:-
यह दो भागों में वर्गीकृत किया गया है।
- लीड्स का मैन्युअल प्रबंधन
- सॉफ्टवेयर्स के माध्यम से प्रबंधन
मैन्युअल रूप से प्रबंधन: – इसमें कर्मचारियों की मदद से सभी लीड का प्रबंधन किया जाता है। ट्रैकिंग, कैप्चरिंग, डिवाइडिंग और सभी की सभी प्रक्रिया मुख्य दस्ते द्वारा मैन्युअल रूप से की जाती है। यह लीड को व्यवस्थित करने का एक समय लेने वाला तरीका है।
CRM Software कितने प्रकार के होते हैं
- Post author: Ankita Shukla
- Post published: September 18, 2018
- Post category: Topics
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CRM (Customer Relationship Management) ये एक प्रकार का आसान तरीका है अपने ग्राहकों को आसानी से अपने व्यापर में ढालना. जैसा की आपको नाम से ही समझ आ रहा होगा. कस्टमर यानि की हमारे ग्राहक, रेलशनशिप मतलब रिश्ते, मैनेजमेंट मतलब संभालना। इसका कार्य होता है हमारे और ग्राहक के रिशतों को सरलता से सम्भलना। यदि आसान शब्दों में कहें तो इसका मतलब ग्राहक के साथ अपने रिशतों को अच्छे से मैनेज करना. इससे हमारे और ग्राहकों के रिश्ते और बेहतर होंगे.
CRM Process in Hindi
इस प्रक्रिया के निम्न पद है जिन्हे हम एक के बाद एक बताएंगे:
# डेटा को एकत्र करना और उसे एक जगह स्टोर करना: इसमें हमे ग्राहक की पूरी जानकारी रखनी होती है और उसे सिस्टम में स्टोर करना होता है.
# Customer के साथ Communication: अब इस प्रक्रिया में हम कस्टमर्स को अपनी तरफ से सन्देश भेजते हैं और उनकी पसंद के अनुसार (jiski जानकारी हमने पहले ही सिस्टम में save की हुई है) उससे जुड़े प्रोडक्ट की जानकारी देते हैं और उनसे उन प्रोडक्ट की विशेषता बता के प्रोडक्ट खरीदने को कहते हैं. एक चीज याद रहे की सारे ग्राहक सामान नहीं खरीदते हैं. लेकिन हम सभी को सन्देश भेजते हैं जिससे कंपनी की मार्किट वैल्यू बढ़ती है.
# ग्राहक से व्यक्तिगत रूप से बात करना: यदि किसी ग्राहक को किसी प्रकार की परेशानी है तो हमे उसे उसका समाधान बताना पड़ता है. जिसके लिए हमे उससे सन्देश के जरिये बात करनी होती है.
Types of CRM in Hindi
ये तीन प्रकार के होते हैं.
# Operational
operational CRM में हम कस्टमर से कैसे जुड़ना है और अपने बिज़नेस को कैसे आगे बढ़ाना है उसपे ध्यान देते है. जैसे: मार्केटिंग, सर्विसेज, सेलिंग आदि.
इस CRM में सेल्स फाॅर्स और जोहो सबसे अच्छा CRM माना गया है. सेल्स फोर्स CRM बड़े बिज़नेस के लिए उपयोग में लाया जाता है. और जोहो छोटे बिज़नेस के उपयोग के लिए होता है.
इसका असली उद्देस्य लीडस् लाना, उसको कस्टमर के कांटेक्ट में बदलना उसके बाद उनकी पूरी जानकारी एकत्र करना उसके बाद कस्टमर को service CRM Software कितने प्रकार के होते हैं देना.
# Analytical
एनालिटिकल CRM का कार्य कस्टमर की पूरी इनफार्मेशन को रखना उसे अलग करना, उसे process में convert करना आदि कार्यों पे आधारित है.
इसमें customer की पूरी इनफार्मेशन को एनालाइज करने के हम अपने बिज़नेस को बेहतर करने की कोशिश करते हैं जिससे की बिज़नेस की सेल्स, marketing और services बेहतर हो सके.
CRM के द्वारा होने वाले लाभ
इससे अच्छा रेवन्यू बनता है.
कस्टमर के साथ रिश्ते बेहतर बनते हैं.
इससे हमारे बिज़नेस की ग्रॉस सेल में बृद्धि होती है.
समय और लागत भी काम लगाना पड़ता है.
ये बिज़नेस को समझने में भी मदद करता है कस्टमर को भी और बिज़नेस के टीम मेंबर्स को भी.
ये था पूरा व्योरा कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट (CRM) के ऊपर. आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी कितनी सुलभ लगी हमे बताना न भूले. हमारे लिए आपका फीडबैक बहुत माननीय होगा.