डे ट्रेडिंग स्टॉक

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intraday trading Kya Hai | इंट्रा डे ट्रेडिंग फॉर्मूला
शेयर बाजार में एक व्यापारी के रूप में, लघु अवधि के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए द्वितीयक बाजार से शेयर खरीद या बेच सकते हैं। बाजार ऊपर या नीचे जाता है और इसी तरह शेयर की कीमत भी होती है। व्यापारी लाभ कमाने के लिए इस बाजार की अस्थिरता को भुनाते हैं। लेकिन ट्रेडिंग करते समय डे ट्रेडिंग स्टॉक नुकसान भी होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग का तात्पर्य केवल एक दिन के भीतर शेयरों की खरीद और बिक्री से है। ट्रेडिंग शुरू करने से पहले आपको इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब समझना चाहिए। आइए अब जानें कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है।
हालांकि अच्छा मुनाफा कमाने की संभावना है, इंट्राडे ट्रेडिंग भी जोखिम भरा है। एक ट्रेडर के रूप में, आपको दोपहर 3.10 बजे से पहले अपनी पोजीशन को स्क्वायर ऑफ करना होता है, जिसका अर्थ है कि यदि आपने एक निश्चित मात्रा में स्टॉक खरीदा है, तो आपको इसे बेचना होगा और यदि आपने एक निश्चित मात्रा में बेचा है, तो आपको इसे खरीदना होगा।
Important points to note about intraday trading in Hindi
ऐसे स्टॉक चुनें जिन्हें बेचना आसान हो (Pick stocks that are easy to sell) (उच्च तरलता) :
ऐसा स्टॉक चुनें जिसमें उच्च तरलता हो और तभी आप किसी भी समय अपने स्टॉक को आसानी से बेच सकते हैं। यदि आपके स्टॉक के लिए कोई खरीदार नहीं है, तो आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक चुनते हैं तो यह बहुत महत्वपूर्ण बात है।
- उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम वाले स्टॉक चुनें (Pick stocks with high Trading Volume):
जिन शेयरों में ट्रेडिंग वॉल्यूम अच्छा होता है, उनका सीधा सा मतलब है कि अधिक ट्रेडर स्टॉक में रुचि रखते हैं और इसलिए आप इन शेयरों को बिना किसी कठिनाई के बेच या खरीद सकते हैं।
- शेयर बाजार की खबरों से अपडेट रहें (Be updated with stock market news):
Trading Tips: बाजार में सही लेवल पर एंट्री करने का क्या है आसान फॉर्मूला? जानें अनिल सिंघवी से टिप्स
Zee Business हिंदी 20 घंटे पहले ज़ीबिज़ वेब टीम
Index Trading Tips: इंडेक्स पर ट्रेडिंग के लिए ट्रेडर्स को सही फॉर्मूला पता होना बहुत जरूरी है. इंडेक्स ट्रेडिंग स्टॉक ट्रेडिंग के मुकाबले कम बड़ा उतार-चढ़ाव देखता है, लेकिन यहां अमाउंट बड़ा होता है, जिसके चलते ट्रेडर्स को अपनी स्ट्रेटेजी सोच-समझकर बनानी चाहिए. अब अगर निफ्टी इंडेक्स (Nifty Index Trading) की बात करें तो एंट्री करने के लिए आपको सही लेवल पता होने चाहिए. इंडेक्स में ट्रेड करने वालों के लिए डे ट्रेडिंग स्टॉक यह समझना जरूरी है कि पहले सपोर्ट लेवल और इंम्पॉर्टेंट लेवल में क्या अंतर है और इन लेवल पर कब खरीददारी करनी चाहिए. इस पर ही Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी आपको टिप्स दे रहे हैं.
1. प्राइस सेक्शन के हिसाब से पहला फॉर्मूला
जब आप करेक्शन के बाद ऊपर जाते हैं और आपको क्लोजिंग डे हाई पर मिलती है, तो इसका बड़ा फायदा होता है कि अगले दिन आपको ऊपर गैप मिलता है. तो आपको पता होता है कि आपका सपोर्ट डे ट्रेडिंग स्टॉक लेवल क्या है. बाजार अगर डे लो पर बंद होता है तो आपको बॉटम लेवल भी पता होता है. आपको गैप से खुलने पर पहले सपोर्ट पर ही खरीदारी डे ट्रेडिंग स्टॉक करनी चाहिए. आप कल की रिकवरी और आज का गैपअप देखकर पहले सपोर्ट लेवल पर खरीद सकते हैं.
#EditorsTake🔼
डे ट्रेडिंग स्टॉकनीचे की रिस्क और सेंटिमेंट के दम पर बाजार डे ट्रेडिंग स्टॉक में कैसे करें ट्रेड?
बाजार में सही लेवल पर एंट्री करने का क्या है आसान फॉर्मूला?#Index में ट्रेड करने वाले जरूर देखें @AnilSinghvi_ का ये वीडियो.
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— Zee Business (@ZeeBusiness) November 23, 2022
2. सेंटीमेंट पर आधारित फॉर्मूला
दूसरा फॉर्मूला सेंटीमेंट को लेकर चल सकते हैं. अगर आपका सेंटीमेंट इतना मजबूत नहीं है कि जहां खुले वहां से ले लिया. अगर आपको पता है कि चार-पांच सेशन से खुलने पर हमेशा नीचे जा रहे हैं, तो सेंटीमेंट कमजोर रहेगा. लेकिन रिकवरी आने से कॉन्फिडेंस बढ़ता है तो सेंटीमेंट मजबूत होगा. यहां आप पहले सपोर्ट लेवल पर ले सकते हैं. अगर आपका सेंटीमेंट इंप्रूव नहीं है तो आपको इंपॉर्टेंट लेवल पर खरीदारी करनी चाहिए. पहला सपोर्ट लेवल जल्दी आता है, वहीं, इंपॉर्टेंट लेवल थोड़ा नीचे आता है. यह मजबूत डेटा पर आधारित होता है.
ये ध्यान रखें कि अगर आप ट्रेडिंग में सही एंट्री पॉइंट चुनते हैं तो आपका 80% काम तो ऐसे ही हो जाता है. अगर सही एंट्री पॉइंट नहीं रहा, तो आप बाकी फैक्टर्स में भले ही अच्छा कर रहे हों, लेकिन पैसा नहीं बनेगा.
डे ट्रेडिंग स्टॉक
नई दिल्ली, 24 नवंबर (हि.स.)। नवंबर महीने के एक्सपायरी के दिन घरेलू शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों ने बढ़त के साथ आज के कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती मिनट के मामूली झटकों के बावजूद दोनों सूचकांक दिनभर मजबूती के साथ काम करते रहे। आखिरी आधे घंटे के कारोबार में बाजार में जोरदार लिवाली का जोर बना, जिसके कारण इन दोनों सूचकांकों ने जबरदस्त छलांग लगाई। लिवाली के सपोर्ट से सेंसेक्स 1.24 प्रतिशत और निफ्टी 1.19 प्रतिशत की उछाल के साथ बंद होने में सफल रहे।
आज दिनभर के कारोबार में सरकारी कंपनियों और आईटी सेक्टर के शेयरों डे ट्रेडिंग स्टॉक में जोरदार खरीदारी का रुख बना रहा। इसी तरह डे ट्रेडिंग स्टॉक एनर्जी, एफएमसीजी, बैंकिंग, रियल्टी, मेटल और फार्मास्यूटिकल सेक्टर में भी लगातार खरीदारी होती रही। दिनभर हुई खरीद बिक्री में डे ट्रेडिंग स्टॉक कंज्यूमर ड्यूरेबल को छोड़कर शेष सभी सेक्टर बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए। दिनभर के कारोबार के डे ट्रेडिंग स्टॉक बाद मिडकैप इंडेक्स भी 139 अंक की बढ़त के साथ 31,289 अंक के स्तर पर बंद होने में सफल रहा।