डीमैट खाता शब्दावली

लक्षद्वीप में सोने का भाव: लक्षद्वीप में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने का भाव
सोने का निवेश, निवेश के पारंपरिक रूपों में से एक है। यहाँ तक कि निवेश के अन्य विकल्पों की उपलब्धता ने भी सोने की माँग को कम नहीं किया है। सोने की माँग लक्षद्वीप में सोने के भाव को बढ़ाती है। भारतीयों को पीली धातु बहुत पसंद होती है, जिसकी वजह से वे इसे शादियों और समारोह में पहनते हैं।
लक्षद्वीप लाइव में आज के सोने के भाव के बारे में जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
लक्षद्वीप में आज का सोने का भाव क्या है?
लक्षद्वीप सोने के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है, जहाँ कई बड़े आकार के आभूषण स्टोर हैं, जो सभी बजट और अवसरों को पूरा करने वाले सोने के गहने उपलब्ध हैं। लक्षद्वीप में सोने की वर्तमान दर पर बार, सिक्के, आभूषण आदि के रूप में सोना उपलब्ध है।
हाल के महीनों में सोने की कीमतों में तेजी आई है। जुलाई 2020 के दौरान, कीमतों ने 50K का आँकड़ा पार कर लिया था। महामारी और धीमे बाजारों ने सोने की बढ़ती माँग में योगदान दिया। आइए देखें कि सोने के बाजार, कीमतों और शब्दावली को समझने के लिए कौन डीमैट खाता शब्दावली से कारक सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
लक्षद्वीप में सोने का भाव कैसे निर्धारित होता है?
लक्षद्वीप में आज का सोने का भाव ऑनलाइन और अखबारों में उपलब्ध है। सोने की दरें निम्न के बदलते मूल्यों से प्रभावित होती हैं:
रुपया बनाम अमेरिकी डॉलर- हमारे देश के निर्यात और आयात में होने वाले उतार-चढ़ाव सोने के भाव को प्रभावित करते हैं। भारत डॉलर में सोना आयात करता है। जब यह दर बढ़ती है, तो आयात लागत बढ़ जाती है और लक्षद्वीप में सोने का भाव बढ़ जाता है।
मिश्र धातु की कीमतें- चाँदी, तांबा आदि की कीमतों की जांच करें, क्योंकि आमतौर पर इसे मजबूत बनाने के लिए सोने के साथ मिलाया जाता है।
सोने की दर की खबर- Khatabook जैसी प्रतिष्ठित साइटों पर लाभ और सर्वोत्तम सोने की दरों डीमैट खाता शब्दावली को अधिकतम करने में मदद मिल सकती है।
सोने में निवेश
आप निम्न तरीकों से निवेश के रूप में सोना खरीद सकते हैं;
फिजिकल गोल्ड- फिजिकल गोल्ड लगभग सभी को पता है। यह वह सोना है, जिसे आप छू सकते हैं और महसूस कर सकते हैं। फिजिकल गोल्ड आमतौर पर आभूषण, सिक्के और बार आदि के रूप में होता है।
गोल्ड मार्केट ट्रेड- गोल्ड स्टॉक का कारोबार ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) और स्पॉट कॉन्ट्रैक्ट्स में किया जाता है। पिछले दो वर्षों में ईटीएफ की माँग में लगातार गिरावट देखी गई है।
डिजिटल गोल्ड: यह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर खरीदा गया सोना है। Khatabook जैसे प्लेटफॉर्म से आप डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। आप छोटे और जमा होने वाले सोने को मैच्योरिटी तक बीमाकृत लॉकर में सहेजना शुरू कर सकते हैं। यदि आपको फिजिकल गोल्ड की आवश्यकता है, तो आप सोने के सिक्कों या बार के रूप में घर पर डिलीवरी का अनुरोध कर सकते हैं।
सोने में निवेश के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- 2 लाख रुपये का निवेश या उससे अधिक के लिए आपको एक पैन कार्ड और कोई अन्य पता का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
- गोल्ड ईटीएफ (इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडेड फंड) के लिए, किसी को ब्रोकरेज खाता और ईटीएफ विक्रेता फर्म के साथ एक डीमैट खाता खोलना होगा।
- SGB (सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड), डिजिटल गोल्ड आदि के लिए बहुत कम कागजी कार्रवाई और कोई डीमैट खाता शामिल नहीं है।
- म्यूचुअल फंड के लिए आपको ब्रोकरेज और डीमैट अकाउंट की जरूरत होगी।
सोने के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों होता रहता है?
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव को समझने के कुछ मुख्य कारक हैं;
माँग और आपूर्ति: माँग और आपूर्ति की स्थिति लक्षद्वीप में आज के सोने के भाव को प्रभावित करती है। उच्च माँग और कम आपूर्ति के कारण लक्षद्वीप में सोने के भाव में वृद्धि हुई है।
ब्याज दरें: सोने का भाव ब्याज के दरों पर निर्भर करती हैं और उनके साथ व्युत्क्रमानुपाती संबंध होता है। बढ़ती ब्याज दरें हमेशा सोने की कीमतों को प्रभावित करती हैं, जिससे सोने की खरीददारी में गिरावट देखी जाती है।
आभूषण बाजार: भारत शादियों और अन्य उत्सवों के लिए बहुत सारे सोने के गहनों का उपयोग करता है। विशेष रूप से पारंपरिक व्यवस्था में सोने के गहनों का एक बड़ा संग्रह है।
मुद्रास्फीति: बढ़ती मुद्रास्फीति दर का अर्थ है- गिरती मुद्रा दर और रुपये का अवमूल्यन। सोना मुद्रास्फीति के लिए एकदम सही पन्नी के रूप में कार्य करता है। यहाँ तक कि जब यह लंबे समय तक चलता, तो यह बताता है कि उपभोक्ता सोने में निवेश क्यों करते हैं।
सरकारी भंडार: भारतीय सोने का भंडार भारत सरकार के पास होता है, जो भारतीय रिजर्व बैंक के माध्यम से सोना बेचता और खरीदता है। सरकार द्वारा कारोबार किए जाने वाले सोने की कीमत और मात्रा के आधार पर सोने की कीमतों में वृद्धि या गिरावट देखी जाती है।
मुद्रा में उतार-चढ़ाव: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने का कारोबार यूएसडी में होता है। आयात कीमतों की गणना USD (अमेरिकी डॉलर) को INR (भारतीय राष्ट्रीय रुपया) में परिवर्तित करके की जाती है। हालांकि, यूएसडी की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव होता है, जिससे यूएसडी और आईएनआर में कुल लागत प्रभावित होती है। इस प्रकार आयात मूल्य, बिक्री मूल्य आदि में दैनिक उतार-चढ़ाव मौजूद हैं।
आयात शुल्क: विश्व स्तर पर सोने के कुल उत्पादन में भारतीय हिस्सा 1% से भी कम है। फिर भी, लक्षद्वीप में सोने की मांग बहुत अधिक है। भारत समग्र रूप से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है। इस प्रकार सोने पर आयात शुल्क सीधे दैनिक बिक्री मूल्य को प्रभावित करता है।
लक्षद्वीप में सोना खरीदते समय क्या चेक करना चाहिए?
कुछ आवश्यक जाँच कारक हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:
शुद्धता का स्तर: 24K सोना शुद्ध सोना है, लेकिन यह लचीला नहीं है और इसलिए इसे अन्य धातुओं की थोड़ी मात्रा के साथ मिलाया जाता है। इस प्रकार 22K, 18K, 14K भी सोना है।
सोने की कीमत / ग्राम: सोने की दरों में न केवल दैनिक, बल्कि विभिन्न स्थानों पर भी उतार-चढ़ाव होता है। आपको सोना खरीदने से पहले लक्षद्वीप में आज का 22 कैरेट सोने का भाव और लक्षद्वीप में 18 कैरेट सोने का भाव प्रति ग्राम जैसे भाव को चेक कर लेना चाहिए।
बाय-बैक शर्तें: बदलते बाजारों में, ऐसे विक्रेताओं को खोजना महत्वपूर्ण है, जो आपको मौजूदा बाजार दरों पर बाय-बैक शर्तों का आश्वासन देते हैं। कई विक्रेता दिन के सोने की दरों को लॉक करने के लिए उसके वजन के आधार पर, मेकिंग चार्ज कम करके सोना खरीदते/बदलते हैं।
धातु का प्रमाणन: भारतीय मानक ब्यूरो सोने की शुद्धता को प्रमाणित करता है। सबसे लोकप्रिय 916 सोने का मतलब है कि हर 100 ग्राम सोने में 91.6 ग्राम शुद्ध सोना होता है। इसे 22K सोना भी कहा जाता है।
मेकिंग चार्ज: लक्षद्वीप में आभूषण की अंतिम कीमत लक्षद्वीप में आज का सोने का भाव 916 से अधिक है। इसकी गणना इस प्रकार की जा सकती है; अंतिम आभूषण मूल्य = (लक्षद्वीप में सोने का वजन x 22-कैरेट सोने की दर) (मेकिंग शुल्क में लक्षद्वीप में आज के सोने के भाव का लगभग 10 से 20%) (आज लक्षद्वीप में 916 सोने के भाव पर खरीद मूल्य के 3% पर जीएसटी लागू)।
एसबीआई बैंक में डीमैट अकाउंट कैसे खोलें
SBI बैंक में डीमैट अकाउंट ऐसे खोलें एसबीआई में डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको ज्यादा कुछ मेहनत नहीं करनी पड़ती क्योंकि आपका detail पहले से ही bank account में होता है पैन कार्ड आधार कार्ड और पूरा आईडेंटिफिकेशन बैंक के पास पहले से उपलब्ध रहता है इसीलिए डीमैट अकाउंट ओपन करने के लिए विशेष कागजातों की जरूरत नहीं पड़ती है स्टेट बैंक में डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है इसके लिए आपको www.online.com ऑनलाइन बैंकिंग में अपना खाता रजिस्टर कराना होगा.
एसबीआई ऑनलाइन पर्सनल बैंकिंग में अपना अकाउंट लॉगिन करके साइड के मैन्युबार पर क्लिक करना होगा क्लिक करने पर आपको e-service का विकल्प नजर आएगा ई e-service के विकल्प पर क्लिक करना है (बैंक ओवरड्राफ्ट क्या है )
अब आपको sbi डीमैट अकाउंट रजिस्टर के विकल्प को क्लिक करना है और डीमेट अकाउंट ओपन करने की रिक्वेस्ट सबमिट कर देना है कुछ दिनों के बाद आपका demat अकाउंट ओपन हो जाएगा
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how to open sbi demat account |
SBI डीमैट अकाउंट के क्या लाभ है
डीमैट अकाउंट के बिना आप शेयर बाजार में कोई भी शेयर खरीद या बेच नहीं सकते डीमैट अकाउंट शेयर बाजार में आपकी पहचान है यदि आपका डिमैट अकाउंट ओपन है तो किसी भी कंपनी के शेयर खरीद और भेज सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं
डीमेट अकाउंट खोलने वाली कुछ प्राइवेट कंपनियां भी है जैसे समको एंजल ब्रोकिंग जरोदा आदि प्राइवेट कंपनियां डीमेट अकाउंट खोलती है
SBI में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट ऐसे खोलें
- एसबीआई ऑनलाइन बैंकिंग अकाउंट लॉगिन करें
- मेनू विकल्प का चयन करें
- डीमैट अकाउंट खोलने के लिए e-service का चयन करें
- डीमैट अकाउंट ओपन विकल्प पर क्लिक करें
- संबंधित जानकारी सबमिट करें
- Demat account open की रिक्वेस्ट सबमिट करें
एसबीआई डिमैट अकाउंट ओपन करने के लिए नाममात्र का ही चार्ज लेती है वार्षिक डीमैट अकाउंट मेंटेनेंस का कुछ ही रुपयों का चार्ज डीमैट अकाउंट होल्डर को देना पड़ता है
ब्रोकरेज किसे कहते हैं
शेयर मार्केट में आप जितना दिन में शेयर खरीदेंगे बेचेंगे तो उसके एवरेज में आपको कुछ रकम अदा करनी पड़ती है जैसे कि जिस एक चैन से आपने डीमैट खाता शब्दावली शेयर खरीदे और बेचे हैं उस एक्सचेंज का स्टांप शुल्क जीएसटी और जिस ब्रोकर या बैंक जिसके पास आपका डीमैट अकाउंट है वह आपसे कुछ ब्रोकरेज लेगा जैसे ₹20 पर ट्रेड जितनी बार आप शेयर खरीदेंगे या बेचेंगे उतना ही ज्यादा ब्रोकरेज आपको देना पड़ेगा
ऑनलाइन गोल्ड कैसे खरीदें
एसबीआई बैंक में डीमैट अकाउंट के फायदे हैं
एसबीआई एक विश्वसनीय बैंक है इसलिए आपका भरोसा पहले से ही एसबीआई बैंक पर होगा किसी नई कंपनी के अपेक्षा एसबीआई में डिमैट अकाउंट खुलवाना अच्छा रहेगा किसी भी प्रॉब्लम पर आप बैंक जा सकते हैं और अपने अकाउंट की जानकारी ले सकते हैं.
आप शेयर बाजार में निवेशक हैं या निवेश करने की सोच रहे हैं तो आप अपना डीमैट अकाउंट किसी बैंक के माध्यम से खुलवाएं क्योंकि आपके द्वारा खरीदे गए लंबी अवधि के शेयरों पर इमरजेंसी में बैंक और ड्राफ्ट के माध्यम से पैसे ले सकते हैं और यदि आपका अकाउंट प्राइवेट किसी कंपनी के द्वारा खुला है तो यह सुविधा आपको नहीं मिल पाएगी और आपको अपने शेयर बेचने पड़ेंगे फिर आप पैसे का इंतजाम कर पाएंगे लेकिन यदि आपका डीमेट अकाउंट किसी बैंक के माध्यम से खुला है तो आपको यह सुविधा आसानी से मिल जाएगी
यदि आपका डिमैट अकाउंट एसबीआई बैंक में है तो आपको आपके होल्डिंग शेयर ऑफर आसानी से ऋण मिल जाएगा कभी-कभी यह होता है कि पैसों की आवश्यकता के लिए शेयरों को औने पौने दाम पर भी बेचना पड़ता है किंतु यदि आपका एसबीआई बैंक में डिमैट अकाउंट है और उसे अकाउंट में होल्डिंग शेयर हैं तो बैंक आपके होल्डिंग शेयर पर आसानी से ऋण दे देती है इससे आपको यह फायदा होगा कि जब शेयर सही भाव में हो तो उन्हें बेचकर बैंक का पैसा अदा किया जा सकता है या बैंक से लिया गया कर्ज़ वापस जमा किया जा सकता है आपके डिमैट अकाउंट पर जमा शेयरों पर ऋण लेने के लिए किसी भी प्रकार की कोई गारंटी की आवश्यकता नहीं होती है एक तरफ से एसबीआई बैंक में डिमैट अकाउंट होने से आपको क्रेडिट कार्ड जैसा लाभ मिलेगा
शेयर बाजार में कभी न करें ये गलतियां / लेख पढ़ने के लिए क्लिक करें
Note 18 साल से कम उम्र के लोगों का डीमैट अकाउंट खाता नहीं खुलता डीमैट अकाउंट खाता ओपन करने के लिए 18 साल से ऊपर होना जरूरी है
शेयर बाजार की पारिभाषिक शब्दावली
मुंबई का शेयर बाजार - सन् १८७५ में स्थापित यह एशिया का पहला शेयर बाजार है। शेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार है जहाँ कंपनियों के शेयर खरीदे-बेचे जा सकते हैं। किसी भी दूसरे बाज़ार की तरह शेयर बाज़ार में भी खरीदने और बेचने वाले एक-दूसरे से मिलते हैं और मोल-भाव कर के सौदे पक्के करते हैं। पहले शेयरों की खरीद-बिक्री मौखिक बोलियों से होती थी और खरीदने-बेचने वाले मुंहजबानी ही सौदे किया करते थे। लेकिन अब यह सारा लेन-देन स्टॉक एक्सचेंज के नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों के जरिये होता है। इंटरनेट पर भी यह सुविधा मिलती है। आज स्थिति यह है कि खरीदने-बेचने वाले एक-दूसरे को जान भी नहीं पाते। एक प्रकार से देखे तो यहा पे शेयरो की नीलामी होती है। अगर किसी को बेंचना होता है तो सबसे ऊंची बोली लगाने वाले को ये शेयर बेंच दिया जाता है। या अगर कोई शेयर खरीदना चाह्ता है तो बेचने वालो मे से जो सबसे कम कीमत पे तैयार होता है उससे शेयर खरीद लिया जता है। शेयर मन्डी (जैसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नैशनल स्टॉक एक्सचेंज इस तरह कि बोलियाँ लगाने के लिये ज़रूरी सभी तरह कि सुविधाये मुहैया कराते है। सोचिये, एक दिन मे करोड़ो शेयरों का आदान-प्रदान होता है। कित्ना मुश्किल हो जाये अगर सभी कारोबरियोँ को चिल्ला चिल्ला के ही खरीदे और बेंचने वालो को ढूंढ्ना हो। अगर ऐसा हो तो शेयर खरीद्ना और बेंचना कमोबेश असम्भव हो जायेगा। शेयर मन्डियाँ इस काम को सरल और सही ढंग से करने का मूलभूत ढांचा प्रदान करती है। कई प्रकार के नियम, कम्प्यूटर की मदत, डीमैट खाता शब्दावली शेयर ब्रोकर, इंटेर्नेट के मध्यम से ये मूलभूत ढांचा दिया जाता है। असल मे शेयर बाज़ार एक बहुत ही सुविधाजनक सब्ज़ी मंडी से ज़्यादा कुछ भी नही है। कुछ साल पहले तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज मे सीधे खरीद फरोख्त करनी पड़ती थी। पिछ्ले कुछ सालो से कम्प्यूटरो और इंटरनेट के माध्यम से कोई भी घर बैठे शेयर खरीद और बेंच सकता है। सूचना क्रांति का ये एक उत्कृष्ट नमुना है। जो काम पहले कुछ पैसे वाले लोग ही कर सकते थे अब वो सब एक आम आदमी भी कर सक्ता है। आजकल सभी शेयर डीमटीरिअलाइज़्ड होते है। शेयरो के अलावा निवेशक भारतीय म्यूचुअल फंड मे भी पैसा लगा सक्ते है। आम ग्राहक को किसी डीमैट सर्विस देने वाले बैंक मे अपना खाता खोलना पडता है। आजकल कई बैंक जैसे आइसीआइसीआइ, एच डी एफ सी, भारतीय स्टटे बैंक, इत्यादि डीमैट सर्विस देते है। इस तरह के खाते की सालाना फीस 500-800 रु तक होती है। शेयर बाज़ार किसी भी विकसित देश की अर्थ्व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते है। जिस तरह से किसी देश, गाँव या शहर के विकास के लिये सडके, रेल यातायात, बिजली, पानी सबसे ज़रूरी होते है, वैसे ही देश के उद्योगों के विकास के लिये शेयर बाज़ार ज़रूरी है। उद्योग धंधो को चलाने के लिये कैपिटल चहिये होता है। ये उन्हे शेयर बाज़ार से मिलता है। शेयर बाज़ार के माध्यम से हर आम आदमी बडे़ से बडे़ उद्योग मे अपनी भागिदारी कर सकता है। इस तरह की भागीदारी से वो बड़े उद्योगों मे होने वाले मुनाफे मे बराबर का हिस्सेदार बन सकता है। मान लीजिये, अगर किसी भी नागरिक को ये लग्ता है कि आने वाले समय मे रिलायंस या इंफोसिस भारी मुनाफा कमाने वाली है, तो वह इस कम्पनियों के शेयर खरीद के इस मुनाफे मे भागीदार बन सकता है। और ऐसा करने के लिये तो व्यवस्था चहिये वो शेयर बाज़ार प्रदान करता है। एक अछा शेयर बाज़ार इस बात का ख्याल रखता है कि किसी भी निवेशक को बराबर का मौका मिले। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज व नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के अलावा देशभरर मे 27 क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंज है। .
अर्थशास्त्र
---- विश्व के विभिन्न देशों की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर (सन २०१४) अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है। 'अर्थशास्त्र' शब्द संस्कृत शब्दों अर्थ (धन) और शास्त्र की संधि से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है - 'धन का अध्ययन'। किसी विषय के संबंध में मनुष्यों के कार्यो के क्रमबद्ध ज्ञान को उस विषय का शास्त्र कहते हैं, इसलिए अर्थशास्त्र में मनुष्यों के अर्थसंबंधी कायों का क्रमबद्ध ज्ञान होना आवश्यक है। अर्थशास्त्र का प्रयोग यह समझने के लिये भी किया जाता है कि अर्थव्यवस्था किस तरह से कार्य करती है और समाज में विभिन्न वर्गों का आर्थिक सम्बन्ध कैसा है। अर्थशास्त्रीय विवेचना का प्रयोग समाज से सम्बन्धित विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे:- अपराध, शिक्षा, परिवार, स्वास्थ्य, कानून, राजनीति, धर्म, सामाजिक संस्थान और युद्ध इत्यदि। प्रो.
यूनियनपीडिया एक विश्वकोश या शब्दकोश की तरह आयोजित एक अवधारणा नक्शे या अर्थ नेटवर्क है। यह प्रत्येक अवधारणा और अपने संबंधों का एक संक्षिप्त परिभाषा देता है।
इस अवधारणा को चित्र के लिए एक आधार के रूप में कार्य करता है कि एक विशाल ऑनलाइन मानसिक नक्शा है। यह प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र है और प्रत्येक लेख या दस्तावेज डाउनलोड किया जा सकता है। यह शिक्षकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों या छात्रों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है कि एक उपकरण, संसाधन या अध्ययन, अनुसंधान, शिक्षा, शिक्षा या शिक्षण के लिए संदर्भ है, अकादमिक जगत के लिए: स्कूल, प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च विद्यालय, मध्य, महाविद्यालय, तकनीकी डिग्री, कॉलेज, विश्वविद्यालय, स्नातक, मास्टर या डॉक्टरेट की डिग्री के लिए; कागजात, रिपोर्ट, परियोजनाओं, विचारों, प्रलेखन, सर्वेक्षण, सारांश, या शोध के लिए। यहाँ परिभाषा, विवरण, विवरण, या आप जानकारी की जरूरत है जिस पर हर एक महत्वपूर्ण का अर्थ है, और एक शब्दकोष के रूप में उनके संबद्ध अवधारणाओं की एक सूची डीमैट खाता शब्दावली है। हिन्दी, अंग्रेज़ी, स्पेनी, पुर्तगाली, जापानी, चीनी, फ़्रेंच, जर्मन, इतालवी, पोलिश, डच, रूसी, अरबी, स्वीडिश, यूक्रेनी, हंगेरियन, कैटलन, चेक, हिब्रू, डेनिश, फिनिश, इन्डोनेशियाई, नार्वेजियन, रोमानियाई, तुर्की, वियतनामी, कोरियाई, थाई, यूनानी, बल्गेरियाई, क्रोएशियाई, स्लोवाक, लिथुआनियाई, फिलिपिनो, लातवियाई, ऐस्तोनियन् और स्लोवेनियाई में उपलब्ध है। जल्द ही अधिक भाषाओं।
Banking Awareness Quiz For IBPS & SBI Exam | 04-09-2021
Banking Awareness has been an important part of various competitive exams, so we are here with a series of Banking Awareness Quiz on a daily basis on our platform. Follow the quiz daily to improve your banking awareness.
Q.2 Which type of account is suitable for those who can save regularly and expect to earn a fair return on the deposits over a period of time?
Q.2 जो लोग नियमित रूप से बचत करते हैं और अपनी जमाओं पर एक निश्चित समयावधि में एक उचित लाभ कमाने की उम्मीद करते हैं उन लोगों के लिए किस प्रकार का खाता सर्वाधिक उपयुक्त है?
Expl: A recurring deposit account is best suited for those who save regularly and expect to make a reasonable profit on their deposits over a specified period of time.
Expl: जो लोग नियमित रूप से बचत करते हैं और अपनी जमाओं पर एक निश्चित समयावधि में एक उचित लाभ कमाने की उम्मीद करते हैं उन लोगों के लिए आवर्ती जमा खाता सर्वाधिक उपयुक्त है।
Expl: CAR is the ratio of a bank's capital to its risk. Capital Adequacy Ratio is the full form of CAR.
Expl: CAR बैंक की पूंजी का इसके जोखिम से एक अनुपात है। Capital Adequacy Ratio (डीमैट खाता शब्दावली पूंजी पर्याप्तता अनुपात) CAR का पूर्ण रूप है।
Expl: Placement, Layering, and Integration are stages that are involved in money laundering. The concealment is a stage that is not involved in money laundering.
Expl: प्लेसमेंट, लेयरिंग और इंटीग्रेशन ऐसे चरण हैं जो मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं। कनसीलमेन्ट एक ऐसा चरण है जो मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल नहीं है।
Expl: The first organised stock exchange in India was started in Mumbai known as Bombay Stock Exchange (BSE). It was followed by Ahmedabad Stock Exchange in 1894 and Kolkata Stock Exchange in 1908.
Expl: भारत में पहला आयोजित शेयर बाजार मुंबई में शुरू किया गया था जिसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के रूप में जाना जाता है। इसके बाद 1894 में अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज और 1908 में कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज शुरू किया गया था।